आईबीडी (इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज) - Inflammatory Bowel Disease in Hindi

Dr. Rajalakshmi VK (AIIMS)MBBS

June 28, 2017

February 05, 2024

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इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज क्या है?

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (Inflammatory bowel disease) में, पाचन तंत्र में दीर्घकालिक सूजन होती है। इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज में मुख्य रूप से अल्सरेटिव कोलाइटिस (ulcerative colitis) और क्रोहन रोग (Crohn's disease: पाचन तंत्र की रेखा में सूजन आना) शामिल हैं। इन दोनों रोग में ही आमतौर पर गंभीर दस्त, दर्द, थकान और तेजी से वजन घटने के लक्षण देखें जाते हैं। कई मामलो में इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज कम सक्रिय हो सकता है और लेकिन कभी-कभी यह हमारे जीवन के लिए खतरा भी बन सकता है।  

क्रोहन रोग (Crohn's disease) एक प्रकार का इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है, जो आपकी बड़ी आंत (कोलन) और मलाशय के अंदरूनी आंत में दीर्घकालिक सूजन और घावों (अल्सर) का कारण बनता है।

क्रोहन भी आपके पाचन तंत्र की आंत में आई सूजन का कारण हो सकता है। क्रोहन रोग में सूजन अक्सर प्रभावित ऊतकों में गहराई से फैलती है। यह सूजन पाचन तंत्र के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित कर सकती है - जैसे बड़ी आंत, छोटी आंत या दोनों को ही।

कोलेजिनस कोलाइटिस (Collagenous colitis) और लिम्फोसाईटिक कोलाइटिस (lymphocytic colitis) भी इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज माने जाते हैं, लेकिन आमतौर पर यह पारंपरिक इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से थोड़ा अलग श्रेणी में रखे जाते हैं।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के प्रकार - Types of Inflammatory Bowel Disease in Hindi

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के कितने प्रकार होते हैं ?

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज में कई रोग शामिल हैं।

इसके दो सबसे आम प्रकार हैं -

अल्सरेटिव कोलाइटिस (ulcerative colitis) - अल्सरेटिव कोलाइटिस में बड़ी आंत की सूजन होती है।

इसके निम्नलिखित उपप्रकार होते हैं -

  1. अल्सरेटिव प्रोक्टाइटिस (Ulcerative proctitis)
  2. प्रॉटोसिग्मोइटाइटिस (Proctosigmoiditis)
  3. लेफ्ट-साइडेड कोलाइटिस (Left-sided colitis)
  4. पैन्कोलाइटिस (Pancolitis)
  5. एक्यूट गंभीर अल्सरेटिव कोलाइटिस (Acute severe ulcerative colitis)

क्रोहन रोग (crohn's disease) - क्रोहन रोग में पाचन तंत्र के किसी भी हिस्से में सूजन हो सकती है। हालांकि, यह ज्यादातर छोटी आंत के निचले हिस्से को प्रभावित करता है।

इसके निम्नलिखित उपप्रकार होते हैं -

  1. आईलीओकोलाइटिस (Ileocolitis)
  2. आईलाइटिस (Ileitis)
  3. गैस्ट्रोड्योडोनल क्रोहन रोग (Gastroduodenal Crohn's disease)
  4. जेजुनोयलिटिस (Jejunoileitis)
  5. क्रोहन (ग्रैन्युलोमेटस) कोलाइटिस [Crohn's (granulomatous) colitis]

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लक्षण - Inflammatory Bowel Disease Symptoms in Hindi

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के क्या लक्षण होते हैं ?

