सिरदर्द - Headache in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

July 11, 2017

April 18, 2023

सिरदर्द
सिरदर्द

सिर दर्द क्या है?

सिर दर्द सिर के किसी भी हिस्से में होने वाला दर्द है। सिरदर्द, सिर के एक या दोनों तरफ हो सकते हैं। यह सिर में एक बिंदु से शुरू होकर पूरे सिर में फैल जाता है या फिर किसी एक निश्चित स्थान पर होने लगता है।

यह दर्द सिर में सनसनी पैदा करने वाले तेज़ दर्द या हलके दर्द के रूप में दिखाई दे सकता है। सिरदर्द धीरे-धीरे या अचानक उत्पन्न हो सकते हैं और एक घंटे से लेकर कई दिनों तक रह सकते हैं।

सिर दर्द दो प्रकार के होते हैं – प्राथमिक सिरदर्द और माध्यमिक सिरदर्द । प्राथमिक सिरदर्द में टेंशन सिरदर्द, क्लस्टर सिरदर्द, और माइग्रेन सिरदर्द शामिल हैं। माध्यमिक सिरदर्द में रीबाउंड और थंडरक्लैप सिरदर्द, स्ट्रेस सिरदर्द, कैफीन सिरदर्द आदि शामिल हैं।

सिर दर्द का सबसे आम प्रकार तनाव (टेंशन) के कारण होने वाला सिरदर्द है। तनाव सम्बन्धित सिरदर्द आपके कंधों, गर्दन, खोपड़ी और जबड़े की मांसपेशियों के कसने (तंग होने) के कारण होते हैं। ये सिरदर्द अक्सर तनाव, अवसाद या चिंता से सम्बन्धित होते हैं। बहुत ज्यादा काम करने, पर्याप्त नींद न लेने, भोजन में अनियमितता बरतने या शराब का सेवन करने पर आपको तनाव सम्बन्धित सिरदर्द होने की अधिक संभावना है।

ज्यादातर लोग जीवन शैली में परिवर्तन करके, शरीर को पर्याप्त आराम देकर और दर्द निवारक लेने से बहुत बेहतर महसूस कर सकते हैं।

सभी सिरदर्दों के लिए डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन कभी-कभी सिरदर्द एक गंभीर विकार की चेतावनी देते हैं। अगर आपको अचानक गंभीर सिरदर्द होता है तो अपने चिकित्सक को ज़रूर बताएं। अगर आपके सिर में झटके के बाद सिरदर्द हो या अगर आपको सिरदर्द के साथ गर्दन में अकड़न, बुखार, भ्रम, बेहोशी या आँख अथवा कान में दर्द हो, तो तुरंत इलाज करवायें।

सिरदर्द के प्रकार - Types of Headache in Hindi

सिरदर्द के प्रकार

सिरदर्द को परिभाषित करने के विभिन्न तरीके हैं। अंतर्राष्ट्रीय हेडएक सोसाइटी सिरदर्द को दो भागों में विभाजित करती है। पहला प्राथमिक सिरदर्द, जो किसी अन्य समस्या से उत्पन्न नहीं होते हैं, दूसरा माध्यमिक सिरदर्द, जिसमें कई मुख्य कारण होते हैं।    

1. प्राथमिक सिरदर्द (Primary headaches) – प्राथमिक सिरदर्द अपने आप होने वाली बीमारी है, जो सिर के अंदर दर्द-संवेदी संरचनाओं की अतिक्रियाशीलता या उनमे उत्पन्न समस्याओं के कारण होते हैं। इनमें रक्त वाहिकाएँ, माँसपेशियाँ, सिर और गर्दन की नसें शामिल हैं। ये मस्तिष्क की रासायनिक गतिविधि में होने वाले बदलावों का परिणाम भी हो सकते हैं।  

