दक्षिण कोरिया में कोविड-19 के इलाज की खोज में एक एंटीबॉडी ट्रीटमेंट के जानवरों पर किए गए प्रयोग को बड़ी सफलता मिलने का दावा किया गया है। खबरों के मुताबिक, दक्षिण कोरिया स्थित बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी 'सेलट्रायन' ने कहा है कि उसके द्वारा तैयार किए गए एंटीबॉडी ड्रग्स से जानवरों में कोरोना वायरस का वायरल लोड (शरीर में वायरस की मात्रा) सौ गुना तक कम हो गया।

प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों के मुताबिक, सेलट्रायन ने अपने द्वारा विकसित एंटीबॉडी ट्रीटमेंट के प्रभाव को जानने के लिए प्री-क्लिनिकल स्टडी के तहत जानवरों को शामिल किया था। इसमें उसने पाया कि ड्रग के प्रभाव के चलते पहले ही दिन जानवरों की नाक बहना बंद हो गई और खांसी तथा बदनदर्द में भी कमी आई। वहीं, छठवां दिन आते-आते फेफड़ों की सूजन और जलन कम होने लगी। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

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बताया गया है कि दक्षिण कोरिया स्थित इस कंपनी को पिछले कोरोना वायरसों के चलते फैली बीमारियों (जैसे मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिन्ड्रोम) पर शोध करने का अनुभव है। वहीं, कोविड-19 से जुड़े शोध की शुरुआती कामयाबी के बाद अब कंपनी ड्रग को इन्सानों पर आजमाने की योजना बना रही है। बताया गया है कि इसके लिए जुलाई में मानव परीक्षण शुरू किया जा सकता है। इसके अलावा, कंपनी का कहना है कि अगर उसके द्वारा बनाए गए ड्रग के मानव परीक्षण भी सफल रहे तो वह बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन करने की क्षमता रखती है।

गौरतलब है कि सेलट्रायन ने बीते अप्रैल से कोविड-19 के एंटीबॉडी ट्रीटमेंट पर काम करना शुरू किया था। उस समय आई खबरों के मुताबिक, कंपनी ने वायरस को खत्म करने वाली कोई 38 सक्षम और 14 मजबूत एंटीबॉडी ढूंढ निकालने का दावा किया था। इसके बाद कंपनी ने एक सेल लाइन (कोशिका वंश) विकसित कर बड़ी संख्या में एंटीबॉडीज पैदा करने का काम शुरू किया था। बीती छह मई को कंपनी ने घोषणा की थी कि उसके प्री-क्लिनिकल ट्रायलों में दवा के सकारात्मक परिणाम मिले हैं।

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सेलट्रायन की रिसर्च एंड डेवलेपमेंट यूनिट के प्रमुख की-सुंग क्वोन का कहना रहा है कि उन्होंने जिन एंटीबॉडीज की पहचान की है, वे कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 की एक से ज्यादा जगहों पर हमला करता है और इसलिए इनमें वायरस को खत्म करने की क्षमता काफी ज्यादा है। अब कंपनी ने अपने ट्रायलों के सकारात्मक परिणाम सबके सामने रखे हैं।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: इस कंपनी के एंटीबॉडी ट्रीटमेंट से जानवरों में कोरोना वायरस का वायरल लोड 100 गुना तक कम हुआ, अब मानव परीक्षण की तैयारी है

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