सूजन की गंभीरता और फैलने के आधार पर इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लक्षण अलग-अलग होते हैं। लक्षण हल्के से गंभीर तक हो सकते हैं।

क्रोहन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस दोनों में होने वाले आम लक्षण निम्नलिखित हैं -

  1. दस्त - इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से ग्रस्त लोगों को दस्त होना एक आम समस्या है।
  2. बुखार और थकान - इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से ग्रस्त बहुत लोग हल्का बुखार अनुभव करते हैं। आपको थका हुआ या कम ऊर्जा महसूस हो सकती है।
  3. पेट दर्द और ऐंठन - सूजन और अल्सर से आपके पाचन तंत्र का सामान्य कार्य प्रभावित हो सकता है जिससे दर्द और ऐंठन हो सकते हैं। आप मतली और उल्टी का अनुभव भी कर सकते हैं।
  4. मल में रक्त आना - आपको अपने मल में खून दिख सकता है जो चटक या गहरे लाल रंग का हो सकता है। आपको अंदरूनी रक्तस्त्राव भी हो सकता है।
  5. भूख कम लगना - पेट में दर्द, ऐंठन और सूजन आपकी भूख को प्रभावित कर सकते हैं।
  6. वजन घटना - आपका वजन कम हो सकता है और आप कुपोषित भी हो सकते हैं क्योंकि आप खाना ठीक से पचा और अवशोषित नहीं कर पाते हैं।

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इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के कारण - Inflammatory Bowel Disease Causes in Hindi

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के क्या कारण होते हैं ?

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का सही कारण अभी तक अज्ञात है। हालांकि, अनुवांशिकता और प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्याओं को इसका कारण माना जाता है।

  1. अनुवांशिकता
    यदि आपके भाई-बहन या माता-पिता को इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है, तो आपको भी यह होने की अधिक संभावना हो सकती है। यही कारण है कि वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का एक कारण अनुवांशिकता हो सकती है।
     
  2. प्रतिरक्षा प्रणाली
    प्रतिरक्षा प्रणाली भी इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का एक कारण हो सकता है। आमतौर पर, प्रतिरक्षा प्रणाली रोगाणुओं (ऐसे जीव जो रोग और संक्रमण पैदा करते हैं) से शरीर की रक्षा करती है। जब शरीर रोगाणुओं से लड़ने की कोशिश करता है, तो पाचन तंत्र में सूजन हो जाती है। जब संक्रमण ठीक हो जाता है, तो सूजन भी ठीक हो जाती है। यह एक स्वस्थ प्रतिक्रिया होती है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से ग्रस्त लोगों को, पाचन तंत्र की सूजन तब भी हो सकती है जब कोई संक्रमण नहीं होता है। प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर की अपनी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगती है। यह एक ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया के रूप में जाना जाता है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज तब भी हो सकती है जब संक्रमण ठीक होने के बाद भी सूजन नहीं जाती है। सूजन महीनों या सालों तक रह सकती है।


इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के जोखिम कारक क्या हैं ?

  1. उम्र - अधिकांश लोग जिन्हें इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज होता है, वे 30 वर्ष की उम्र से कम होते हैं लेकिन कुछ लोगों को 50 या 60 की उम्र तक यह नहीं होता।
  2. परिवार का इतिहास - यदि आपके किसी करीबी रिश्तेदार जैसे कि माता-पिता, भाई-बहन या बच्चे को इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है तो आपको भी यह होने का उच्च जोखिम हो सकता है।
  3. धूम्रपान - क्रोहन रोग के विकास के लिए धूम्रपान सबसे बड़ा जोखिम कारक है। (और पढ़ें - धूम्रपान छोड़ने के घरेलू उपाय)
  4. आइसोट्रेटिनोइन का उपयोग - आइसोट्रेटिनोइन एक दवा है जो कभी-कभी मुहांसों के इलाज में इस्तेमाल होती है। कुछ अध्ययनों से यह संकेत मिला है कि यह इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का एक जोखिम कारक हो सकता है, लेकिन अभी तक इनके बीच एक स्पष्ट संबंध स्थापित नहीं हुआ है।
  5. नॉनस्टेरोडायडियल एंटी-इन्फ्लैमेटरी दवाएं - कुछ दवाएं जैसे - इबुप्रोफेन, नेप्रोक्सीन सोडियम, डिक्लोफेनेक सोडियम और कुछ अन्य दवाएं इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लिए जोखिम पैदा कर सकती हैं या इसे और बढ़ा सकती हैं।
  6.  रहने की जगह - यदि आप किसी शहरी क्षेत्र में या किसी औद्योगिक क्षेत्र में रहते हैं, तो आपको इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज होने की अधिक संभावना है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से बचाव - Prevention of Inflammatory Bowel Disease in Hindi

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से कैसे बचा जा सकता है ?

