फ्रैक्चर या हड्डी टूटना एक आम समस्या है। हड्डी टूटना उसे कहते हैं जब आपकी हड्डी में दरार या क्रैक आ जाता है या वह कई हिस्सों में टूट जाती है। चोट लगने या एक्सीडेंट होने के कारण आपकी हड्डी टूट सकती है।

एक हड्डी लम्बाई या चौड़ाई में टूट सकती है। ज़्यादातर फ्रैक्चर तब होते हैं जब हड्डी पर ज़रूरत से ज्यादा दबाव बनता है।

हड्डी टूटने के मामले में सही प्राथमिक उपचार आवश्यक होता है क्योंकि इससे घायल व्यक्ति को दर्द भी कम होता है और हड्डी जल्दी जुड़ने की सम्भावना भी बढ़ जाती है।

इस लेख में हड्डी टूटने के संकेत और फर्स्ट ऐड के बारे में बताया गया है।

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  1. हड्डी टूटने के संकेत - Fracture ke sanket in hindi
  2. हड्डी टूटने पर बुलाएं डॉक्टर - Haddi tutne par turant jaye doctor ke pas
  3. हड्डी टूटने पर प्राथमिक उपचार - Haddi tootne par kya kre

निम्नलिखित संकेतों से आप समझ सकते हैं कि फ्रैक्चर हुआ है -

  • प्रभावित क्षेत्र में अत्यधिक दर्द और हिलने-डुलने पर दर्द बढ़ना।
  • प्रभावित क्षेत्र सुन्न होना।
  • प्रभावित क्षेत्र का नीला पड़ना, उसमें सूजन होना या वह क्षेत्र विकृत दिखना। (और पढ़ें - सूजन कम करने के घरेलू उपाय)
  • त्वचा में से हड्डी का बाहर निकलना।
  • बहुत अधिक खून बहना।

(और पढ़ें - पैर में फ्रैक्चर के लक्षण)

हड्डी टूटने पर चिकित्सा लेना जरुरी होता है। अगर किसी दुर्घटना के कारण हड्डी टूटी है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं या एम्बुलेंस बुलाएं।

अगर आपको निम्नलिखित संकेत दिखते हैं, तब भी तुरंत डॉक्टर के पास जाएं -

  • घायल व्यक्ति जवाब नहीं दे रहा हो, सांस न ले रहा हो या हिल-डुल न रहा हो। अगर व्यक्ति सांस नहीं ले रहा है या उसके दिल की धड़कन नहीं चल रही है, तो उसे सीपीआर दें। (और पढ़ें - सीपीआर कैसे देते हैं)
  • अधिक खून बह रहा हो।
  • हल्का सा दबाव बनाने या हिलने पर दर्द हो रहा हो।
  • हाथ-पैर या जोड़ विकृत दिख रहा हो।
  • हड्डी त्वचा से बाहर आ रही हो।
  • प्रभावित क्षेत्र सुन्न हो या नीला पड़ रहा हो।
  • आपको गले, सिर या पीठ की हड्डी के फ्रैक्चर का शक हो।

चोट को और बढ़ने से रोकने के लिए घायल व्यक्ति को न हिलाएं।

(और पढ़ें - रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर के लक्षण)

अगर किसी की हड्डी टूट जाती है, तो उसे प्राथमिक चिकित्सा दें और एम्बुलेंस को बुलाएं। मदद का इंतज़ार करते समय आप घायल व्यक्ति को निम्नलिखित तरीके से फर्स्ट ऐड दे सकते हैं -

  • रक्तस्त्राव रोकें
    अगर घायल व्यक्ति का बहुत अधिक खून बह रहा है, तो उसे रोकने की कोशिश करें। इसके लिए प्रभावित क्षेत्र पर साफ पट्टी या कपडा लगाकर उस जगह पर दबाव बनाएं।
     
  • प्रभावित क्षेत्र को हिलने न दें
    अगर आपको लगता है कि व्यक्ति के गले या पीठ की हड्डी में फ्रैक्चर हुआ है, तो उसे बिलकुल भी हिलने न दें और जितना हो सके स्थिर रखने की कोशिश करें। अगर व्यक्ति के हाथ या पैर की हड्डी टूटी है, तो स्पलिंट (Splint: फ्रैक्चर होने पर उपयोग की जाने वाली एक मजबूत पट्टी, जो प्रभावित क्षेत्र को हिलने-डुलने से रोकती है) की मदद से उस क्षेत्र को स्थिर रखें। (और पढ़ें - टखने में फ्रैक्चर के लक्षण)
     
  • ठंडी सिकाई करें
    एक साफ कपडे में बर्फ रखकर या आइस पैक (Ice pack) का उपयोग करके 10 मिनट तक घायल व्यक्ति के प्रभावित क्षेत्र पर सिकाई करें।
     
  • सदमे का इलाज करें
    घायल व्यक्ति को एक आरामदायक पोजीशन में रहने के लिए मदद करें, उन्हें आराम करने के लिए कहें और आश्वासन दें। उन्हें गर्म रखने के लिए उनके ऊपर कम्बल या कपडा डाल दें।

​​(और पढ़ें - फर्स्ट ऐड बॉक्स)

नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल​ से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।

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