प्राथमिक सिरदर्द में शामिल हैं –

  1. माइग्रेन माइग्रेन प्राथमिक सिरदर्द का दूसरा सबसे सामान्य रूप है और एक व्यक्ति के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, माइग्रेन दुनिया भर में अक्षमता (disability) के कारण काम न कर पाने का छठा सबसे बड़ा कारण है। माइग्रेन कुछ घंटों से लेकर 2 से 3 दिनों तक रह सकता है। (और पढ़ें - माइग्रेन के लक्षण, कारण, उपचार, दवा और निदान)
  2. क्लस्टर (cluster) सिरदर्दक्लस्टर सिरदर्द आम तौर पर 15 मिनट से 3 घंटे तक रहते हैं। वे अचानक एक से लेकर आठ बार प्रतिदिन, कुछ सप्ताह या महीनों के लिए हो सकते हैं। हो सकता है कि दो क्लस्टर सर दर्द के बीच में सिरदर्द का कोई लक्षण दिखाई न दे। यह सिरदर्द-मुक्त अवधि महीने से लेकर साल तक हो सकती है।
  3. टेंशन सिरदर्द (Tension headaches) टेंशन सिरदर्द प्राथमिक सिरदर्द का सबसे आम रूप हैं। इस तरह के सिरदर्द सामान्य रूप से दिन के मध्य में धीरे-धीरे शुरू होते हैं। तनाव सम्बन्धित सिरदर्द या तो एपिसोडिक (आवधिक) हो सकते हैं या क्रोनिक (दीर्घकालिक)। एपिसोडिक सिरदर्द आमतौर पर कुछ घंटे के लिए रहते हैं, लेकिन कई दिनों तक चल सकते हैं। गंभीर सिरदर्द महीने में15 या अधिक दिनों के लिए कम से कम 3 महीने की अवधि के लिए होते हैं।

2. माध्यमिक सिरदर्द (Secondary headaches) –  माध्यमिक सिरदर्द लक्षण तब दिखाई देते हैं, जब सिर  की संवेदनशील नसों को कोई अन्य कारक उत्तेजित करता है। दूसरे शब्दों में, सिरदर्द के लक्षण किसी अन्य  कारण के लिए जिम्मेदार ठहराए जा सकते हैं। विभिन्न कारकों की एक विस्तृत श्रृंखला माध्यमिक सिरदर्द पैदा कर सकती है।

इनमें शराब से होने वाला हैंगओवर, ब्रेन ट्यूमर, रक्त का थक्का, काला मोतियाबिंद, रात में दाँत पीसना, दर्द की दवा की अत्यधिक खुराक जिसे रिबाउंड सिरदर्द, शरीर में हलचल और स्ट्रोक के रूप में जाना जाता है, शामिल हैं। 

माध्यमिक सिरदर्द में शामिल हैं –

  1. रीबाउंड सिरदर्द (Rebound headaches) सिरदर्द के लक्षणों का इलाज करने वाली दवा का अत्यधिक मात्रा में उपयोग करने से रीबाउंड सिरदर्द होते हैं। ये माध्यमिक सिरदर्द के सबसे आम कारण हैं। ये आमतौर पर दिन में शुरू हो जाते हैं और पूरे दिन जारी रहते हैं।  दर्द की दवा से इनमें आराम हो सकता है, लेकिन दवा का असर ख़त्म होते ही ये दर्द बहुत भयंकर हो जाते हैं। 
  2. थंडरक्लैप सिरदर्द (Thunderclap headaches) – ये गंभीर रूप से अचानक होने वाले सिरदर्द हैं, जिन्हें अक्सर "जीवन का सबसे खराब सिरदर्द" कहा जाता है। ये एक मिनट से कम समय में अपनी चरम सीमा पर पहुँच जाते हैं और 5 मिनट से अधिक समय तक रहते हैं। अक्सर थंडरक्लैप सिरदर्द से खतरा पैदा करने वाली परिस्थितियाँ उत्पन्न नहीं होती हैं। 
  3. साइनस सिरदर्द – साइनस में सूजन या संक्रमण के कारण चेहरे, माथे और आँखों के पीछे दबाव और सूजन महसूस की जाती है। (और पढ़ें - साइनस के लक्षण, कारण, उपचार, दवा और निदान)
  4. कैफीन सिरदर्द विथड्रावल (withdrawal) सिरदर्द  कैफीन के दीर्घकालिक उपयोग को रोकने के कारण होता है। 
  5. सेविकोगेनिक (Cervicogenic) सिरदर्द यह तनाव आधारित सिरदर्द की तरह है और मांसपेशियों की ऐंठन और जकड़न के कारण होता है। यह दर्द गर्दन से फैलता है। यह सर्वाइकल (गर्दन) डिस्क रोग (cervical disc disease) से जुड़ा हो सकता है।
  6. स्ट्रेस आधारित सिरदर्द (Stress Headache) – यह तनाव से जुड़े सिरदर्द का एक और रूप है। यह दर्द किसी भी कारण से उत्पन्न होने वाले तनाव का परिणाम होता है।
  7. रीढ़ सम्बन्धित.सिरदर्द (Spinal Headache) – एक सिरदर्द जो स्पाइनल टेप प्रक्रिया (कमर का छिद्र - lumbar puncture) से उत्पन्न होता है। प्रक्रिया के बाद, तरल पदार्थ रीढ़ की हड्डी के कॉलम से रिस सकता है, जिससे खड़े होने पर भयंकर सिरदर्द होता है।
  8. इग्ज़र्शन सिरदर्द (Exertion Headache) – यह ऐसा सिरदर्द है, जो अत्यधिक शारीरिक परिश्रम के कारण होता है। यह तनाव से जुड़े सिरदर्द और हल्के निर्जलीकरण का संयोजन हो सकता है।
  9. एलर्जी सिरदर्द – साइनस सिरदर्द के समान, पर्यावरण में एलर्जी पैदा करने वाले तत्व नासिका मार्ग और साइनस ऊतक में जलन पैदा कर देते हैं, जिसके कारण सिरदर्द हो सकता है।
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सिरदर्द के लक्षण - Headache Symptoms in Hindi