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज को रोकने का कोई तरीका नहीं है। हालांकि, आप इसके विकास के जोखिम को कम करने लिए निम्नलिखित कार्य कर सकते हैं -

  1. स्वस्थ आहार खाएं।
  2. नियमित व्यायाम करें। (और पढ़ें - एक्सरसाइज के फायदे)
  3. धूम्रपान न करें।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का परीक्षण - Diagnosis of Inflammatory Bowel Disease in Hindi

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का निदान कैसे होता है ?

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का निदान करने के लिए, आपके डॉक्टर पहले आपके परिवार के चिकित्सा इतिहास और आपके मल त्याग के बारे में प्रशन पूछेंगे। इसके बाद निम्नलिखित शारीरिक परीक्षण किए जा सकते हैं -

  1. मल और रक्त परीक्षण
    इन परीक्षणों का इस्तेमाल संक्रमण और अन्य बीमारियों के लिए किया जा सकता है। रक्त परीक्षण कभी-कभी क्रोहन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस के बीच अंतर करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, केवल रक्त परीक्षण से इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का निदान नहीं किया जा सकता है।
     
  2. बेरियम एनीमा (Barium anema)
    बेरियम एनीमा, बृहदान्त्र और छोटी आंत का एक्स-रे परीक्षण होता है। पहले, इस प्रकार का परीक्षण अक्सर इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब अन्य परीक्षणों का इस्तेमाल किया जाता है।
     
  3. फ्लेक्सिबल सिग्मोओडोस्कोपी और कोलोनोस्कोपी (Flexible sigmoidoscopy and colonoscopy)
    इन प्रक्रियाओं में, बृहदान्त्र को देखने के लिए एक पतले व लचीले यंत्र के अंत में कैमरे का उपयोग किया जाता है। कैमरा आपके गूदे के माध्यम से डाला जाता है और यह आपके चिकित्सक को अल्सर, नासूर और अन्य नुकसान की जांच करने में मदद करता है।

    इन प्रक्रियाओं के दौरान, कभी-कभी आंत का एक छोटा सा नमूना लिया जाता है और माइक्रोस्कोप में इसे देखने से इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का निदान किया जा सकता है।
     
  4. कैप्सूल एंडोस्कोपी (Capsule endoscopy)
    यह परीक्षण छोटी आंत का निरीक्षण करता है। परीक्षण के लिए, आप कैमरे वाले एक छोटे से कैप्सूल को निगलते हैं। जैसे-जैसे यह आपकी छोटी आंत से गुज़रता है, यह चित्र लेता जाता है। एक बार जब यह कैप्सूल मल द्वारा बाहर आ जाता है, तो यह चित्र कंप्यूटर पर देखे जा सकते हैं।

    यह परीक्षण केवल तभी होता है जब अन्य परीक्षणों से क्रोहन रोग के लक्षणों का कारण नहीं जान पाते।
     
  5. एक्स-रे 
    अगर आंतों के फटने का संदेह होता है, तो पेट के एक्स-रे का इस्तेमाल आपातकालीन स्थितियों में किया जाता है।
     
  6. सीटी स्कैन (CT scan) और एमआरआई (MRI) 
    सीटी स्कैन मूलतः कंप्यूटरीकृत एक्स-रे होते हैं जो एक सामान्य एक्सरे से अधिक विस्तृत छवि बनाते हैं। इससे छोटी आंत की जांच करने में मदद मिलती है। यह इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज की जटिलताओं का भी पता लगा सकते हैं।

    एमआरआई शरीर के चित्र बनाने के लिए चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग करते हैं। वे एक्स-रे से ज्यादा सुरक्षित हैं। एमआरआई विशेष रूप से नरम ऊतकों की जांच करने और नासूर का पता लगाने में सहायक होते हैं।

दोनों एमआरआई और सीटी स्कैन का उपयोग इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज द्वारा प्रभावित आंतों के स्तर को जांचने के लिए किया जा सकता है।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का इलाज - Inflammatory Bowel Disease Treatment in Hindi

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का उपचार कैसे होता है ?

