यदि पैर सुन्न होने की समस्या लगातार, दर्दनाक या बार-बार होती है, तो आपको इसका मूल्यांकन करने और डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत है। क्योंकि अंतर्निहित स्थिति का इलाज करना झुनझुनी या सुन्न होने की भावना को ठीक करने का सबसे अच्छा तरीका है। हालांकि, इस दौरान होने वाली परेशानी को कम करने के लिए कुछ उपचार विधियां हैं, जिन्हें आप घर पर आजमा सकते हैं :

  1. पैर सुन्न होने पर आराम करना है फायदेमंद - Rest good for Leg numbness in Hindi
  2. पैर सुन्न होने का मर्ज है एसेंशियल ऑयल - Essential oils for leg numbness in Hindi
  3. पैर सुन्न होने पर राहत ​दिलाती है मसाज थेरेपी - Leg numbness massage in Hindi
  4. पैर सुन्न होने का उपाय है सिकाई - heat or ice compression for Leg numbness in Hindi
  5. पैर सुन्न होने पर असरदार है सेंधा नमक - Is Epsom salt good for numbness in feet in Hindi
  6. पैर सुन्न होने के अन्य घरेलू उपाय - Other home remedies for numb feet in Hindi

यदि आपके पैर सुन्न हो गए हैं, तो कुछ देर आराम करिये और पैरों से कोई काम न लीजिए। सीधे लेटने से रक्त का संचार सही से होता है और इससे पैर की नसों पर पड़ रहे दबाव से राहत मिलती है।

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एसेंशियल ऑयल में झुनझुनी या सुन्नता जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याओं को ठीक करने की शक्ति होती है। लैवेंडर एसेंशियल ऑयल को झुनझुनी, सनसनी या सुन्नता के इलाज के लिए सबसे अच्छे तेलों में से एक माना जाता है, क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो तंत्रिका दर्द को कम करने और तंत्रिका क्षति को ठीक करने में मदद करता है।

कैसे इस्तेमाल करें :  नारियल या जैतून के तेल के साथ लैवेंडर के तेल की 10-12 बूंदें डालें, अच्छी तरह मिलाएं और इस तेल से प्रभावित हिस्से में अच्छी तरह से मालिश करें और रात भर रहने दें। जल्दी फायदे के लिए आप इसे रोजाना कर सकते हैं।

मसाज थेरेपी झुनझुनी, सनसनी या सुन्नता को कम करने में काफी असरदार है। मालिश नसों को उत्तेजित करती है, रक्त परिसंचरण को बढ़ाती है और तंत्रिका तंत्र के कामकाज को बहाल करती है, जिससे तंत्रिका स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।

(और पढ़ें - पैरों की मसाज करने का तरीका)

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सुन्नता के कारण के आधार पर, आप गर्म या ठंडी सिकाई की मदद ले सकते हैं। आइस पैक सूजन को कम करने में मदद करता है, जबकि गर्म सिकाई से रक्त के प्रवाह को बढ़ावा मिल सकता है, जिससे मांसपेशियों को आराम मिलता है। पैर सुन्न होने की स्थिति में दिन में कई बार 15 मिनट के लिए कोल्ड कंप्रेस या रैप्ड आइसपैक का इस्तेमाल करें। यदि आपको अंतर्निहित कारण के बारे में नहीं पता है तो दोनों का उपयोग करके यह देखें कि किस सिकाई से आपको फायदा हो रहा है।

(और पढ़ें -  सिकाई करने के फायदे)

अपने पैरों को सेंधा नमक घुले हुए पानी में भिगोएं। यह नमक मैग्नीशियम और सल्फेट आयनों (sulfate ions) को रिलीज करता है, जो रक्त प्रवाह में सुधार करने के साथ-साथ दर्द व सूजन को अवशोषित करता है।

(और पढ़ें - सूजन कम करने की आयुर्वेदिक दवा)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को शारीरिक व यौन कमजोरी और थकान जैसी समस्या के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
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  • व्यायाम : उचित व्यायाम न करने से हृदय और रक्त वाहिकाएं कमजोर हो सकती हैं, जिससे शरीर के निचले अंगों की तरफ खून पंप करने की क्षमता कम हो जाती है और ऐसे में पैर सुन्न हो सकता है। यदि योग, पिलेट्स और ताई ची जैसे अभ्यास किए जाएं तो रक्त प्रवाह में सुधार होता है और लंबे समय से बनी सूजन या दर्द में कमी आ सकती है।
  • सपोर्टिव डिवाइस : चोट, टार्सल टनल सिंड्रोम या फ्लैट फीट (चपटे पैर) जैसी स्थितियों के कारण जब नसों पर दबाव पड़ता है तो इसे नियंत्रित करने के लिए ब्रेसिज व विशेष रूप से डिजाइन किए गए जूते का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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