कोविड-19 के लिए तैयार की गई रूस की वैक्सीन स्पूतनिक 5 को भारत में 100 स्वयंसेवकों (वॉलंटियर्स) पर टेस्ट किया जाएगा। भारत के सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी। DCGI ने दवा निर्माता कंपनी डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज को यह टेस्ट करने की अनुमति दे दी है। हालांकि, परीक्षण की तारीख और समय कंपनी द्वारा निर्धारित की जाएगी।

रूसी वैक्सीन स्पूतनिक 5 को भारत में मिली ट्रायल की अनुमति
रूस की समाचार एजेंसी स्पूतनिक ने सीडीएससीओ के हवाले से कहा कि वैक्सीन को तीसरे चरण में जाने से पहले अभी क्लिनिकल ट्रायल के दूसरे फेज में टेस्ट किया जाएगा। पिछले हफ्ते, DCGI की विशेषज्ञ समिति ने डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज को भारत में कोविड-19 की रूसी वैक्सीन उम्मीदवार स्पूतनिक 5 के दूसरे चरण के क्लीनिकल ​​परीक्षणों के संचालन के लिए अनुमति देने की सिफारिश की थी। 

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दूसरे चरण में 100 और तीसरे चरण में 1400 लोग होंगे शामिल
एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, "डॉ रेड्डीज लैब ने कहा है कि रूसी वैक्सीन स्पूतनिक 5 के भारत में हो रहे क्लीनिकल ट्रायल के दूसरे चरण में 100 लोगों को शामिल किया जाएगा और तीसरे चरण के ट्रायल में 1400 लोग होंगे।"अधिकारी ने आगे बताया कि, "एक बार जब फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज, वैक्सीन के दूसरे चरण की सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनत्व (इम्यूनोजेनेसिटी) के आंकड़ों को प्रस्तुत कर देगी, उसके बाद इसका विश्लेषण विशेषज्ञ पैनल द्वारा किया जाएगा और फिर वे तीसरे चरण के परीक्षण के लिए आगे बढ़ सकते हैं।" 

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डॉ रेड्डीज लैब ने वैक्सीन ट्रायल के लिए दोबारा दिया था प्रोटोकॉल 
आपको बता दें कि 5 अक्टूबर 2020 को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (एसईसी) ने डॉ रेड्डीज लैब की तरफ से वैक्सीन का ट्रायल करने के लिए जो ऐप्लिकेशन डाला था उसका मूल्यांकन करने के बाद उसे अस्वीकार कर दिया था और कंपनी को दोबारा और जानकारी के साथ प्रोटोकॉल जमा करवाने के लिए कहा था। इसके बाद 13 अक्टूबर को डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज ने डीसीजीआई के पास दोबारा प्रोटोकॉल को जमा करवाया था जिसमें रूसी कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक 5 के दूसरे और तीसरे क्लिनिकल ट्रायल को भारत में करने की स्वीकृति मांगी गई थी।  

डॉ रेड्डीज लैब को मिलेंगे 10 करोड़ वैक्सीन डोज
भारतीय दवा कंपनी डॉ रेड्डीज लैब ने रशियन डाइरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) के साथ मिलकर भारत में स्पूतनिक 5 वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल और वैक्सीन के वितरण का जिम्मा उठाया है। आरडीआईएफ ने कहा है कि वह डॉ रेड्डीज लैब को कोविड-19 की संभावित वैक्सीन स्पूतनिक 5 के 100 मिलियन यानी 10 करोड़ डोज सप्लायी करेगा। भारत में अपनी वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर रूस, भारत सरकार के साथ भी बात कर रहा है। प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल द लैंसेट ने भी रूसी वैक्सीन स्पूतनिक 5 के पहले और दूसरे चरण के नतीजों को अपनी पत्रिका में प्रकाशित किया था और वैक्सीन के सुरक्षित और असरदार होने के बारे में बताया था।

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कैसे तैयार हुई है रूस की ये वैक्सीन?
रूस द्वारा निर्मित कोविड-19 वैक्सीन उम्मीदवार स्पूतनिक 5, 11 अगस्त 2020 को तैयार हुई। वैक्सीन को रूस के गामालेया नैशनल रिसर्च सेंटर ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने रूसी रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर तैयार किया है। इसके बाद रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीन को रेजिस्टर कर लिया और यह कोविड-19 के लिए रेजिस्टर होने वाली दुनिया की पहली वैक्सीन बन गई। इस वैक्सीन को एडीनोवायरस नाम के वायरस की मदद से तैयार किया गया है जिसमें कोरोना वायरस के वंशाणु को भी जोड़ दिया गया है। 


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: रूस की वैक्सीन स्पूतनिक 5 को भारत में क्लिनिकल ट्रायल की मिली इजाजत, दूसरे चरण में 100 वॉलंटियर्स पर किया जाएगा टेस्ट है

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