मुंह पर मास्क, आंखों में जलन और सियासी फिजाओं में फैला प्रदूषण का शोर। शायद स्मॉग लौट आया है किसी त्योहार की तरह, एक मौसम और एक पुराने दोस्त की तरह। शायद स्मॉग लौट आया है। जी हां, इन्हीं पंक्तियों के साथ देश की राजधानी दिल्ली में स्मॉग रूपी वायरस साल 2019 में भी आम आदमी के बीच चर्चा का विषय रहा, क्योंकि अब दशहरा और दीवाली की तैयारियां इतनी नहीं होती, जितनी स्मॉग के आने को लेकर होती हैं।

अक्टूबर के सुहावने मौसम के बीच जब एक के बाद एक त्योहार हमारे जीवन में दस्तक देते हैं, उसी दौरान राजधानी दिल्ली के गर्दोगुब्बार (धूल या मिट्टी) में छिपा यह स्मॉग बाहर आता है। राजनीतिक द्वंद और सियासी रस्साकशी के बीच स्मॉग और प्रदूषण का हल्ला तो होता है, लेकिन हालात साल-दर-साल वही कहानी दोहराते हैं।

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शायद यही वजह है कि साल 2019 में भी स्मॉग संसद से सड़क के बीच बहस का मुद्दा रहा। हालांकि, बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार समेत कई एनजीओ ने कुछ योजनाएं तैयार कीं। जैसे-

  • दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन (4 से 15 नवंबर) योजना लागू की
  • दिल्ली में कई जगह लोगों ने पेड़ लगाए
  • पेड़ों पर पानी का छिड़काव किया गया
  • निर्माण कार्यों को कुछ दिन के लिए बंद कराया गया

यह कुछ योजनाएं थीं, जिसके तहत दिल्ली एनसीआर में साल 2019 में प्रदूषण से निपटने की कोशिश की गई। हालांकि, बावजूद इसके हालात पिछले सालों की तरह बने रहे। हवा में फैला जहरीला स्मॉग लोगों को बीमार करता रहा और सरकारें उपाय तलाशने के बजाय कभी पड़ोसी राज्यों में पराली पर दोष मढ़ती तो कभी निर्माण कार्यों पर रोक लगाती दिखीं।

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प्रदूषण से होने वाली बीमारी
देश में वायु प्रदूषण हद से ज्यादा बढ़ता जा रहा है। इससे दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और कोलकाता मुख्य रूप से प्रभावित हैं। वायु प्रदूषण के कारण कई बीमारियों का जोखिम बढ़ा है, जैसे -

प्रदूषण से बचने के उपाय
हम सभी जानते हैं कि पेड़-पौधों से हमें ऑक्सीजन मिलती है और यह कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं। इसलिए अपने घर के अंदर पौधे लगाएं। ये घर के अंदर के प्रदूषण जैसे कार्बन डाइऑक्साइड और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (वीओसी) को अवशोषित करने के लिए अच्छे होते हैं। आप घर के अंदर गीले कचरे से बनी खाद का उपयोग करके सब्जियां भी ऊगा सकते हैं जो स्वस्थ और कीटनाशक मुक्त हो सकते हैं। प्रदूषण को कम करने के लिए आप कुछ पौधे लगा सकते हैं, जैसे-

  • एलोवेरा
  • गोल्डन पोथोस
  • स्पाइडर प्लांट्स
  • चाइनीज एवरग्रीन या पीस लिली
  • एरेका पाम

एलोवेरा
घर पर रखने के लिए एलोवेरा का पौधा काफी लाभदायक होता है, क्योंकि एलोवेरा कार्बन डाइऑक्साइड, फॉर्मेल्डिहाइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे वायु प्रदूषकों को अवशोषित करता है। एक एलोवेरा का पौधा करीब नौ एयर प्यूरिफायर के बराबर माना जाता है।

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गोल्डन पोथोस
गोल्डन पोथोस को मनी प्लांट के नाम से भी जाना जाता है। गोल्डन पोथोस का पौधा बेंजीन, फॉर्मेल्डिहाइड पॉइजनिंग, कार्बन मोनोऑक्साइड पॉइजनिंग और जाइलिन जैसे वायु प्रदूषकों को अवशोषित करने के साथ-साथ ताजा हवा छोड़ता है।

एरेका पाम
यह छोटे आकार का पौधा है, जो हवा में मौजूद हानिकारक पदार्थों को नष्ट करता है। अगर इस पौध को कमरे में रखा जाए तो ये ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ा सकता है। इस पौधे को हवा को साफ करने के मामले में सबसे अच्छा माना जाता है।

कुल मिलाकर देखें तो साल 2019 स्मॉग और प्रदूषण की मार से बच ना सका। पिछले सालों की तुलना में प्रदूषण का स्तर काफी देखा गया, जिससे लोगों में बीमारियों का खतरा बढ़ा है। हालांकि, स्थिति को नियंत्रण करने के लिए योजनाएं बनाई गई थीं, लेकिन वो कुछ हद तक बेअसर साबित हुईं।

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