दिल्ली में कोविड-19 बीमारी से बिगड़े हालात कुछ हद तक सुधरने के संकेत मिले हैं। इस पर सरकार का भी ध्यान गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि राजधानी में बीते कुछ दिनों से कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि बीती 30 जून तक दिल्ली में कोरोना वायरस के जितने मामले आए, वे पहले से लगाए गए अनुमान से काफी कम हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस वायरस को लेकर कुछ भी दावा नहीं किया जा सकता, लिहाजा फिलहाल किसी भी तरह की लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं है।

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मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, प्रेस ब्रीफिंग में सीएम केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली में बीते कुछ दिनों से हालात सुधर रहे हैं। हालांकि अभी आत्मसंतोष के लिए कोई जगह नहीं है। इस वायरस के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता, इसलिए हमें अपने प्रयासों को और ताकत के साथ आगे भी जारी रखना है।' मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में पहले प्रति 100 टेस्टों में से 31 पॉजिटिव निकल रहे थे। लेकिन इस समय यह संख्या 13 हो गई है। उन्होंने कहा, 'हमने ज्यादा टेस्ट करना शुरू किया है। कुछ अच्छे संकेत मिले हैं। पहले टेस्टिंग के तहत हर सौ लोगों में से 31 पॉजिटिव आ रहे थे। आज हर 100 टेस्टों में से 13 ही पॉजिटिव पाए गए हैं।'

दिल्ली के सीएम ने यह भी बताया कि 30 जून तक दिल्ली में कोरोना वायरस के 60 हजार सक्रिय मामलों का अनुमान लगाया गया था। लेकिन महीना खत्म होने तक असल संख्या 26 हजार रही। इस आधार पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार और बाकी लोगों के सहयोग से राजधानी में हालात नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है।

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क्या कहते हैं आंकड़े?
दिल्ली में कोविड-19 से जुड़े हालात को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जो दावे किए आंकड़े उसका समर्थन करते दिखते हैं। बीते कुछ दिनों से राजधानी में प्रतिदिन सामने आने वाले कोरोना मरीजों की संख्या 3,000 से नीचे रही है। सोमवार और मंगलवार को तो यह संख्या 2,200 से भी कम रही। जबकि इससे पहले दिल्ली में रोजाना 3,000 से 4,000 मरीजों की पुष्टि हो रही थी। इस मामले में दिल्ली ने तमिलनाडु को भी पीछे छोड़ दिया था। लेकिन अब स्थिति अलग है।

बीते चार दिनों के आंकड़े देखें तो 27 जून से 30 जून के बीच दिल्ली में 2,948, 2,889, 2,084 और 2,199 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी दौरान, तमिलनाडु में 3,713, 3,940, 3,949 और 3,943 नए कोविड-19 मरीज सामने आए। नए मरीजों से जुड़े आंकड़ों में आए इस अंतर की वजह से ही तमिलनाडु देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या के मामले में फिर दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। दिल्ली में कोविड-19 पर कुछ हद तक नियंत्रण किए जाने के संकेत इसके रिकवरी रेट से भी मिलते हैं। कुछ समय पहले राजधानी में इस बीमारी का रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से भी नीचे चला गया था। लेकिन अब यह करीब 67 प्रतिशत हो गया है। गौरतलब है कि दिल्ली में कोविड-19 के कुल 87 हजार से ज्यादा मरीज हैं, जिनमें से 58 हजार से ज्यादा को बचा लिया गया है।

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यही वजह है कि डॉक्टर भी मान रहे हैं कि दिल्ली में हालात पहले से बेहतर हुए हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, दिल्ली स्थित एम्स के एक सीनियर डॉक्टर ने इसे पॉजिटिव संकेत बताया है। उन्होंने कहा है कि यह सुधार बताता है कि राजधानी में कोविड-19 का सबसे घातक दौर शायद बीत गया है। हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह इस डॉक्टर ने भी कहा अभी इस बारे में खुश होने की कोई जरूरत नहीं है।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: दिल्ली में हालात सुधरने के साफ संकेत, सरकार और डॉक्टरों ने भी माना, आंकड़े भी दे रहे गवाही है

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