कुछ दिन पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अब अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खबरों के मुताबिक, उन्हें दिल्ली सरकार के तहत आने वाले लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में एडिमट किया गया है। बताया जा रहा है कि मनीष सिसोदिया को बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत हुई थी। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटलाइज करने का फैसला किया गया। 

मनीष सिसोदिया बीते 14 सितंबर को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। तब से वे अपने आधिकारिक निवास में सेल्फ-आइसोलेशन में रह रहे थे। बता दें कि सरकार ने कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हुए उन लोगों को घर में ही क्वारंटीन में रहने का निर्देश दिया है, जो या तो पहले से किसी बीमारी से पीड़ित नहीं हैं या संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील (कमजोर) लोगों के समूह में नहीं आते हैं। यही कारण है कि सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित होने के बाद मनीष सिसोदिया ने भी खुद को घर में ही आइसोलेट कर लिया था। खबरों से संकेत मिलता है कि सेल्फ-आइसोलेशन में नौ दिन रहने के बाद भी उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।

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गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार के दूसरे सबसे बड़े मंत्री और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के दूसरे बड़े नेता हैं, जिन्हें कोरोना वायरस ने संक्रमित किया है। उनसे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को कोविड-19 हुआ था, जिसके चलते उनकी हालत कुछ समय के लिए बिगड़ गई थी। हालांकि डॉक्टर उन्हें प्लाज्मा थेरेपी की मदद से बचाने में कामयाब रहे थे। यह देखना होगा कि मनीष सिसोदिया के मामले में डॉक्टर इस थेरेपी का प्रयोग करते हैं या नहीं।

बतौर डेप्युटी-सीएम मनीष सिसोदिया की हालत बिगड़ना दिल्ली में कोरोना वायरस को नियंत्रित करने से जुड़े प्रयासों के लिए झटके की तरह है। संक्रमित होने से पहले वे राजधानी में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। उन्हीं के नेतृत्व में दिल्ली सरकार राजधानी में कोविड-19 से जुड़े आंकड़े प्रतिदिन प्रेस के सामने रखती थी। इसके अलावा, दिल्ली में कोरोना नियंत्रण से जुड़े तमाम इंतजामों के निरीक्षण का काम भी डेप्युटी-सीएम सिसोदिया की निगरानी में हो रहा था।

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गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया ऐसे समय में अस्पताल में भर्ती हुए हैं जब दिल्ली में नया कोरोना वायरस एक बार फिर तेजी से फैलता दिख रहा है। बीते कुछ दिनों से यहां प्रतिदिन औसतन 3,000 से 4,000 नए मामले देखने को मिले हैं। मंगलवार की बात करें तो इस दिन दिल्ली में 3,800 से ज्यादा नए मरीजों की पुष्टि हुई है और 37 नई मौतें दर्ज की गई हैं। इससे राजधानी में संक्रमितों का कुल आंकड़ा दो लाख 53 हजार से ज्यादा हो गया है, जबकि मृतकों की संख्या 5,000 के पार चली गई है। आंकड़े बताते हैं कि राजधानी में कोविड-19 की मृत्यु दर दो प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत (1.59 प्रतिशत) से ज्यादा है। वहीं, रिकवरी रेट लगभग 85.5 प्रतिशत है, जो स्वस्थ मरीजों के राष्ट्रीय औसत (81 प्रतिशत) से अधिक है। हालांकि दिल्ली में एक समय रिकवरी रेट 90 प्रतिशत हो गया था।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19 के चलते दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अस्पताल में भर्ती है

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