महाराष्ट्र में कोविड-19 के मृतकों की संख्या 4,000 से अधिक हो गई है। बीते 24 घंटों में यहां कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते 178 नई मौतों की पुष्टि की गई है। इसके बाद महाराष्ट्र में इस वायरस से मारे गए लोगों का आंकड़ा 4,128 हो गया है। वहीं, 2,786 नए मामलों की साथ मरीजों की कुल संख्या एक लाख 10,744 हो गई है।

महाराष्ट्र में कोविड-19 बीमारी कितनी तेजी से और जानलेवा होती जा रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरे मई महीने के दौरान जहां राज्य में 1,827 लोगों की मौत हुई, वहीं जून महीने के 15 दिनों में ही 1,800 से अधिक मौतों की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में राज्य सरकार ने अब अपना फोकस वायरस को नियंत्रित करने के बजाय इससे होने वाली मौतों को रोकने पर शिफ्ट करने का फैसला किया है। एक मीडिया रिपोर्टे के मुताबिक, राज्य के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया है कि उन्हें राज्य सरकार की तरफ से निर्देश मिले हैं कि अस्पतालों में होने वाली मौतों को बढ़ने से रोका जाए।

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जानकारों के मुताबिक, यह एक बड़ी वजह हो सकती है कि महाराष्ट्र सरकार ने कोविड-19 की पुष्टि के लिए जरूरी माने गए आरटी-पीसीआर टेस्ट की कीमत में 50 प्रतिशत की कटौती कर दी है। बीते सप्ताहांत लिए गए इस फैसले में राज्य सरकार ने आरटी-पीसीआर टेस्ट की कीमत 4,500 से घटाकर 2,200 कर दी थी। कहा जा रहा है कि इस फैसले से राज्य के कोरोना वायरस के मरीजों को काफी राहत मिलेगी। गौरतलब है कि देशभर में प्राइवेट लैब कोविड-19 की टेस्टिंग के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट करने पर 4,500 रुपये ले रही हैं।

गुजरात में 1,500 मौतें, दिल्ली में मारे गए 1,400 मरीज
महाराष्ट्र के बाद कोविड-19 से मारे गए लोगों की सबसे बड़ी संख्या गुजरात और दिल्ली में है। इन दोनों ही जगहों पर कोरोना वायरस ने 1,500 और 1,400 (क्रमशः) लोगों की जान ली है। बीते दिन गुजरात में 28 नई मौतों की पुष्टि हुई है, जिसके बाद यहां मृतकों की संख्या 1,477 से 1,505 हो गई है। वहीं, 511 नए मामलों के साथ मरीजों का आंकड़ा भी 24 हजार के पार चला गया है। वहीं, दिल्ली में सोमवार को 1,647 नए मरीजों और 73 मौतों की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां कोरोना मरीजों की संख्या 42,800 से ज्यादा हो गई है।

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जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में राजधानी में कोरोना संक्रमण से ग्रस्त लोगों की संख्या में और तेजी से इजाफा हो सकता है। इसकी वजह सरकार का वह फैसला है, जिसमें उसने दिल्ली में कोविड-19 के टेस्ट दो से तीन गुना करने की बात कही है। खबरे हैं कि आगामी 20 जून से दिल्ली में प्रतिदिन 18 हजार कोविड-19 टेस्ट होंगे। इसके अलावा, केंद्र सरकार द्वारा गठित एक टीम दिल्ली में कोरोना वायरस की टेस्टिंग की कीमत को लेकर अपनी रिपोर्ट देगी। कहा जा रहा है कि इसके बाद निजी अस्पतालों व लैबों द्वारा ली जा रही कीमत में कमी हो सकती है। 

इस बीच, दिल्ली सरकार ने अपना वह फैसला वापस ले लिया है, जिसमें उसने नर्सिंग होम्स को कोविड सेंटर के रूप में इस्तेमाल करने का आदेश दिया था। खबर है कि दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने इस बाबत सरकार को पत्र लिखा था। इसमें उसने कहा था कि नर्सिंग होम्स को भी कोविड-19 के इलाज के लिए समर्पित करने से अन्य मरीजों के उपचार में दिक्कतें आएंगी। बताया गया है कि इसके बाद दिल्ली सरकार ने अपने फैसले को तुरंत प्रभाव से वापस ले लिया है।

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अन्य राज्यों की स्थिति
तमिलनाडु में कोरोना संक्रमियों का आंकड़ा 46,500 से ज्यादा हो गया है। यहां कोविड-19 से अब तक 479 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान में मृतकों की संख्या 300 से ज्यादा हो गई है। यहां मरीजों की संख्या भी 13 हजार के नजदीक आ गई है। उधर, पश्चिम बंगाल 500 मौतों के आंकड़े की तरफ बढ़ रहा है। वहां कोरोना वायरस ने करीब 11,500 लोगों को संक्रमित किया है। मध्य प्रदेश में भी संक्रमितों की संख्या 11 हजार के पास पहुंच गई है। यहां कोविड-19 ने 465 लोगों की जान ली है। इन सबके अलावा, हरियाणा देश का 10वां राज्य बन गया है, जहां कोरोना संक्रमण के चलते अब तक कम से कम सौ लोगों की मौत हुई है। यहां वायरस ने अब तक 7,700 से अधिक लोगों को बीमार किया है।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें महाराष्ट्र में कोविड-19 से 4,000 से अधिक लोगों की मौत, गुजरात में 1,500 तो दिल्ली में 1,400 लोगों की कोरोना वायरस ने ली जान है

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