सिरदर्द के लक्षण

सिरदर्द के लक्षणों के लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता नहीं होती है। इन लक्षणों में हल्का सिरदर्द, जिसमें आमतौर पर भौहों से ऊपर सिर के दोनों हिस्सों में दर्द, दबाव या खिंचाव होता है, शामिल है।

ये सिरदर्द अक्सर हो सकते हैं और इनके होने के समय का अनुमान लगाया जा सकता है। जिन लोगों को इस प्रकार के हल्के सिरदर्द होते हैं, वे अक्सर उनके सिरदर्द के लक्षण जानते हैं, क्योंकि पैटर्न प्रत्येक प्रकरण (episode) के लिए खुद को दोहराता है।

सिरदर्द के लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं –

1. तनाव आधारित सिरदर्द – इसके लक्षणों में सिर के दोनों हिस्सों में दबाव और हल्के से मध्यम सिरदर्द शामिल हैं। दर्द आमतौर पर गर्दन और सिर के पिछले हिस्से से चारों ओर फैलता है।

2. माइग्रेन सिरदर्द का प्रकार – यह सिर के एक तरफ अक्सर मध्यम से तीव्र दर्द पैदा करता है। सिरदर्द के साथ मतली, उल्टी, और प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता हो सकती है। 

3. क्लस्टर (cluster) सिरदर्द  – क्लस्टर सिरदर्द बहुत तीव्र होता है, जो आमतौर पर सिर के एक तरफ स्थित आँख या कान के आसपास होता है। चेहरे के एक तरफ स्थित आँख का लाल होना और पानी निकलना, नाक का बहना और पलक का सूख जाना या सूजन भी हो सकते हैं।

4. रिबाउंड (rebound) सिरदर्द – इससे गर्दन में दर्द, बेचैनी, नाक का बंद होना और नींद में कमी आ सकती है। रीबाउंड सिरदर्द अनेक लक्षणों का कारण हो सकता है और इसका दर्द हर दिन अलग हो सकता है।

5. थंडरक्लैप (thunderclap) सिरदर्द – जो लोग इस अचानक होने वाले गंभीर सिरदर्द का अनुभव करते हैं, उन्हें तुरंत चिकित्सकीय जाँच करवानी चाहिए। इस दर्द को अक्सर "मेरे जीवन का सबसे खराब सिरदर्द" कहा जाता है।

सिरदर्द के कारण - Headache Causes in Hindi

सिरदर्द क्यों होता है?

सिर में उपस्थित दर्द-संवेदी ढाँचों (pain-sensing structures) में जलन या चोट लगने के कारण सिरदर्द  होता है। जो संरचनाएँ दर्द को महसूस कर सकती हैं, उनमें खोपड़ी, माथा, सिर का ऊपरी भाग, गर्दन और सिर की मांसपेशियों, सिर की प्रमुख धमनियों और नसों, साइनस और मस्तिष्क के चारों ओर मौजूद ऊतकों को शामिल किया जा सकता है।

सिरदर्द तब हो सकता है, जब इन संरचनाओं में दबाव, ऐंठन, तनाव, सूजन या जलन होती है। हल्के सिरदर्द को शुरू करने वाली घटनायें उन लोगों के बीच व्यापक रूप से होती हैं, जिन्हे सिरदर्द की बीमारी होती है। प्रत्येक व्यक्ति का अपना अलग पैटर्न होता है।