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का उपचार निम्नलिखित अलग-अलग तरीकों से किया जाता है -

  1. एंटी-इन्फ्लेमेट्री दवाएं
    इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के उपचार में एंटी-इन्फ्लेमेट्री दवाएं पहला कदम हैं। ये दवाएं पाचन तंत्र की सूजन कम करती हैं। हालांकि, उनके कई साइड इफेक्ट होते हैं।
     
  2. इम्युनोसप्रेसेंट्स (Immunosuppressants)
    यह दवाएं प्रतिरक्षा प्रणाली को आंत को नुक्सान पहुंचाने से और सूजन पैदा करने से रोकती हैं। इनके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं जैसे चकत्ते और संक्रमण।
     
  3. एंटीबायोटिक्स
    जीवाणुओं को मारने के लिए एंटीबायोटिक्स का उपयोग किया जाता है जो इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं।
     
  4. जीवनशैली परिवर्तन
    अगर आपको इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज है, तो जीवनशैली में परिवर्तन करने महत्वपूर्ण हैंI अधिक तरल पदार्थ पीने से आपके मल में होने वाले इसके नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलती है। डेयरी उत्पादों और तनावपूर्ण स्थितियों से बचने से लक्षणों में सुधार होता है। व्ययाम करने और धूम्रपान छोड़ने से आपका स्वास्थ्य बेहतर बन सकता है। (और पढ़ें - धूम्रपान छोड़ने के उपाय)
     
  5. सर्जरी
    इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से ग्रस्त लोगों के लिए कभी-कभी सर्जरी आवश्यक हो सकती है। इसकी कुछ सर्जरी निम्नलिखित हैं -
    1. संकुचित आंत को चौड़ा करने के लिए स्ट्रिक्च्रप्लास्टी (Strictureplasty)।
    2. नासूरों को हटाने के लिए सर्जरी।
    3. क्रोन रोग से ग्रस्त लोगों के लिए आंतों के प्रभावित भागों को हटाने के लिए सर्जरी।
    4. अल्सरेटिव बृहदांत्रशोथ के गंभीर मामलों के लिए पूरे बृहदान्त्र और मलाशय को हटाने के लिए सर्जरी।
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इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज के जोखिम और जटिलताएं - Inflammatory Bowel Disease Risks & Complications in Hindi

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज की क्या जटिलताएं हैं ?

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज की संभावित जटिलताएं निम्नलिखित हैं -

  1. कुपोषण, जिसके परिणामस्वरूप वजन घट रहा है।
  2. कोलोरेक्टल कैंसर (कोलन कैंसर)।
  3. आंतों का फटना।
  4. आंतों की रूकावट।

कुछ दुर्लभ मामलों में, गंभीर इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज से आपको आपको सदमे का अनुभव हो सकता है।



संदर्भ

  1. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; What is inflammatory bowel disease (IBD)?
  2. Crohn's and Colitis UK. [Internet]. United Kingdom; Treatments.
  3. National Health Service [Internet] NHS inform; Scottish Government; Inflammatory bowel disease.
  4. National Center for Complementary and Integrative Health. [Internet]. U.S. Department of Health & Human Services. Inflammatory Bowel Disease (IBD) and Irritable Bowel Syndrome (IBS).
  5. Jan Wehkamp. et al. Inflammatory Bowel Disease. Dtsch Arztebl Int. 2016 Feb; 113(5): 72–82. PMID: 26900160

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