प्रत्येक व्यक्ति आकर्षक दिखना चाहता है और इसमें सबसे अहम फैक्टर हाइट होती है, क्योंकि किसी व्यक्ति को देखते ही सबसे पहले उसकी हाइट पर ध्यान जाता है। हालांकि, आकर्षक दिखने के लिए सभी के पैमाने अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा, अमिताभ बच्चन और रणबीर कपूर जैसी पर्सनेलिटी पाने की ख्वाहिश रखते हैं। बता दें कि जिस तरह से छोटे कद के लोगों में स्वास्थ्य संबंधी जोखिम हो सकते हैं, उसी तरह सामान्य हाइट से अधिक लंबा होना भी खतरे से खाली नहीं है। तो चलिए जानते हैं उन छह बीमारियों के बारे में, जो लंबी कद-काठी वाले लोगों को ज्यादा प्रभावित कर सकती हैं। 

पीठ और रीढ़ से संबंधित समस्याएं
भारत के ज्यादातर ऑफिस में कुर्सी व टेबल सामान्य कद-काठी वाले लोगों को मद्देनजर रख कर बनाई गई होती हैं, जबकि हर लंबाई का व्यक्ति उन्हीं टेबल कुर्सी पर पूरा दिन काम करता है। इस कारण इन पर बैठने से लंबे कद वाले लोगों को पीठ व रीढ़ की समस्याएं अधिक होती हैं।

शोधकर्ताओं का कहना है कि लंबे व्यक्तियों में स्कोलियोसिस (रीढ़ का एक ओर टेढ़ा होना) जैसी स्थिति होने का ज्यादा खतरा होता है। इस स्थिति का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।

11 साल तक किए गए एक शोध को ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छापा गया, जिसके अनुसार बढ़ते कद के कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द बढ़ने लगता है। बैठने की सही आदत अपनाने से कुछ हद तक इस खतरे को कम किया जा सकता है। 

खून के थक्के जमना
लंबे पैर कुछ लोगों को शारीरिक रूप से आकर्षक बना सकते हैं, लेकिन इनमें खून के थक्के जमना और अन्य चिकित्सा विकारों के विकसित होने का खतरा अधिक होता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के शोध के मुताबिक, लंबी हाइट के साथ-साथ मोटापा होना वेंस थ्रोमबोएमबोलिस्म (पैरों की नसों में खून का थक्का बनना) होने के संकेत देता है। पुरुषों में इस विकार की आशंका महिलाओं के मुकाबले ज्यादा होती है।

पैरों में जमा खून का थक्का फेफड़ों तक पहुंच सकता है, जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत होने की वजह से मृत्यु भी हो सकती है।

डायबिटीज (मधुमेह)
लंबे व्यक्तियों में भी कई के पैर लंबे होते हैं और बाकी शरीर छोटा, जबकि कुछ के पैर छोटे होते हैं और बाकी शरीर लंबा। अध्ययनों के मुताबिक पूरे कद के अनुसार छोटे पैर वाले व्यक्तियों में लंबे पैर वाले व्यक्तियों के मुकाबले डायबिटीज होने की आशंका ज्यादा होती है। 

उम्र होती है कम
लंबाई का उम्र पर भी असर पड़ता है, लेकिन ये कैसे हमारी आयु को प्रभावित करती है, इस बात की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है, फिर भी कई अध्ययनों का मानना है, छोटे कद वाले व्यक्ति लंबा जीवन व्यतीत करते हैं, जबकि लंबे कद वाले व्यक्तियों की उम्र कम होती है। ऐसा इसलिए भी संभावित हो सकता है, क्योंकि लंबे व्यक्तियों में चोट लगने या खून का थक्का जमने जैसी स्वास्थ्य स्थितियों का खतरा ज्यादा होता है।

हालांकि, लंबा या छोटा कद हमारे जीन पर निर्भर करता है, हम खुद अपनी लंबाई तय नहीं कर सकते हैं। खुद को स्वस्थ रखने के लिए एक हेल्दी जीवनशैली को अपनाना बेहद जरूरी होता है, जिसकी मदद से दीर्घायु हो सकते हैं।

कैंसर
कई अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि छोटे कद के लोगों के मुकाबले लंबे कद वाले व्यक्तियों में कैंसर विकसित होने की आशंका अधिक होती है। इसमें खासतौर पर स्तन कैंसर, अंडाशय कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और बड़ी आंत का कैंसर शामिल है।

इसका कारण लंबे व्यक्तियों में ग्रोथ हार्मोन का अधिक स्राव है। यह वही हार्मोन होते हैं जो हमें लंबा बनाते हैं और कैंसर होने के खतरे को भी बढ़ा सकते हैं।

हृदय रोग
कई शोधकर्ताओं का मानना है कि लंबे लोगों में हृदय रोग कम होता है, क्योंकि उनकी रक्त वाहिकाएं ज्यादा शक्तिशाली और स्वस्थ होती हैं और वहीं दूसरी ओर कई शोधकर्ताओं का मानना है कि छोटे कद वाले व्यक्तियों में हृदय रोग की संभावना कम होती है, क्योंकि उनके हृदय की खून को पंप करने की क्षमता ज्यादा होती है, डीएनए को नुकसान कम पहुंचता है और खून का थक्का जमने का भी खतरा कम होता है। दरअसल इन दोनों ही तर्कों को कई अध्ययनों द्वारा समर्थन भी दिया गया है।

इन सब बातों के बावजूद हेल्दी डाइट और व्यायाम की मदद से आप सभी तरह की बीमारियों से बच सकते हैं।

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