बालासन का नाम बाल शब्द पर रखा गया है, जिसका मतलब होता है बच्चा। बालासन एक आराम करने की मुद्रा है जिसे कभी भी किया जा सकता है, ख़ास तौर से शीर्षासन के बाद तो ज़रूर करना चाहिए।

इस लेख में बालासन के फायदों और उसे करने के तरीको के बारे में बताया है। साथ ही इस लेख में बालासन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी जानकारी दी गई है। लेख के अंत में बालासन से संबंधित एक वीडियो शेयर किया गया है।

  1. बालासन के फायदे - Balasana ke fayde
  2. बालासन करने से पहले यह आसन करें - Balasana karne se pehle yeh aasan kare
  3. बालासन करने का तरीका - Balasana karne ka tarika
  4. बालासन करने का आसान तरीका - Balasana karne ka aasan tarika
  5. बालासन करने में क्या सावधानी बरती जाए - Balasana karne me kya savdhani barti jaye
  6. बालासन करने के बाद आसन - Balasana karne ke baad aasan
  7. बालासन का वीडियो - Balasana ka video

हर आसन की तरह बालासन के भी कई लाभ होते हैं। उनमें से कुछ हैं यह:

  1. बालासन कूल्हों, जांघों, और टखनों में मामूली सा खिचाव लाता है।
  2. दिमाग़ को शांत करता है और तनाव और हल्के अवसाद से राहत देने में मदद करता है।
  3. जब बालासन को सिर और धड़ को सपोर्ट करके किया जाता है, तब यह पीठ और गर्दन में दर्द से छुटकारा दिलाता है ।
  4. बालासन संपूर्ण शरीर को आराम देता है।

(और पढ़ें - ध्यान के लाभ)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को शारीरिक व यौन कमजोरी और थकान जैसी समस्या के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Power Capsule For Men
₹715  ₹799  10% छूट
खरीदें

बालासन एक आराम करने की मुद्रा है। इसे किसी भी आसन के बाद कर सकते हैं।

बालासन करने का तरीका हम यहाँ विस्तार से दे रहे हैं, इसे ध्यानपूर्वक पढ़ें।

  1. बालासन करने के लिए अपनी योगा मैट या ज़मीन पर वज्रासन में बैठ जाएं।
  2. अब श्वास अंदर लेते हुए दोनो हाथों को सीधा सिर के उपर उठा लें। हथेलियाँ नहीं जोड़नी हैं।
  3. अब श्वास बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। ध्यान रहे कि कूल्हे के जोड़ों से झुकना है, ना कि कमर के जोड़ों से।
  4. तब तक आगे झुकते रहें जब तक की आपकी हथेलियाँ ज़मीन पर नहीं टिक जातीं।
  5. अब सिर को ज़मीन पर टीका लें।
  6. अब आप बालासन की मुद्रा में हैं पूरे शरीर को रिलॅक्स करिए और लंबी श्वास अंदर लें और बाहर छोड़ें।
  7. दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में सख्ती से जोड़ लें। इनके बीच में आपको सिर रख कर उसे सहारा देना है।
  8. अब सिर को दोनों हथेलियों के बीच में धीरे से रखें। सांस सामान्य रखें।
  9. 30 सेकेंड से 5 मिनिट तक बालासन में रह सकते हैं।

(और पढ़ें- हृदय रोग का इलाज)   

Shilajit Resin
₹840  ₹1299  35% छूट
खरीदें
  1. बालासन को सिर और धड़ को सपोर्ट करके किया जा सकता है। ऐसा करने से अगर आपके शरीर में लचीलापन कम है, तो भी आप बालासन कर सकेंगे।
  2. अगर कंधों में दर्द हो तो हाथों को आगे रखने के बजाय पीछे रख सकते हैं।

 (और पढ़ें - बदहजमी के उपाय

  1. अगर आपको दस्त, गर्भावस्था, घुटने में चोट हो तो बालासन ना करें।
  2. शीर्षासन के बाद बालासन ज़रूर करें।
  3. अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक ज़ोर न लगायें।

(और पढ़ें - कमजोरी के लक्षण

बालासन एक आराम करने की मुद्रा है। इसे किसी भी आसन से पूर्व कर सकते हैं।

उर्जस शुद्ध हिमालयन शिलाजीत कैप्सूल - 60 CAP
₹449  ₹799  43% छूट
खरीदें

बालासन को ठीक से करने के लिए यह वीडियो ध्यान से देखें।

ऐप पर पढ़ें