नारियल तेल के कई स्वास्थ्य लाभ हैं जो केवल त्वचा की देखभाल, बालों की देखभाल, पाचन में सुधार और प्रतिरक्षा की सुरक्षा करने तक ही सीमित नहीं हैं।

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यह तेल केवल उष्णकटिबंधीय देशों में ही नहीं जहाँ नारियल वृक्षारोपण प्रचुर मात्रा में है, अपितु अमेरिका और ब्रिटेन में भी उपयोग किया जाता है। लोग देख रहे हैं कि यह तेल क्या क्या चमत्कार कर सकता है इसलिए यह तेल फिर से दुनिया भर में लोकप्रिय हो रहा है। देखते हैं आप इस तेल के कितने लाभों से परिचित हैं।

नारियल का तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक है। यह वजन घटाने, संक्रमण का इलाज, पाचन में सुधार करने के लिए मदद करता है। यह हमारे प्रतिरक्षा को कई संक्रमणों और बीमारियों से भी बचाता है। नारियल के तेल में फैटी एसिड होते हैं। इस तेल में मौजूद दो प्रमुख फैटी एसिड- लॉरिक (Lauric) और मैरिस्टिक (myristic), हमारे लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

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  1. नारियल तेल के फायदे - Benefits of coconut oil in Hindi
  2. नारियल तेल की तासीर - Coconut Oil ki taseer in Hindi
  3. नारियल तेल खाने का सही समय - Coconut Oil khane ka sahi samay in Hindi
  4. नारियल तेल खाने का सही तरीका - Coconut Oil khane ka sahi tarika in Hindi
  5. नारियल तेल के नुकसान - Coconut oil side effects in Hindi

नारियल का तेल यानी कोकोनट ऑयल बाजार में सबसे लोकप्रिय स्वास्थ्य तथा सौंदर्य उत्पादों में से एक है। यह बालों या त्वचा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, या यहां तक कि इसका सेवन भी किया जाता है और अक्सर इसको सकारात्मक औषधीय गुणों के लिए पहचाना जाता है। नारियल के तेल को ‘सुपरफूड’ कहा जा रहा है। नारियल के तेल में फैटी एसिड का अनूठा संयोजन स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिसमें शामिल हैं फैट लॉस (वसा घटना) को प्रोत्साहित करना, हृदय स्वास्थ्य में सुधार और मस्तिष्क के कार्यों को बढ़ावा देना।

myupchar से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का कहना है कि नारियल के तेल को खाने का सही तरीका और सही समय जानना बहुत जरूरी है। नारियल के तेल को खाना पकाने में इस्तेमाल करते हैं। इस तेल की कुछ बूंदों को अगर किसी शेक में मिलाकर पिएंगे तो सेहत भी बनेगी और स्वाद भी बढ़ेगा। इसे चाय या कॉफी में भी मिलाकर पी सकते हैं। चॉकलेट बनाने में भी नारियल का तेल उपयोग में आता है। इसे किसी भी खाद्य पदार्थ में मिलाकर खा सकते हैं। यूं तो इस तेल का इस्तेमाल किसी भी समय कर सकते हैं लेकिन सुबह के समय इसका इस्तेमाल करने से स्वास्थ्य संबंधी लाभ ज्यादा मिलते हैं। सुबह सेवन करने से पाचन भी बेहतर रहता है। इस तरह नारियल के तेल का सेवन कई फायदे देता है।

नारियल तेल का कैंडिडा में उपयोग - Coconut oil for candida in Hindi

यह तेल खमीर संक्रमण (yeast infection) यानि कैंडिडा (candida) को रोकने और उसके उपचार में विशेष रूप से उपयोगी है। नाइजीरिया के यूनिवर्सिटी कॉलेज अस्पताल (University College Hospital) द्वारा आयोजित एक अध्ययन के अनुसार, नारियल के तेल में माइक्रोबियल गुण होते हैं जो यीस्ट संक्रमण के कारण हुए कैंडिडा के इलाज में मदद कर सकते हैं।

(और पढ़ें- फंगल इन्फेक्शन के कारण)

प्रभावित त्वचा पर शुद्ध नारियल तेल लगाने से कैंडिडा की वजह से हो रही सूजन से आराम मिलता है। इसके अलावा, नारियल तेल त्वचा को छिलने से रोकता है और त्वचा की नमी को बनाए रखता है। कैंडिडा से पीड़ित लोगों को घाव भरने की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए नारियल तेल का अधिक सेवन करना चाहिए।

(और पढ़ें- फंगल इन्फेक्शन के घरेलू उपाय)

