भारत में कोविड-19 से जुड़े मामलों ने एक और ऐतिहासिक आंकड़ा छू लिया है। यहां कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 90 लाख के पार चली गई है। बीते 24 घंटों में देशभर में 45 हजार 882 लोग सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित पाए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस बढ़ोतरी से मरीजों की कुल संख्या 90 लाख 4,365 तक पहुंच गई है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा एक लाख 32 हजार 162 हो गया है। गुरुवार को 584 नई मौतों की पुष्टि की गई है। हालांकि इसी दौरान, 44 हजार 807 मरीजों को कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त करार दिया गया है, जिससे बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या 84 लाख 28 हजार से ज्यादा हो गई है। इस तरह भारत में कोविड-19 का रिकवरी रेट 93.60 प्रतिशत हो गया है, जबकि मृत्यु दर 1.47 प्रतिशत पर आ गई है। उधर, आईसीएमआर ने बताया है कि देश में कोरोना संक्रमितों की पहचान करने के लिए किए जा रहे टेस्टों की संख्या 12 करोड़ 95 लाख से ज्यादा हो गई है। इनमें से 10 लाख 83 हजार से ज्यादा टेस्ट गुरुवार को ही किए गए हैं।

क्या एक करोड़ होगी संख्या?
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 90 लाख होने के बाद यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या भारत में कोविड-19 के एक करोड़ मरीज हो जाएंगे। मौजूदा आंकड़े देखकर लगता है कि ऐसा हो सकता है। इस समय प्रतिदिन दर्ज होने वाले मामलों की संख्या 45 हजार के आसपास है। गौर करने वाली बात यह है कि बीते तीन-चार दिनों से रोजाना संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की संख्या, स्वस्थ करार दिए जा रहे मरीजों से ज्यादा है। जबकि पिछले कुछ समय से ऐसा नहीं देखने मिल रहा था। वैसी स्थिति फिर से कब बहाल होगी यह कहना मुश्किल है। फिलहाल ज्यादातर राज्यों में हालात कुछ या ज्यादा बेहतर दिखते हैं, लेकिन दिल्ली और केरल अभी भी बड़ी संख्या में मामले दर्ज हो रहे हैं। वहीं, थोड़ी बहुत बढ़ोतरी महाराष्ट्र में भी देखी गई है। वहां सरकार को भी अगले साल की शुरुआत में कोरोना वायरस की 'दूसरी लहर' आने की आशंका है। ऐसे में आने वाले समय में संक्रमितों की संख्या एक करोड़ होने की संभावना बनी रहेगी।

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दिल्ली में 8,000 लोगों की मौत
कोरोना संक्रमण के चलते दिल्ली में कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या 8,000 से आगे चली गई है। गुरुवार को राजधानी में 7,546 लोग सार्स-सीओवी-2 की चपेट में पाए गए हैं और 98 नई मौतें दर्ज की गई हैं। इस अपडेट के बाद दिल्ली में कोविड-19 से जुड़े मामलों की कुल संख्या पांच लाख 10 हजार 630 हो गई है, जबकि मृतकों का आंकड़ा 8,041 तक पहुंच गया है। इसके साथ ही दिल्ली देश का ऐसा चौथा राज्य/केंद्रशासित प्रदेश बन गई है, जहां कोरोना वायरस से कम से कम 8,000 या उससे ज्यादा लोगों की जान गई है। हालात और खराब होने से रोकने के लिए केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार लगभग हर रोज कोई न कोई नई घोषणा कर रहे हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अब मास्क नहीं पहनने वालों पर 500 रुपये की बजाय 2,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं, उनकी सरकार के एक अन्य आदेश के तहत अब राजधानी के 42 निजी अस्पतालों में 80 प्रतिशत आईसीयू बेड कोविड-19 के मरीजों के लिए आरक्षित किए जाएंगे।

