केरल के एक मेडिकल संस्थान ने थोरेसिक एऑर्टिक एन्यरिज्म (वक्ष धमनी विस्फार) या टीएए बीमारी के इलाज के लिए एक नई डिवाइस बनाई है। इस डिवाइस की मदद से अब हजारों लोगों को बेहतर इलाज मिल सकेगा। खबर के मुताबिक, केरल के 'श्री चित्रा तिरुनल आयुर्विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी संस्थान' (एससीटीआईएमएसटी) ने इस डिवाइस को तैयार किया है।

मीडिया में आई रिपोर्टों में संस्थान की निदेशक डॉक्टर आशा किशोर ने बताया कि इससे पहले भारत में इस बीमारी के इलाज के लिए कोई स्वदेशी डिवाइस नहीं बनी थी। डॉक्टर आशा का कहना है कि इसी के चलते उनके संस्थान ने एक स्वदेशी और सस्ता स्टेंट ग्राफ्ट तैयार करने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि फिलहाल ऑपरेशन के लिए स्टेंट विदेश से आयात करना पड़ता है जिसकी कीमत कम से कम साढ़े तीन लाख रुपये है। इसके मुकाबले स्वदेशी स्टेंट काफी सस्ता होगा। एससीटीआईएमएसटी निदेशक की मानें तो इस स्टेंट को आसानी से टीएए के मरीज के शरीर में डाला जा सकता है।

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डिवाइस क्या है और कैसे काम करेगी?
एससीटीआईएमएसटी के वैज्ञानिकों ने निकेल टाइटेनियम धातु और पॉलिस्टर फैब्रिक को नलीदार आकृति देते हुए इस डिवाइस को तैयार किया है। खबर के मुताबिक, उन्होंने अंगूठी या छल्ले के आकार का स्टेंट ग्राफ्ट बनाया है। इसे ट्यूबलर की मदद से एक प्रकार का खिंचाव या लचक दी गई है, ताकि वह बड़ी धमनी के अंदर जाकर उसे सपोर्ट (या मजबूती) दे सके। एक बार स्टेंट ग्राफ्ट लगने के बाद धमनी का रक्त का प्रवाह उसी के माध्यम से होता है। इस प्रकार धमनी को सिकुड़ने या सख्त होने से रोका जा सकता है।

वक्ष धमनी विस्फार क्या है?
वक्ष धमनी विस्फार या थोरेसिक एऑर्टिक एन्यरिज्म, इन्सान के वक्ष (सीना) की धमनी यानी ऑर्टरी में आने वाली सूजन से जुड़ी बीमारी है। इसमें धमनी की दीवार में कमजोरी के कारण उसका हिस्सा असामान्य रूप से चौड़ा हो जाता या फैला जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी में शरीर की सबसे बड़ी धमनी (एऑर्ट) प्रभावित होती, जो छाती से होकर गुजरती है।

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सामान्य स्थिति में धमनी नली के आकार की होती है। लेकिन इस बीमारी के दौरान धमनी में एक प्रकार का खिंचाव पैदा होता है। धमनी में प्रवाहित रक्त के दाब के कारण उसमें सूजन (एक प्रकार का उभार) आ जाती है। यही धमनीविस्फार है।

मेडिकल जानकार बताते हैं कि टीएए या महाधमनी धमनीविस्फार से उन लोगों को खासी परेशानी हो सकती है, जिनकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है। बताया जाता है कि इस उम्र के पांच प्रतिशत लोगों को यह बीमारी हो सकती है। किसी-किसी मामले में पीड़ित की मौत भी हो सकती है। बता दें कि इस बीमारी में के ज्यादातर मरीजों में इसके लक्षण नहीं दिखाई देते। इस बीमारी का पता लगाने के लिए एक्स-रे तकनीक का सहारा लिया जाता है।

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धमनी विस्फार के कारण
स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी सरकारी पत्रिका, 'मेडिलाइन प्लस' के मुताबिक, धमनी विस्फार होने का प्रमुख कारण धमनियों का सिकुड़ना या उनका सख्त होना है। यह समस्या हाईकोलेस्ट्रॉल और लंबे समय से हाई बीपी से परेशान लोगों को ज्यादा आती है। इसके अलावा जो लोग ज्यादा मात्रा धूम्रपान करते हैं, उनको भी इस समस्या से जूझना पड़ सकता है। इसके कई लक्षण हो सकते हैं, जैसे-

  • बढ़ती उम्र के चलते शरीर में होने वाले बदलाव
  • मार्फन या एहलर्स-डानलोस सिंड्रोम जैसे संयोजी ऊतक विकार
  • शरीर की सबसे बड़ी ऑर्टरी की सूजन के कारण
  • गिरने या सड़क हादसे में लगने वाली चोट के कारण
  • सिफिलिस

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