99% बचत - मात्र 1 रु में खरीदें X
Kit Kat डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली दवा है, जो सस्पेंशन, टैबलेट के रूप में उपलब्ध है। इस दवा का उपयोग विशेष रूप से पेट में कीड़े का इलाज करने के लिए किया जाता है। Kit Kat का उपयोग कुछ अन्य स्थितियों के लिए भी किया जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
Kit Kat की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। इसकी खुराक मरीज की समस्या और दवा देने के तरीके पर भी आधारित की जाती है। इस बारे में और अधिक जानने के लिए खुराक वाले खंड में पढ़ें।
इनके अलावा Kit Kat के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जो नीचे दिए गए हैं। Kit Kat के इस तरह के साइड इफेक्ट सामान्यतः लंबे समय तक नहीं रहते और एक बार इलाज पूरा होने जाने के बाद अपने आप खत्म हो जाते हैं। अगर ये दुष्प्रभाव और बिगड़ जाते हैं या लंबे समय तक बने रहते हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
यह भी जानना जरूरी है कि Kit Kat का प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर मध्यम है और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए हल्का है। आगे Kit Kat से जुड़ी चेतावनियों के सेक्शन में बताया गया है कि Kit Kat का लिवर, हार्ट, किडनी पर क्या असर होता है।
इनके आलावा, अगर नीचे दिए गए सेक्शन में मौजूद समस्याओं में से कोई भी समस्या आपको है, तो आप Kit Kat को न लें।
Kit Kat के साथ कुछ अन्य दवाएं लेने से शरीर में गंभीर प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। ऐसी दवाओं की पूरी सूची आगे इस लेख में दी गयी है।
इन सभी सावधानियों के अलावा याद रखें कि वाहन चलाते समय Kit Kat को लेना सुरक्षित है, साथ ही इस की लत लगने की संभावना है।
Kit Kat इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Kit Kat की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Kit Kat की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
व्यस्क |
|
बुजुर्ग |
|
किशोरावस्था(13 से 18 वर्ष) |
|
बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
|
क्या Kit Kat का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
गर्भवती स्त्रियों पर Kit Kat के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। गर्भवती महिलाएं Kit Kat के दुष्प्रभाव महसूस करें, तो इसे लेना तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से पूछने के बाद ही लें।
क्या Kit Kat का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
आप Kit Kat को डॉक्टर से बिना किसी परामर्श के भी ले सकती हैं। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के शरीर पर इसके खराब असर बहुत कम होते हैं। इनको आप महसूस भी नहीं कर पाएंगी और यह अपने आप ही ठीक भी हो जाते हैं।
Kit Kat का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Kit Kat के इस्तेमाल से किडनी को किसी प्रकार से हानि नहीं होती है।
Kit Kat का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Kit Kat का सेवन करना आपके शरीर पर बहुत ही कम प्रभाव डालता है।
क्या ह्रदय पर Kit Kat का प्रभाव पड़ता है?
हृदय पर Kit Kat का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
Kit Kat को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
मध्यम
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Kit Kat को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Kit Kat ले सकते हैं -
क्या Kit Kat आदत या लत बन सकती है?
नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं है कि Kit Kat को लेने से आपको इसकी लत पड़ जाएगी। कोई भी दवा डॉक्टर से पूछ कर ही लें, जिससे कोई हानि न हो।
क्या Kit Kat को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
हां, Kit Kat के सेवन के बाद आप किसी भारी मशीन या वाहन चलाने का काम कर सकते हैं।
क्या Kit Kat को लेना सुरखित है?
हां, लेकिन डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Kit Kat इस्तेमाल की जा सकती है?
नहीं, Kit Kat किसी भी तरह के दिमागी विकार का इलाज नहीं कर पाती है।
क्या Kit Kat को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
Kit Kat को खाने के साथ लेना सुरक्षित है।
जब Kit Kat ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
इसके बारे में फिलहाल कोई शोध कार्य नहीं किया गया है। सही जानकारी मौजूद न होने की वजह से Kit Kat का क्या असर होगा इस विषय पर अनुमान लगा पाना मुश्किल होगा।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
US Food and Drug Administration (FDA) [Internet]. Maryland. USA; Package leaflet information for the user; Vermox™ Chewable (mebendazole chewable tablets)
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 849-850