प्राथमिक सिरदर्द के कारण

प्राथमिक सिरदर्द अपने आप होने वाली बीमारी है, जो सिर में उपस्थित दर्द-संवेदी ढाँचों में अत्यधिक सक्रियता (overactivity) या समस्याओं के कारण तुरंत हो जाती है।

इसमें रक्त वाहिकाएँ, मांसपेशियाँ, सिर और गर्दन की नसें शामिल हैं। प्राथमिक सिरदर्द मस्तिष्क में रासायनिक क्रियाकलापों में होने वाले बदलावों के कारण भी हो सकते हैँ। 

माध्यमिक सिरदर्द के कारण

माध्यमिक सिरदर्द के लक्षण तब दिखाई देते हैं, जब किसी अन्य परिस्थिति द्वारा सिर में मौजूद दर्द-संवेदी नसों को उत्तेजित किया जाता है। दूसरे शब्दों में, सिरदर्द के लक्षणों को किसी अन्य कारण के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। 

विभिन्न कारक मिलकर  माध्यमिक सिरदर्द का कारण बन  सकते हैं। इसमें शामिल हैं –

  1. शराब पीने से होने वाला हैंगओवर
  2. ब्रेन ट्यूमर
  3. खून के थक्के (ब्लड क्लॉट)
  4. मस्तिष्क में या उसके चारों ओर रक्तस्राव
  5. कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता
  6. मस्तिष्काघात (concussion)
  7. निर्जलीकरण (और पढ़ें - शरीर में पानी की कमी के लक्षण)
  8. काला मोतियाबिंद (ग्लूकोमा) 
  9. बुखार
  10. रात में सोते हुए दाँत पीसना 
  11. इन्फ्लुएंजा 
  12. दर्द की दवा का अत्यधिक मात्रा में सेवन 
  13. घबराहट 
  14. दौरे आना
  15. तनाव
  16. मासिक धर्म के पहले, दौरान या उसके बाद हॉर्मोनल उतार-चढ़ाव
  17. पीठ और गर्दन की मांसपेशियों में तनाव
  18. थकावट
  19. भूख लगना
  20. दवाएं (दर्द से छुटकारा पाने के लिए बनाई जाने वाली कई दवाएं वास्तव में सिरदर्द का कारण बन सकती हैं, जब लंबे समय तक उपयोग के बाद दवा रोक दी जाती है।)
  21. शराब, कैफीन और शुगर की मात्रा में वृद्धि होना

सिरदर्द गंभीर समस्या का कारण बन सकते हैं। अगर आपको नियमित या लगातार रूप से गंभीर सिरदर्द होता है तो डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

सिर दर्द से बचाव - Prevention of Headache in Hindi

सिरदर्द को कैसे रोकें?

सिरदर्द कष्टकारी और कमज़ोरी लाने वाले हो सकते हैं। ऐसे किसी भी व्यवहार की पहचान करने का प्रयास करें, जो आपके सिरदर्द पैटर्न को सक्रिय कर सकते हैं।

1. दवाएं – किसी भी दर्द की दवा को लम्बे समय से लेते रहने के बाद जब अचानक बंद कर दिया जाता है तो सिरदर्द हो सकता है। इसे रिबाउंड या विथड्रावल (withdrawal) सिरदर्द कहा जाता है। यदि आप दर्द से छुटकारा पाने के लिए अधिक दवाएं लेते हैं, तो सिरदर्द-रीबाउंड-सिरदर्द चक्र जारी रहता है।

2. शराब –  ज़्यादा मात्रा में शराब का सेवन सिरदर्द और निर्जलीकरण का कारण बन सकता है।

3. निकोटीन – तंबाकू उत्पादों को सिरदर्द का कारण बताया गया है। इन उत्पादों से दूर रहने से सिर दर्द में कमी आ सकती है और साथ ही संपूर्ण स्वास्थ्य में काफी सुधार हो सकता है।

4. अपनी खाने-पीने की चीज़ों पर गौर करें –  यदि आपको सिरदर्द होता है, तो उससे पहले आपने जो कुछ भी खाया और पीया हो, उसे लिखिए। यदि आप समय के साथ ऐसा ही एक पैटर्न देखते हैं, तो उन वस्तुओं से दूर रहें।

5. नियमित रूप से खायें – भोजन में अनियमितता न बरतें। 

6. कैफीन का कम सेवन –  किसी भी भोजन या पेय को बहुत ज्यादा मात्रा में लेना माइग्रेन को बढ़ा सकता है, लेकिन अचानक उन्हें खाना या पीना बंद कर देना भी इसका कारण हो सकता है। अतः धीरे धीरे कैफीन के सेवन को कम करने की कोशिश करें।

