गर्मी का मौसम आने वाला है। इस मौसम की सबसे बड़ी समस्या है, पसीना। पसीना आने का मतलब है बगलों से बदबू आना। जाहिर है कोई नहीं चाहता कि उनके बगलों से पसीने की बदबू आए, जिस वजह से दूसरों के सामने शर्मिंदा होना पड़े। लेकिन पसीने को आने से रोका नहीं जा सकता। हां, इस बात का ध्यान रखा जा सकता है कि पसीना कहीं किसी बीमारी की वजह से तो नहीं आ रहा है। अगर ऐसा हो, तो डाक्टर से संपर्क करना बेहतर रहेगा। आपको बताते चलें कि पसीना क्यों आता है? दरअसल शरीर पसीने की ग्रंथियों से ढका हुआ होता है, जो प्राकृतिक रूप से शरीर को ठंडा करने में मदद करता है। पसीने की ग्रंथियों के दो मुख्य प्रकार हैं, एक्राइन और एपोक्राइन। बहरहाल, पसीने की समस्या से निपटना आसान है। क्या आप जानते हैं कैसे, आइए हम बताते हैं।

बगल के बाल काटें
गर्मी में पसीना आना स्वाभाविक है। इस वजह से अपनी साफ-सफाई का ख्याल रखें। समय-समय पर बगल के बाल काटते रहें। ध्यान रखें कि बगल के बाल जितने बड़े रहेंगे, उतना ही ज्यादा पसीना आएगा। साथ ही बदबू भी आएगी। इसलिए बगलों के बाल साफ रखें।

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ड्रेस की सही फैब्रिक चुनें

इन दिनों कोशिश करें कि ऐसी शर्ट पहनें, जो पसीना सोख लेता हो। इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपकी त्वचा सांस नहीं ले पाएगी, तो पसीना आएगा। इसलिए हल्के रंग की साफ शर्ट पहनें। फैब्रिक का खास ध्यान रखें। सूती इन दिनों सबसे अच्छा विकल्प है। सिंथेटिक फैब्रिक से दूर रहें। ऐसा करके पसीना आना अपने आप कम हो जाएगा।

एंटीपर्सपिरेंट लगाएं
एंटीपर्सपिरेंट, डियोड्रेंट से अलग होते हैं। हालांकि ज्यादातर लोगों को यह एक ही लगते हैं। जबकि ऐसा नहीं है। जहां एक ओर डियोड्रेंट बदबू को नियंत्रित करता है, वहीं दूसरी ओर एंटीपर्सपिरेंट पसीने को आने से रोकता है। यह बात भी बहुत मायने रखती है कि आप इसका इस्तेमाल किस तरह कर रहे हैं। दरअसल एंटीपर्सपिरेंट सही तरह से न लगाने पर इसका पूरा असर नजर नहीं आता। ज्यादातर लोग सुबह नहाने के बाद ही एंटीपर्सपिरेंट का यूज करते हैं। जबकि ऐसा करने से त्वचा को एंटीपर्सपिरेंट को सोखने का पर्याप्त समय नहीं मिलता। यहां तक कि ऐसा करने की वजह से एंटीपर्सपिरेंट स्वेट ग्लैंड तक पूरी तरह नहीं पहुंच पाता। एंटीपर्सपिरेंट रात के समय सोने से पहले लगाना चाहिए। इसे लगाने से पहले अपनी त्वचा को पूरी तरह साफ कर लें। रोजाना ऐसा करें। पसीने की बदबू कम हो जाएगी।

तनाव कम लें
विशेषज्ञों का मानना है कि जब आप ज्यादा तनाव में रहते हैं तो इससे स्वेट ग्लैंड या पसीना ग्रंथी ज्यादा पसीना बनाने लगता है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि कम से कम तनाव लें। हमेशा फ्रेश और खुश रहने की कोशिश करें। ऑफिस या घर का तनाव कम लें, छोटी-छोटी बातों को दिल पर न लगाएं। जब आप मानसिक रूप से खुश रहेंगे तो शरीर से निकल रहे पसीने में कमी आएगी।

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टी ट्री आयल लगाएं
टी ट्री आयल में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इस मौसम के लिए यह बेहतरीन स्रोत है। यह बगल में गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है। इसे आप अपनी दिनचर्या में शामिल करें। रोजाना इसके इस्तेमाल से आपकी पसीने की समस्या कम हो जाएगी।

गर्मी के मौसम में डियो, परफ्यूम तो हर कोई लागता है। इससे बगल से आ रही बदबू की समस्या से काफी हद तक निपटा भी जा सकता है। लेकिन ऊपर बताए गए उपाय आपको स्थाई रूप से पसीने और पसीने से आ रही बदबू से छुटकारा दिलाते हैं।

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