आंध्र प्रदेश के इलुरु जिले में एक 'अज्ञात' बीमारी से 300 से ज्यादा लोगों के बीमार पड़ने का मामला सामने आया है। अंग्रेजी अखबार दि हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना से जुड़े एक मरीज की मौत भी हो गई है। वहीं, बाकी मरीजों में महिलाओं और बच्चों की संख्या अच्छी खासी बताई जा रही है। इन लोगों को राज्य के गवर्नमेंट जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

खबर के मुताबिक, बीते शनिवार को सामने आए इस मामले में सबसे पहले 55 लोगों के बीमार पड़ने की जानकारी दी गई थी। रविवार की सुबह यह संख्या 170 हो गई और शाम होते-होते 270 पर पहुंच गई। वहीं, देर रात पीड़ितों का आंकड़ा 315 तक पहुंच गया है। सोमवार सुबह आई कुछ ताजा मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि अज्ञात बीमारी की चपेट में आए लोगों की संख्या 350 तक पहुंच गई है और 400 की तरफ बढ़ रही है। कोई 50 मरीज ऐसे भी बताए गए हैं, जिनके बारे में रिपोर्ट नहीं हो पाई है। रिपोर्टों की मानें तो इनका अलग-अलग निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

दि हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ितों में चक्कर आने, सिरदर्द और मिर्गी जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं। ज्यादातर मामले जिले के कोबारी थोटा, कोतापेटा, तूर्पु वीधी और अरुंदातिपेटा इलाकों में देखने को मिले हैं। उधर, आंध्र प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री अला कली कृष्णा श्रीनिवास ने बताया है कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मामले में संज्ञान लेते हुए स्थिति के बारे में अधिकारियों से बात की है। घटना के बाद प्रभावित इलाकों में घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है। श्रीनिवास ने कहा कि अब हालात नियंत्रण में हैं और 170 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सात मरीजों को बेहतर इलाज के लिए विजयवाड़ा भेजा गया था। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। इसके अलावा, वेस्ट गोदावरी और कृष्णा जिले में अलग-अलग अस्पतालों की मेडिकल टीमें, वार्ड सचिवालयों के स्टाफ सदस्य और रेवेन्यू तथा पुलिस विभाग के अधिकारी तेजी से उन कॉलोनियों में पहुंचकर मरीजों को अटेंड कर रहे हैं।

इस बीच, डॉक्टरों ने कहा है कि उन्होंने पीड़ितों के वाटर, फूड और ब्लड सैंपल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी में भेज दिए हैं। इनकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है। बाकी सीटी स्कैन और एक्स-रे रिपोर्ट सामान्य पाई गई हैं। इसके अलावा, सभी पीड़ितों के कोविड-19 टेस्ट किए गए हैं, जिनके परिणाम नेगेटिव निकले हैं। उधर, इलाके के कलेक्टर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी सरकारी अस्पताल में जाकर मरीजों की हालत के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। साथ ही, इलुरु नगर निगम के कार्यालय में हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि स्थानीय लोग घटना से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकें।

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