कर्नाटक में बड़ी राजनीतिक हस्तियां और मंत्री कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव निकल रही हैं। हाल में कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरें आई थीं। अब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु के कोविड-19 से ग्रस्त होने की खबर है। रविवार को उन्होंने खुद इसकी जानकारी दी। बी श्रीरामुलु ने कहा कि वे कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव निकलने के बाद अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। एक ट्वीट में उन्होंने बताया, 'बुखार होने के बाद मैंने अपना टेस्ट कराया और पता चला कि मैं कोरोना वायरस से संक्रमित हूं।' श्रीरामुलु को बेंगलुरु के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, कर्नाटक सरकार के पांच मंत्री अब तक कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और स्वास्थ्य मंत्री श्रीरामुलु के अलावा कर्नाटक के वन मंत्री आनंद सिंह, पर्यटन मंत्री सीटी रवि और कृषि विभाग के मंत्री बीसी पाटिल शामिल हैं। इनके अलावा कर्नाटक के पूर्व सीएम और मौजूदा विपक्षी नेता सिद्धारमैया भी कोविड-19 से ग्रस्त हो चुके हैं। उनका और सीएम येदियुरप्पा का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। दोनों की हालत स्थिर बताई गई है।
इस बीच, एक खबर यह भी है कि कर्नाटक में कोविड-19 के मरीजों की असल संख्या औपचारिक आंकड़ों से ज्यादा हो सकती है। इनकनॉमिक टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि जुलाई के मध्य में सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होने वाले मामलों की संख्या सैकड़ों में थी, लेकिन बीती चार अगस्त तक यह संख्या हजारों तक पहुंच गई है। अखबार ने बताया कि कर्नाटक सरकार के औपचारिक आंकड़ों के मुताबिक, बीती छह अगस्त तक राज्य में कोरोना वायरस के एक लाख 58 हजार 254 मरीज थे। लेकिन सरकार द्वारा जारी किए जा रहे दैनिक बुलेटिन के हिसाब से यह संख्या एक लाख 63 हजार 741 बैठती है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट एक रिपोर्ट के मुताबिक, 15 जुलाई से छह अगस्त के बीच ऐसे दर्जनों और लोग थे जिनके पेशंट आईटी उनके कोविड-19 मरीज होने की पुष्टि करते हैं, लेकिन वे सरकारी आंकड़ों में दर्ज नहीं हो पाए। उधर, राज्य सरकार का कहना है कि उसने मरीजों को लेकर किसी तरह की गलत रिपोर्टिंग नहीं की है। उसका तर्क है कि सैंपल पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसकी जानकारी आईसीएमआर के पेज पर अपलोड कर दी जाती है और उसके बाद राज्य सरकार के पोर्टल पर दिखाई देती है। कर्नाटक सरकार के मंत्री के सुधाकर ने कहा, 'पॉजिटिव मामले आईसीएमआर के पोर्टल पर अपलोड किए जाते हैं। इनमें रिपीट पॉजिटिव मामले भी होते हैं। ये वे मरीज होते हैं जो कर्नाटक में पॉजिटिव पाए गए, लेकिन भर्ती कहीं और हुए या कर्नाटक के अन्य जिलों में एडमिट हुए और वहां पॉजिटिव पाए गए।'