इसी बीच, एक खबर चर्चित कोविड-19 टेस्ट फेलूदा को लेकर आई है। इसके मुताबिक, इस जीन एडिटिंग आधारित टेस्ट की पहली खेप दिसंबर के पहले हफ्ते में दिल्ली में उपलब्ध होगी। इसके बाद इसे देश के दूसरे महानगरों में भी सप्लाई किया जाएगा। इनमें मुंबई, पुणे, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद आदि शामिल हैं। उधर, केंद्र सरकार ने कहा है कि इस महीने के अंत तक दिल्ली में कोविड-19 से जुड़े स्टैंडर्ड आरटी-पीसीआर टेस्ट की संख्या दोगुनी कर 30 हजार से 60 हजार कर दी जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में संक्रमितों को डिटेक्ट किया जा सके।

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महाराष्ट्र में तेजी से टेस्ट करने का आदेश
कोविड-19 संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे महाराष्ट्र में बीते दो-तीन दिनों से प्रतिदिन दर्ज होने वाले मामलों और मौतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। बीते हफ्ते राज्य में एक दिन में कोरोना संक्रमण से ग्रस्त पाए जाने वाले लोगों की संख्या 3,000 से भी नीचे आ गई थी। लेकिन इस हफ्ते ज्यादातर दिन यह आंकड़ा 5,000 से ज्यादा रहा है। वहीं, नई मौतों की संख्या 100 से ऊपर रही है। गुरुवार को महाराष्ट्र में 5,535 नए मरीजों की पुष्टि हुई है और 154 नई मौतें दर्ज की गई हैं। इससे राज्य में मरीजों की संख्या 17 लाख 63 हजार के पार चली गई है, जबकि मृतकों का आंकड़ा 46 हजार 356 तक पहुंच गया है। ऐसे में राज्य सरकार कोरोना वायरस की दूसरी लहर को लेकर अभी भी अंदेशे में है। यही कारण है कि उसने अधिकारियों से कहा है कि वे अपने-अपने इलाकों में कोरोना टेस्टिंग में तेजी लाने का काम करें।

खबर के मुताबिक, राज्य सरकार ने अधिकारियों से कहा है कि वे हालात में हुए सुधार के चलते अपनी चौकसी में कमी न करें और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाएं। राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने पिछले हफ्ते सर्कुलर जारी कर कहा था कि जनवरी-फरवरी में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर आ सकती है, लिहाजा अधिकारी इसकी टेस्टिंग में तेजी लाने का काम करें। सर्कुलर में अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया गया कि वे संभावित 'सुपरस्प्रेडर्स', जैसे किराने की दुकान के मालिक, डोर-टू-डोर सर्विस पहुंचाने वाले लोग, ट्रांसपोर्ट सर्विस के कामगार, मजदूर, सिक्यॉरिटी गार्ड, पुलिस और होम गार्ड, की भी पहचान करें।

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कोविड-19 से जुड़ी अन्य अहम राष्ट्रीय अपडेट्स

  • कर्नाटक में मृतकों की संख्या 11,600 के पार, अब तक 8.67 लाख मामलों की पुष्टि
  • हर किसी को कोविड-19 का इलाज करने की अनुमति नहीं दी जा सकती: सुप्रीम कोर्ट
  • 2,000 मौतों के और करीब पहुंचा केरल, 26 नई मौतों के साथ 1,969 हुआ आंकड़ा
  • दिल्ली: अस्पताल चौथे, पांचवें साल के एमबीबीएस छात्रों और इंटर्न्स से काम ले सकते हैं 
  • बंगाल में रोज 50 से ज्यादा मौतें होने का सिलसिला जारी, गुरुवार को 53 मौतें
  • राजस्थान: सीएम अशोक गहलोत ने निजी अस्पतालों में बेड बढ़ाने को कहा
  • हरियाणा में कोरोना संक्रमण से 2,100 से ज्यादा संक्रमितों के मारे जाने की पुष्टि
  • भारत में 12 प्रतिशत कोविड केस 20 साल से कम उम्र के युवाओं से जुड़े: यूनिसेफ
  • गुजरात में संक्रमितों का आंकड़ा 1.92 लाख के पार, बीते दिन 1,340 नए मामले
  • हरियाणा: कोवाक्सीन के ट्रायल के 1,000 प्रतिभागी लाने का प्रयास करेगा पीजीआईएमएस


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें भारत में कोविड-19 के 90 लाख से ज्यादा मामले हुए, क्या एक करोड़ का आंकड़ा होगा पार? है

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