हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने खुद इसकी जानकारी दी है। सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा, 'कुछ दिन पहले किसी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण मैं बीते एक सप्ताह से अपने आवास पर क्वारंटीन था। गत दो दिनों से कोरोना के कुछ लक्षण आने के कारण आज कोरोना टेस्ट करवाया, जिसकी रिपोर्ट अभी पॉजिटिव आई है। चिकित्सकों की सलाह पर अपने सरकारी आवास में ही आइसोलेट हूं।'
इस जानकारी के सामने आने के बाद कई बड़े नेताओं ने सीएम जयराम ठाकुर के जल्दी ठीक होने की कामना की है। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अन्य कई बड़े नेता शामिल हैं। जयराम ठाकुर के ट्वीट पर पीएम मोदी ने कहा, 'मैं मां ज्वाला देवी जी से आपके शीघ्र ही स्वस्थ होने की कामना करता हूं।' वहीं, केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा, 'कृपया चिकित्सकों के परामर्श का पालन करिये। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप पूरी तरह से शीघ्र ही स्वस्थ हो जाएंगे। शुभकामनाओं सहित।'
जयराम ठाकुर से पहले देश के कई अन्य मुख्यमंत्री व बड़े नेता कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया शामिल हैं। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत आदि शामिल हैं। संक्रमित पूर्व मुख्यमंत्रियों में कल्याण सिंह का नाम भी शामिल है। वे हाल में कोरोना वायरस की चपेट में आए थे। हालांकि ताजा मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के सीएम रह चुके कल्याण सिंह अब ठीक हो चुके हैं। इनके अलावा, केंद्र सरकार के भी कई मंत्री कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हो चुके हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम गृह मंत्री अमित शाह का है। उन्हें कुछ समय पहले अस्पताल से छुट्टी दी गई है। हालांकि देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की इस वायरस से मौत हो गई थी।
बहरहाल, सीएम जयराम ठाकुर ऐसे समय में कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं, जब हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 के 17 हजार से ज्यादा मरीज हो चुके हैं, जिनमें से 245 की मौत हो गई है। रविवार को राज्य में 164 नए मरीज सामने आए हैं और दो नई मौतों की पुष्टि हुई है। हालांकि हिमाचल के मामले में अच्छी बात यह है कि यहां कोविड-19 का रिकवरी रेट 82 प्रतिशत से अधिक है और मृत्यु दर भी 1.4 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। टेस्टिंग के मामले में भी हिमाचल प्रदेश अपनी जनसंख्या के हिसाब से काफी अच्छी स्थिति में हैं। आंकड़ों के मुताबिक, 73 लाख से ज्यादा आबादी वाले हिमाचल प्रदेश में अब तक तीन लाख 24 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए हैं। यानी यहां प्रति दस लाख की आबादी पर 44 हजार से अधिक टेस्ट हुए हैं।
(और पढ़ें - कोविड-19: कॉम्बिनेशन ड्रग के रूप में यूमीफेनोवीर कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी नहीं- ग्लेनमार्क)