7. नियमित और पर्याप्त नींद लें –  अगर आपके सोने का कोई नियम नहीं है या आप बहुत थके हुए हैं, तो इससे माइग्रेन होने की संभावना बढ़ जाती है।

8. अपने तनाव को कम करें –  ऐसा करने के कई तरीके हैं। इसके लिए आप व्यायाममैडिटेशन, प्रार्थना, अपने प्रियजनों के साथ समय बिताना और ऐसी चीज़ें कर सकते हैं, जिनसे आपको ख़ुशी मिले। यदि आप खुद को परेशान करने वाली कुछ चीज़ों को बदलना चाहते हैं, तो इसके लिए एक योजना तैयार करें।

9. अपनी ऊर्जा बनाए रखें – नियमित रूप से खायें और अपने अंदर पानी की कमी न होने दें।

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सिरदर्द का परीक्षण - Diagnosis of Headache in Hindi

सिरदर्द की जांच कैसे की जाती है?

जब आपको हल्का सिरदर्द होता है, जिसमें कोई गंभीर लक्षण दिखाई नहीं देते, उसका परीक्षण आवश्यक नहीं है। रक्त परीक्षण आमतौर पर उपयोगी नहीं होते, क्योंकि परिणाम हमेशा लगभग सामान्य होते हैं, जब तक कि अन्य लक्षण मौजूद न हों। चोट न लगने की स्थिति में एक्स-रे या सीटी स्कैन आमतौर पर आवश्यक नहीं होते हैं। यहां तक कि सिर में चोट लगने पर भी एक्स-रे या स्कैन अक्सर आवश्यक नहीं होते हैं।  खोपड़ी या गर्दन की मांसपेशियों में होने वाले दर्द को छोड़कर मामूली सिरदर्द में किया जाने वाला शारीरिक परीक्षण आमतौर पर सामान्य ही होता है। 

यदि आपका सिरदर्द गंभीर हैं, तो आपका डॉक्टर आपके लक्षणों और चिकित्सा इतिहास का मूल्यांकन करेगा। वह आपकी शारीरिक जाँच भी करेगा। यह जानकारी सिरदर्द के प्रकार और कारण को निर्धारित करने में मदद करेगी।

यदि आपको सिरदर्द के साथ ये लक्षण दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर को बतायें –

  1. वे बार बार होते हैं या गंभीर होते हैं। 
  2. वे रात भर आपको सोने नहीं देते।  
  3. उनके पास नए पैटर्न होते हैं या आवृत्ति में बदलाव करते हैं। 
  4. वे नए हैं या नए लक्षण दिखाते हैं। 

एक चिकित्सक आमतौर पर विशेष प्रकार के सिरदर्द का निदान स्थिति के विवरण, दर्द के प्रकार और दर्द के समय व पैटर्न के माध्यम से कर सकता है। यदि सिरदर्द की प्रकृति जटिल प्रतीत होती है, तो अधिक गंभीर कारणों को खत्म करने के लिए परीक्षण किए जा सकते हैं।

अन्य परीक्षणों में शामिल हो सकते हैं –

  1. ब्लड टेस्ट
  2. एक्स-रे
  3. मस्तिष्क स्कैन, जैसे कि सीटी स्कैन और एमआरआई

सिरदर्द का इलाज - Headache Treatment in Hindi

सिरदर्द का उपचार

सिरदर्द के उपचार के सबसे सामान्य तरीकों में भरपूर आराम और दर्द से राहत दिलाने वाली दवाएं हैं। दर्द से राहत दिलाने वाली सामान्य दवाएं किसी भी मेडिकल स्टोर से आसानी से खरीदी जा सकती हैं या डॉक्टर रोकथामपूर्ण दवाओं का परामर्श दे सकते हैं। (इसके बारे में नीचे जानकारी दी गयी है)

डॉक्टर की सलाह का पालन करना ज़रूरी है, क्योंकि दर्द निवारण दवाओं के अत्यधिक उपयोग से सिरदर्द फिर से हो सकता है। रिबाउंड सिरदर्द के उपचार में दर्द निवारक दवाओं की खुराक को कम करना या बंद कर देना शामिल है।

