अगर आप छोटी-छोटी बीमारियों या स्वास्थ्य समस्याओं में भी अत्यधिक मात्रा में एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। एक शोध से पता चला है कि एंटीबायोटिक दवाओं को ज्यादा मात्रा में लेने से गंभीर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इससे व्यक्ति के अस्पताल में भर्ती होने तक की नौबत आ सकती है। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी पत्रिका ‘बीएमसी मेडिसिन’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इंग्लैंड और वेल्स में रहने वाले 20 लाख लोगों से जुड़े डेटा का अध्ययन करने के बाद यह जानकारी दी है।

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संक्रमण होने का खतरा दो गुना बढ़ा
शोधकर्ताओं के मुताबिक जिन लोगों ने पिछले तीन सालों में किसी सामान्य संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक दवा का ज्यादा सेवन किया था, उन लोगों में तीन और उससे ज्यादा महीनों में दूसरे तरह के संक्रमण होने का खतरा करीब ढाई गुना बढ़ गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे लोगों में से कइयों को इस वजह से अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ा।

शोधकर्ता बताते हैं कि डॉक्टर कई सालों से एंटीबायोटिक का कोर्स मरीजों को सुझा रहे हैं। रिपोर्ट की मानें तो इससे अधिक गंभीर संक्रमण का खतरा बढ़ा है और अस्पतालों में इंफ्केशन से जुड़े मरीजों की संख्या अधिक हुई है। हालांकि शोधकर्ताओं को नहीं पता कि कैसे एंटीबायोटिक दवाओं के ज्यादा प्रयोग से आंत (माइक्रोबायोटा) में अच्छे बैक्टीरिया नष्ट हो सकते हैं और इस वजह से ही संक्रमण का खतरा बन सकता है।

कैसे की गई रिसर्च?
एंटीबायोटिक के अधिक सेवन से संक्रमण के जोखिम को जानने के लिए शोधकर्ताओं ने साल 2000 से लेकर 2016 तक के मरीजों का रिकॉर्ड खंगाला। ये वे लोग थे, जिन्हें इस अवधि के दौरान सामान्य संक्रमण की समस्या हुई थी। इनमें श्वसन संबंधी संक्रमण, मूत्र, कान और सीने का संक्रमण शामिल हैं। इसके अलावा लंबे समय तक बने रहने वाली स्थिति जैसे, सिस्टिक फाइब्रोसिस और फेफड़ों की पुरानी बीमारी से जुड़े डेटा का भी अध्ययन किया गया।

हालांकि, शोधकर्ताओं ने साफ किया है कि रिसर्च में यह साफ नहीं हो पाया कि एंटीबायोटिक दवा का ज्यादा सेवन इतना हानिकारक कैसे हो गया। टीम का कहना है कि यह देखने के लिए अभी और शोध की जरूरत होगी।

डॉक्टरों ने कम किया एंटीबायोटिक का कोर्स
पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर के प्रोफेसर टीजेर्ड वैन स्टा का कहना है कि डॉक्टरों ने अपने मरीजों की हेल्थ को लेकर हाल के कुछ सालों में एंटीबायोटिक दवाओं के प्रिस्क्रिप्शन को कम करने के लिए कड़ी मेहनत की है। हालांकि, एंटीबायोटिक दवा के प्रभाव को जानने के लिए कोई तकनीक या उपकरण उनके पास मौजूद नहीं है।

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एंटीबायोटिक दवा क्या है?
एंटीबायोटिक्स आज मेडिकल क्षेत्र में सबसे अधिक प्रेस्क्राइब (डॉक्टर द्वारा सुझाव की गई दवा) की जाने वाली दवाओं में से एक हैं। एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया को मार कर या क्षति पहुंचा कर बीमारी का इलाज करते हैं। आज मामूली से लेकर जानलेवा संक्रमणों तक को दूर करने के लिए बाजार में सैकड़ों अलग-अलग एंटीबायोटिक दवाएं उपलब्ध हैं। हालांकि, एंटीबायोटिक की एक बहुत बड़ी कमी यह है कि बार-बार एक ही जीवाणु को मारने के लिए इस्तेमाल किए जाने के चलते ये अधिक प्रभावी नहीं रहतीं।

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संक्रमण या इंफेक्शन लक्षण है?
संक्रमण तब होता है जब कोई बाहरी जीव किसी व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है और उसे नुकसान पहुंचाता है। ऐसे जीव जीवित रहने के लिए, प्रजनन करने के लिए और बसने के लिए व्यक्ति के शरीर का उपयोग करते हैं। इन संक्रामक जीवों को 'रोगजनक' के रूप में जाना जाता है। एक सामान्य संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति में कुछ लक्षण पाए जा सकते हैं-

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