कुछ महिलाओं के ब्रेस्ट उनके शारीरिक संरचना के मुकाबले बड़े होते हैं. इससे उन्हें कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में योग ऐसा प्राकृतिक तरीका है, जिसके जरिए ब्रेस्ट के आकार को कुछ कम किया जा सकता है.

योग ब्रेस्ट की मांसपेशियों को टोन अप करने में मदद करता है, जो ब्रेस्ट के टिशू के नीचे होती हैं. इसके अलावा, यह पीठ के साथ चेस्ट और अंडरआर्म्स के बीच के फैट को भी कम करता है, जिससे ब्रेस्ट का साइज अपने आप कम होने लगता है. इसके साथ ही यह टाइट भी हो जाते हैं.

आज इस लेख में आप ब्रेस्ट का आकार कम करने के विभिन्न योगासनों के बारे में जानेंगे -

(और पढ़ें - ब्रेस्ट कम करने की एक्सरसाइज)

  1. ब्रेस्ट साइज कम करने में फायदेमंद योगासन
  2. सारांश
ब्रेस्ट कम करने के योग के डॉक्टर

अर्ध चंद्रासन, प्रणाम आसान व सूर्य नमस्कार जैसे योग करने से ब्रेस्ट और इसके आसपास की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है. इसके साथ ही ब्रेस्ट के साइज को कम करने में भी इन योगासनों का अहम योगदान रहता है. आइए, विस्तार से जानते हैं कि ब्रेस्ट कम करने के लिए किन योगासनों की मदद ली जा सकती है -

सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार पूरे शरीर को टोन अप करने में मदद करता है. इसमें 12 अलग-अलग आसान होते हैं. इसमें पीछे मुड़ने और आगे झुकने वाले आसान हैं, जो रीढ़ की हड्डी को अधिक से अधिक सीमा तक स्ट्रेच करते हैं. सांस लेने और सही मुद्रा के सही कॉम्बिनेशन से यह योग ब्रेस्ट के साथ शरीर के हर हिस्से को टोन अप, स्ट्रेच, मसाज और स्टिमूलेट करने में सहायता करता है. यह सभी जोड़ों को ढीला करने के साथ अंदरूनी अंगों की मालिश, रेस्पिरेटरी और सर्कुलेट्री सिस्टम को एक्टिवेट करने में भी मदद करता है.

(और पढ़ें - ब्रेस्ट बढ़ाने के घरेलू उपाय)

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अर्ध चंद्रासन

ये योगासन एंकल और थाइज के साथ ब्रेस्ट के आसपास के हिस्सों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाता है. ये छाती को सही स्ट्रेच प्रदान करता है, जिससे ब्रेस्ट के साइज को कम होने में मदद मिलती है. अर्ध चंद्रासन को ऐसे किया जा सकता है -

  • घुटनों के बल खड़े होकर दोनों हाथों को किनारे की ओर रखना है. 
  • अब बाएं पैर से एक कदम आगे बढ़ाते हुए आगे की ओर झुकना और हथेलियों को बाएं पंजे के दोनों ओर जमीन पर रखना है. 
  • इस समय दाहिने पैर को पीछे की ओर पूरी मजबूती के साथ खींचना है.
  • इस समय दाहिना घुटने, दाहिने पंजे के आगे वाले हिस्से और उंगलियों को जमीन पर टिकाए रखना है. 
  • पीठ धनुष के आकार में होनी चाहिए और फिर दोनों हाथ को जोड़ते हुए पीछे की ओर ले जाना है. 
  • इस समय सिर को भी पीछे की ओर ले जाने का प्रयास करें. 
  • 2 से 3 मिनट तक इस पोजीशन में बने रहने के बाद पहले वाली पोजीशन में लौट आना है और यही प्रक्रिया दूसरे पैर से भी करनी है.

प्रणाम आसान

ब्रेस्ट के आकार को कम करने के लिए यह मुख्य योगासन है. प्रणाम आसन को करने से पेक्टरल मांसपेशियों पर पर्याप्त दबाव पड़ता है, जिससे ब्रेस्ट का साइज कम होने में मदद मिलती है. प्रणामासन को इस तरह से किया जा सकता है - 

  • अपने हाथों को शरीर के साथ सटाकर सीध खड़े हो जाना है.
  • दोनों हाथों को प्रणाम की मुद्रा में जोड़कर एक-दूसरे के विपरीत दबाना है.

(और पढ़ें - ब्रेस्ट बढ़ाने के ऑयल)

सेतु बंधासन

सेतु बंधासन चेस्ट को खोलने और पेक्टरल मांसपेशियों को टाइट करने के लिए शानदार योगासन है. इस योगासन के लगातार अभ्यास करने से ब्रेस्ट को ढीला होने से भी रोका जा सकता है. यह चेस्ट, गर्दन और रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच भी प्रदान करता है. सेतु बंधासन को ऐसे किया जा सकता है -

  • समतल जमीन पर योग मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं.
  • फिर घुटनों को मोड़ते हुए पैरों को हिप्स के पास लेकर आना है.
  • अब दोनों हाथों से पैरों की एड़ियों को पकड़ लें.
  • इसके बाद सांस लेते हुए हिप्स को ऊपर की ओर उठाएं.
  • इस दौरान पैर मजबूती से जमीन पर टिके होने चाहिए और कुछ देर इसी अवस्था में रहते हुए सामान्य गति से सांस लेते रहें.
  • इसके बाद सांस छोड़ते हुए हिप्स को जमीन से सटा दें और कुछ देर आराम करें.

शीर्षासन

इस आसन में सिर के बल खड़ा हुआ जाता है. यह एक मुश्किल योगाभ्यास है, जिसे करने के लिए लगातार अभ्यास की जरूरत पड़ती है. इसके बाद ही व्यक्ति शीर्षासन को सही तरीके से कर पाता है. इसे करने से ब्रेस्ट का साइज कम होता है और ब्रेस्ट को सही शेप मिलने के साथ ही ढीलापन भी कम होता है. शीर्षासन को इस तरह से करने की सलाह दी जाती है -

  • इस आसन को करने के लिए जमीन पर योगा मैट बिछाकर वज्रासन में बैठना है. 
  • इसके बाद आगे की ओर झुकते हुए कोहनियों को जमीन पर टिकाना है.
  • दोनों हाथ की उंगलियों को जोड़ने के बाद इनके बीच में सिर को रखते हुए सहारा देना है.
  • इस समय सांस सामान्य होनी चाहिए.
  • सिर को जमीन पर टिकाने के साथ बहुत धीरे शरीर के वजन को सिर पर छोड़ते हुए टांगों को ऊपर की ओर उठाना है.
  • थोड़े प्रयास के बाद शरीर का पूरा भार सिर पर आ जाता है.
  • इसके बाद शरीर को सीधा कर लेना है.
  • कुछ सेकंड इसी पोजीशन में रहने के बाद सामान्य अवस्था में लौट आना है.
  • शुरुआत में इस आसन को दीवार के सहारे करना चाहिए.

(और पढ़ें - ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने की सर्जरी)

ब्रेस्ट के आकार को कम करने में योग अहम भूमिका निभाता है. सूर्य नमस्कार, अर्ध चंद्रासन,  शीर्षासन जैसी योग मुद्राओं की मदद से ब्रेस्ट के साइज को न सिर्फ कम किया जा सकता है, बल्कि ब्रेस्ट को ढीला होने से भी बचाया जा सकता है. किसी भी योगासन को करने से पहले योग शिक्षक की मदद जरूर लेनी चाहिए, क्योंकि वे सही तरीके से योग का अभ्यास करना सिखाते हैं.

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