सिरदर्द के लिए दवाएं

अंतर्निहित समस्या का उपचार बार-बार होने वाले सिरदर्द को बंद कर देता है। जब कोई अन्य समस्या दिखाई नहीं देती, तब इलाज दर्द को रोकने पर केंद्रित कर दिया जाता है। जब आप निवारक चिकित्सा शुरू करने के लिए तैयार हैं, तो आपके डॉक्टर द्वारा सुझाये जा सकते हैं –

  1. एंटीडिप्रेसन्ट (ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसन्ट- Tricyclic antidepressants) – जैसे कि   नोरट्रिप्टीलिन (पामेलर) (nortriptyline - pamelor) का उपयोग दीर्घकालिक सिरदर्द के इलाज के लिए किया जा सकता है। ये दवाएं दैनिक रूप से होने वाले गंभीर सिरदर्द के साथ होने वाली समस्याओं, जैसे कि अवसाद, चिंता और अनियमित नींद का इलाज करने में मदद कर सकती हैं। अन्य एंटीडिप्रेसन्ट, जैसे –  सेलेक्टिव  सेरोटोनिन रीअपटेक इन्हीबिटर  (एसएसआरआई) (Selective Serotonin Reuptake Inhibitor - SSRI), फ्लुओक्सेटिन (प्रोज़ाक, सरफेम तथा अन्य) अवसाद और चिंता का इलाज करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन सिरदर्द के लिए प्लेसबो (Placebo) की तुलना में अधिक प्रभावी नहीं होते हैं।
  2. बीटा अवरोधक (बीटा ब्लॉकर्स) उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) का इलाज करने के लिए आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली ये दवाएं एपिसोडिक माइग्रेन को रोकने में भी महत्वपूर्ण हैं। कुछ बीटा ब्लॉकर्स में एटेनोलोल (टेनोरमिन), मेटोप्रोलोल (लोप्रेसर , टोप्रोल -एक्सएल) और प्रोप्रानोलोल (इंडरेल, इनोप्रान एक्सएल) शामिल हैं। 
  3. एंटी सीज़्यूर दवाएं (Anti-seizure medications) – कुछ एंटी सीज़्यूर दवाएं माइग्रेन के साथ-साथ लम्बे समय से होने वाले दैनिक सिरदर्दों को रोकने के लिए भी उपयोग की जा सकती हैं। विकल्पों में टोपिरामेट (टॉपैमैक्स, क्यूडेक्सी एक्सआर तथा अन्य), डिवाप्रोएक्स सोडियम (डेपाकोट) और गाबापेंटिन  (न्यूरोन्टिन, ग्रीलिस - Gralise) शामिल हैं।
  4. नोस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) दवाएं – यदि आप अन्य दर्दनिवारक दवाओं को लेना बंद कर रहे हों तो इस स्थिति में नैप्रोक्सेन सोडियम (एनाप्रोक्स, नेपरेलन) जैसी दवाएं सहायक हो सकती हैं। सिरदर्द के अधिक गंभीर होने पर इन्हें समय-समय पर उपयोग किया जा सकता है।
  5. बोटुलिनम टॉक्सिन – ओनबोटुलिनमटोक्सिनए (बोटॉक्स)  (OnabotulinumtoxinA - Botox) इंजेक्शन कुछ लोगों के लिए राहत प्रदान करते हैं और उन लोगों के लिए एक जीवनदायी विकल्प हो सकते हैं, जो दैनिक दवाओं को ठीक प्रकार से सहन नहीं कर पाते हैं।

सिरदर्द से आराम और आत्म देखभाल

इसके अतिरिक्त, सिरदर्द से राहत के लिए स्वयं देखभाल भी की जा सकती है। सिरदर्द के जोखिम और दर्द को कम करने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं –

  1. अपने सिर या गर्दन को बर्फ की थैली या गर्म पानी की थैली से सेंके, लेकिन अत्यधिक तापमान से बचें।
  2. जहाँ तक संभव हो, तनाव से बचें। तनाव को दूर करने के लिए योजनाएं बनाएं।
  3. नियमित रूप से भोजन करें। रक्त में शुगर की मात्रा को स्थिर बनाए रखने की कोशिश करें। 
  4. सिरदर्द में एक गर्म पानी का शावर (shower) मदद कर सकता है, हालाँकि कुछ दुर्लभ स्थितियों में गर्म पानी का प्रयोग सिरदर्द को बढ़ा सकता है। नियमित रूप से व्यायाम करना और पर्याप्त आराम व नियमित नींद से तनाव में कमी आती है और व्यक्ति स्वस्थ रहता है। 

