कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 के बढ़ते मामलों के बीच भारत में अतिरिक्त वेंटिलेटर्स और मास्क की जरूरत साफ तौर पर दिखाई दे रही है। इसे सरकार ने भी महसूस किया है, लिहाजा उसने देश की ऑटोमोबाइल कंपनियों से कहा है कि वे अपने उपकरणों का इस्तेमाल वेंटिलेटर्स बनाने में करें। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि उसने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ को प्रतिदिन 20 हजार एन95 मास्क तैयार करने को कहा है। मंत्रालय ने कहा कि अगले हफ्ते तक डीआरडीओ इन मास्कों का निर्माण शुरू कर देगा।

एन95 मास्क का कितना स्टॉक?
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि सरकार ने मौजूदा वेंटिलेटर्स में से अभी तक 14 हजार कोविड-19 के मरीजों के लिए अलग से रख लिए हैं। वहीं, देश में इस समय 11.95 लाख एन95 मास्क का स्टॉक मौजूद है। बीते दो दिनों में अतिरिक्त पांच लाख मास्क बांटे गए हैं। सोमवार को एक लाख 40 हजार मास्क वितरित किए गए। यह जानकारी देते हुए मंत्रालय ने ट्विटर पर बताया, 'ऑटोमोबाइल उत्पादकों से कहा गया है कि वे वेंटिलेटर्स का निर्माण करें और वे इस संबंध में काम कर रहे हैं।'

(और पढ़ें - कोरोना वायरस: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुजुर्ग नागरिकों के लिए हेल्थ एडवाइजरी जारी की)

पीएसयू को दिए गए आदेश
इससे पहले बीते हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि वह भारत सरकार के तहत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू) भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और अग्वा हेल्थकेयर को क्रमशः 30,000 और 10,000 वेंटिलेटर्स बनाने का ऑर्डर दे चुका है। अब मंत्रालय ने ट्विटर के जरिये बताया है कि अप्रैल के दूसरे हफ्ते से इन वेंटिलेटर्स की आपूर्ति होना शुरू हो जाएगी। ट्वीट में मंत्रालय ने यह भी बताया कि इस समय देश की दो कंपनियां प्रतिदिन 50,000 एन95 मास्क बना रही हैं। उसने उम्मीद जताई है कि अगले हफ्ते से एक लाख मास्क बनाए जाने लगेंगे।

(और पढ़ें - क्या कोविड-19 से मुक्त करार दिए जाने के बाद भी शरीर में एक्टिव रह सकता है कोरोना वायरस?)

जमाखोरी पर पुलिस की कार्रवाई
एक तरफ सरकार ज्यादा संख्या में नए मास्क बनाने पर जोर दे रही है, तो दूसरी तरफ पुलिस मास्क और सैनिटाइजर की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। खबर है कि मुंबई के कांदिवली इलाके में छापेमारी कर पुलिस ने करीब 27 लाख रुपये के सैनिटाइजर और मास्क बरामद किए हैं। इससे पहले भी मु्ंबई में ही मास्क की बड़ी जमाखोरी का भंडाफोड़ किया गया था। बीते हफ्ते आई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मुंबई क्राइम ब्रांच ने शहर के एक इलाके में रेड मार कर करीब 25 लाख मास्क बरामद किए थे। इनमें से लगभग सवा तीन लाख मास्क एन95 श्रेणी के थे। मीडिया रिपोर्टों में सभी 25 लाख मास्क की कीमत करीब 15 करोड़ रुपये बताई गई थी।

(और पढ़ें - कोरोना वायरस: अमेरिका में विशेषज्ञों ने एक लाख से अधिक मौतों की आशंका जताई, जर्मनी में एक राज्य के वित्त मंत्री ने सदमे में की खुदकुशी)


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19 संकट: वेंटिलेटर्स और मास्क की आपूर्ति के लिए सरकार ने उठाए ये कदम है

ऐप पर पढ़ें