ऑक्सीटोसिन एक न्यूरोहार्मोन है, जिसे लव हार्मोन भी कहा जाता है. यह खुशी के अहसास को बेहतर करने में मदद करता है. इसके अलावा, यह लैक्टेशन, स्पर्म मूवमेंट और टेस्टोस्टेरोन निर्माण में भी अहम भूमिका निभाता है. एक अन्य शोध के अनुसार, ऑक्सीटोसिन हार्मोन से दिल की मांसपेशियों में सुधार होता है. शोधकर्ताओं का मानना है कि हार्ट अटैक झेल चुके लोगों में ऑक्सीटोसिन से हृदय की खोई हुई मांसपेशियों के सेल्स रिस्टोर हो सकते हैं.

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आज इस लेख में आप जानेंगे कि ऑक्सीटोसिन हार्मोन से हृदय की मांसपेशियों में सुधार होता है या नहीं -

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  1. क्या है ऑक्सीटोसिन?
  2. ऑक्सीटोसिन हार्मोन का हृदय पर असर
  3. सारांश
क्या ऑक्सीटोसिन हार्मोन से हृदय की मांसपेशियों में सुधार होता है? के डॉक्टर

ऑक्सीटोसिन प्राकृतिक तौर पर उत्पन्न होने वाला हार्मोन है, जो ब्रेन के हाइपोथैलेमस क्षेत्र में होता है. यह हार्मोन महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम से जुड़ा है, जिसमें शिशु का जन्म और ब्रेस्टफीडिंग शामिल है. ऑक्सीटोसिन को लव हार्मोन भी कहा जाता है. यह उन गतिविधियों से उत्पन्न होता है, जिन्हें करने से हमें खुशी महसूस होती है जैसे - मेडिटेशनयोग, सेक्शुअल इंटिमेसी, हग करना व किस करना आदि. कुछ शोध में माना गया है कि ऑक्सीटोसिन ब्लड प्रेशर को कम करके दिल की सेहत पर सकारात्मक असर डाल सकता है.

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ऑक्सीटोसिन हार्मोन किस प्रकार हृदय की मांसपेशियों में सुधार करता है, इसकी पुष्टि के लिए मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. एटोर एगुइरे और उनकी टीम ने शोध किया गया. उन्होंने यह जानने का प्रयास किया कि कैसे ऑक्सीटोसिन हृदय के एपिकार्डियम से निर्मित स्टेम सेल्स को उत्तेजित करने में मदद करता है. इसे एपिकार्डियम-डराइव्ड प्रोजेनिटर सेल्स कहा जाता है, जो कार्डियोमायोसाइट्स में विकसित होता है.

डॉ. एगुइरे ने बताया कि ऑक्सीटोसिन हृदय की बाहरी परतों में नए सेल्स को फिर से प्रोग्राम करता है, जिसे एपिकार्डियम कहा जाता है और बाद में उन्हें स्टेम सेल में बदल देता है. ये स्टेम सेल्स क्षतिग्रस्त दिल की गहरी परतों में चले जाते हैं, जिसे मायोकार्डियम कहा जाता है. यहां पर ये स्टेम सेल्स हीलिंग फैक्टर को पैदा कर और खोई हुई कोशिकाओं जैसे - रक्त वाहिकाओं, कार्डियोमायोसाइट्स व फाइब्रोब्लास्ट्स में बदलकर दिल के क्षतिग्रस्त भाग को ठीक करने का काम करते हैं.

एक अन्य शोध के अनुसार, ऑक्सीटोसिन का प्रभाव थोड़े समय के लिए ही रहता है. फिर भी इस लाभकारी सिग्नलिंग पाथवे का लाभ ऐसी दवाओं का निर्माण करने में किया जा सकता है, जिसका असर अधिक और लंबे समय तक रहे.

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लव हार्मोन यानी ऑक्सीटोसिन हार्मोन मनुष्य के दिल की मांसपेशियों में सुधार लाने में मदद कर सकता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि ऑक्सीटोसिन मनुष्य के सर्कुलेशन में बहुत कम समय के लिए आता है, लेकिन इसका लाभ उठाकर ऐसे ड्रग बनाए जा सकते हैं, जो इसे लंबे समय के लिए बनाए रख सकें. फिलहाल, इस पर और शोध किया जाना बाकी है.

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