सिरदर्द के वैकल्पिक (Alternative) उपचार

सिरदर्द के लिए कई वैकल्पिक उपचार उपलब्ध हैं, लेकिन कोई भी बड़ा बदलाव करने या इलाज के किसी भी विकल्प को शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

वैकल्पिक दृष्टिकोण (Alternative approaches) में शामिल हैं –

  1. एक्यूपंक्चर - एक्यूपंक्चर एक वैकल्पिक चिकित्सा है, जो सिरदर्द को दूर करने में मदद कर सकता है।
  2. संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा (cognitive behaviour therapy)
  3. हर्बल और पौष्टिक स्वास्थ्य उत्पाद
  4. सम्मोहन (hypnosis)
  5. ध्यान या चिंतन 

अनुसंधान से यह पुष्टि नहीं होती है कि ये सभी विधियाँ काम करती हैं।

सिर दर्द बार बार क्यों होता है? - Why do I have headaches everyday in Hindi

लम्बे समय तक रोज़ होने वाले सिरदर्द (क्रोनिक डेली सिरदर्द) के कारणों को अच्छी तरह से समझा नहीं गया है। "ट्रू" (प्राथमिक) क्रोनिक डेली सिरदर्द का अक्सर ऐसा कोई  कारण नहीं होता है जिसकी पहचान की जा सके ।

गैर-प्राथमिक क्रोनिक दैनिक सिरदर्द का कारण बनने वाली स्वास्थ्य समस्याओं में शामिल हैं -

  • मस्तिष्क में और उसके आस-पास रक्त वाहिकाओं में सूजन या अन्य समस्याएं, जिनमें स्ट्रोक भी शामिल है
  • संक्रमण, जैसे कि मेनिनजाइटिस
  • खोपड़ी के अंदर (इंट्राक्रैनियल) प्रेशर
  • ब्रेन ट्यूमर
  • मस्तिष्क की चोट

दवा ज़्यादा इस्तेमाल करने की वजह से सिरदर्द
इस प्रकार का सिरदर्द आमतौर पर उन लोगों में विकसित होता है जिन्हें "एपिसोडिक सिरदर्द विकार" होता है (आमतौर पर माइग्रेन या टेंशन टाइप सिरदर्द) और बहुत अधिक दर्द की दवा लेते हैं। यदि आप दर्द की दवाएँ ले रहे हैं - यहाँ तक कि बिना डॉक्टर के पर्चे के मिलने वाली दवा - सप्ताह में दो दिन (या महीने में नौ दिन) से अधिक, तो आपको बार-बार सिरदर्द होने का जोखिम है।

सिर दर्द किसकी कमी से होता है? - Deficiency of what causes a headache in Hindi

सिर दर्द और विटामिन-डी की कमी के बीच एक कड़ी हो सकती है -

  • 'द जर्नल ऑफ हेडेक पेन' में प्रकाशित एक अध्ययन में रिसर्चकर्ताओं ने पाया कि इक्वेटर (भूमध्य रेखा) से  दूर रहने वाले लोगों में माइग्रेन और टेन्शन वाले सिर दर्द की संभावना ज़्यादा पाई गई. ऐसा शायद इसलिए है की भूमध्य रेखा से जैसे जैसे दूर होते जाते हैं वैसे वैसे सूरज से मिलने वाली धूप कम होती जाती है. सूरज से धूप, विटामिन-डी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है. धूप की कमी से शरीर में विटामिन-डी की कमी हो सकती है. विटामिन-डी की कमी और सिर दर्द के बीच इस संभावित क्या लिंक है, ये इस पर लगातार रिसर्च की जा रही है.

  • दूसरे अध्ययन में जब 100 स्वस्थ लोगों के विटामिन-डी स्वास्थ्य सम्बन्धी मानकों की तुलना 100 ऐसे लोगों के मानकों से की गई जो पुराने तनाव, सिर दर्द से ग्रसित थे, तो पुराने तनाव जैसे सिर दर्द वाले लोगों में विटामिन-डी की कमी होने की संभावना ज्यादा पाई गई

सिर दर्द के लिए कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए? - Best tablet for headache in Hindi

आमतौर पर माइग्रेन और सिर दर्द के लिए डॉक्टरों द्वारा बताई कई दवाएं होती हैं. इनमें से कई दवाएं ओवर-द-काउंटर (यानी डॉक्टर के पर्चे के बिना उपलब्ध केमिस्ट के यहाँ से ली जा सकती हैं), जबकि बाकी सिर दर्द दवाओं के लिए डॉक्टर के पर्चे की जरूरत होती है.

ध्यान दें: अगर आपको ऐसी दवाओं का इस्तेमाल हफ्ते में दो बार से ज्यादा करना पड़ रहा है तो डॉक्टर से इस बारे में सलाह जरूर लें, जो सिर दर्द से राहत वाली कुछ और दवाएं लिख सकते हैं. दर्द से राहत देने वाली दवाओं के ज्यादा प्रयोग से वास्तव में ज्यादा बार सिर दर्द हो सकता है या सिर दर्द के लक्षण बिगड़ सकते हैं.

माइग्रेन या सिर दर्द के लक्षणों से राहत के लिए दवाओं में शामिल हैं -

  • एसिटामिनोफेन
  • एस्पिरिन
  • फेनोप्रोफेन
  • फ्लर्बिप्रोफेन
  • आइबुप्रोफेन
  • डाइक्लोफेनिक


संदर्भ

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  7. Probyn K, Bowers H, Caldwell F, Mistry D, Underwood M, Matharu M, Pincus T. Prognostic factors for chronic headache: A systematic review.. Neurology. 2017 Jul 18;89(3):291-301. PMID: 28615422.
  8. Winchester Hospital. [Internet]. Beth Israel Lahey Health, Winchester, MA. Risk Factors for Headache.

सिरदर्द की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Headache in Hindi

सिरदर्द के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

सिरदर्द पर आम सवालों के जवाब

सवाल 5 साल से अधिक पहले

सिरदर्द से तुरंत आराम कैसे पाएं?

Dr. Arvind Swamy

चाहे आपको माइग्रेन हैडेक हो या टेंशन हैडेक, दोनों ही स्थिति में तुरंत सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए इन उपायों को आजमा सकते हैं-

  • दर्द होने पर कुछ देर के लिए आंखें बंद करके किसी अंधेरे कमरे में बैठ जाएं। इससे आपको सिरदर्द में तो आराम मिलेगा ही साथ ही टेंशन भी कुछ कम होगी। कोशिश करें कि सिरदर्द होने पर ज्यादा काम न करें, जितना संभव हो आराम करें। इस तरह बिना दवा लिए भी सिरदर्द से आराम मिलता है।
  • सिर दर्द होने पर गर्दन और कनपटी की हल्की मसाज कर सकते हैं। इससे भी आपको तुरंत आराम मिलने लगेगा।

सवाल 5 साल से अधिक पहले

सिर के पिछले हिस्से में दर्द का इलाज कैसे करें?

Dr. Nivedita Mule

सिर के पिछले हिस्से में अकसर टेंशन की वजह से ही दर्द होता है। इसका इलाज करना मुश्किल नहीं है। इसके लिए आप अपने सिर की हल्के हाथों से मसाज करें। लेकिन मसाज सिर्फ उसी मांसपेशियों में करें जहां दर्द का अहसास हो रहा है। वैसे दर्द न हो, इसके लिए रोजाना हल्के हाथों से अपने सिर की मसाज कर सकते हैं। इससे आपको आराम मिलेगा और सिर के पिछले हिस्से में दर्द होने की फ्रीक्वेंसी में भी कमी आएगी।

सवाल 5 साल से अधिक पहले

टेंशन हैडेक से कैसे राहत पाएं?

Dr. Vikas Banerjee

सबसे आम सिरदर्द में से एक है टेंशन सिरदर्द। इस तरह का सिरदर्द होने पर ऐसा महसूस होता है मानो सिर में कोई टाइट बैंड बंधा हुआ है, जिस वजह से सिर में दर्द और दबाव बन रहा है। यह दर्द हल्के से लेकर तीव्र दर्द तक हो सकता है। इस दर्द की सबसे खतरनाक बात यह है कि यह दर्द एक महीने में 15 दिनों तक बना रह सकता है और कभी आधे घंटे से लेकर हफ्तों तक भी बना रहता है। इससे राहत के लिए डाक्टर से संपर्क कर अपनी पूरी जांच कराएं।

सवाल 5 साल से अधिक पहले

सिर दर्द से होने वाली बीमारी कौनसी है?

Dr. Arvind Swamy

सिरदर्द से किसी तरह की बीमारी नहीं होती। लेकिन सिरदर्द किसी अन्य बीमारी का लक्षण अवश्य हो सकता है। सिरदर्द जिन बीमारियों का लक्षण है, वह है स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, इंफेक्शन आदि।