नारियल तेल के अन्य फायदे - Other benefits of Coconut Oil in Hindi

  • नारियल का तेल कैंसर को रोकने में और उसका इलाज करने में मदद कर सकता है। 
  • नारियल के तेल में मौजूद खनिज होंठो के रूखेपन को ठीक कर सकता है। होंठो पर नारियल का तेल लगाने से होंठ नरम बनते हैं। (और पढ़ें- फटे होंठों के घरेलू उपाय)
  • नारियल का तेल शरीर में फैट, विटामिन, कैल्शियम और मैग्नीशियम को अवशोषित करने में मदद करके पाचन में सुधार करता है।
  • नारियल के तेल में लगभग आधे फैटी एसिड लॉरिक एसिड (lauric acid) होते हैं। लॉरिक एसिड बैक्टीरिया, वायरस, कवक को मारने में विशेष रूप से अच्छा होता है, और इसलिए, नारियल तेल बाहरी रूप से उपयोग करने पर संक्रमण को रोकने में मदद करता है।
  • एक रिसर्च के अनुसार, नारियल के तेल में तनाव कम करने वाले गुण होते हैं इसलिए यह एक एंटीड्रिप्रेसेंट के रूप में भी उपयोगी हो सकता है।
  • यह पाया गया है कि किडनी की समस्याओं का इलाज ओमेगा -3 फैटी एसिड से किया जा सकता है। और नारियल के तेल में ओमेगा -3 फैटी एसिड मौजूद होता है जो किडनी के संक्रमणों का इलाज करने में मदद कर सकता है।

नारियल के तेल का फायदा मिर्गी के लिए - Coconut Oil for Seizure in Hindi

बच्चों में मिर्गी के इलाज के लिए उन्हें बहुत कम कार्बोहाइड्रेट और अधिक फैट वाला भोजन खिलाया जाता है, जो रक्त में कीटोन (ketone) की मात्रा बढ़ाने में मदद करते हैं। इसलिए मिर्गी के इलाज के लिए नारियल का तेल बहुत ही फायदेमंद माना जाता है क्यूंकि इसमें फैट अधिक मात्रा में होता है। शोधकर्ताओं ने पाया है की ऐसे आहार खाने से बच्चों में मिर्गी आने का खतरा कम होता है। मिर्गी से पीड़ित 73 बाचों पर एक अध्ययन किया गया। इन बच्चों को दो समूहों में विभाजित किया गया। एक समूह के बच्चों को केटोजेनिक आहार का सेवन करवाया गया और दूसरे समूह को केटोजेनिक आहार का सेवन नहीं करवाया गया। ऐसा देखा गया की जिन बच्चों को केटोजेनिक आहार का उपभोग करवाया गया था उन बच्चों में 50% तक मिर्गी का खतरा कम हुआ। इससे पता चलता है कि मिर्गी के दौरे के इलाज के लिए केटोन आहार महत्वपूर्ण है।

नारियल तेल का लाभ वज़न घटाने के लिए - Coconut oil for weight loss in Hindi

नारियल तेल वज़न घटाने के लिए बहुत उपयोगी है। नारियल के तेल में मध्यम श्रृंखला फैटी एसिड होते हैं जो सीधे कोशिकाओं में अवशोषित होते हैं। इसका मतलब यह है कि फैट शरीर में जमा होने के बजाय ऊर्जा के रूप में जला दिया जा सकता है। यह पाया गया है कि यह तेल उदर गुहा (abdominal cavity) में और पेट के अंगों के आसपास वसा के सबसे खतरनाक संचय को कम करने में बहुत प्रभावी है। इसके अलावा, इस खाद्य तेल को पचाना आसान है और यह शरीर की चयापचय दर को बढ़ाने में मदद करता है। इन सभी कारणों से कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ वजन कम करने की कोशिश कर रहे लोगों को नारियल तेल लेने की सलाह देते हैं।

(और पढ़ें - वजन कम करने के आसान उपाय)

इन सभी स्वास्थ्य लाभ के साथ, नारियल का तेल अपने आहार में शामिल करना अच्छा है। अधिकतम लाभ के लिए, शुद्ध नारियल तेल का उपयोग करें।

(और पढ़ें - वजन घटाने के लिए योगासन)

नारियल के तेल का अल्जाइमर में लाभ - Coconut oil for alzheimer in Hindi

नारियल के तेल में फैटी एसिड होते हैं जो अल्जाइमर रोगियों के मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह प्रभाव कीटोन्स के साथ होता है, जो शरीर में वसा को ऊर्जा में परिवर्तित करने पर पैदा होता है। मस्तिष्क ऊर्जा के प्राथमिक स्रोत के रूप में ग्लूकोज का उपयोग करता है और अल्जाइमर रोग में यह पाया गया है कि मस्तिष्क की कोशिकाओं तक ग्लूकोज नहीं पहुंच पाता है। वहीं शरीर में उत्पन्न होने वाले कीटोन्स जब नारियल के तेल को पचाते हैं, तो मस्तिष्क के पोषण को बनाए रखने के लिए ईंधन का एक वैकल्पिक स्रोत प्रदान करते हैं।

दैनिक नारियल के तेल के इस्तेमाल से संज्ञानात्मक कार्य (cognitive functioning) और वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी आयु समूहों के लोगों की स्मृति में सुधार होगा।

(और पढ़ें- अल्जाइमर रोग के लिए क्या खाएं)

नारियल तेल का फ़ायदा कोलेस्ट्रॉल कम करने में - Coconut oil for cholesterol reduction in Hindi

डॉक्टरों का कहना है कि कोलेस्ट्रोल एक मोम या वसा जैसा पदार्थ होता है, जिसे लिवर बनाता है। यह कोशिका झिल्ली, विटामिन डी, पाचन और कुछ हार्मोन के गठन के लिए महत्वपूर्ण होता है।

कई लोगों के बीच एक गलत धारणा है कि नारियल तेल दिल की सेहत के लिए अच्छा नही है। इसका कारण यह है कि इसमें संतृप्त वसा (saturated fat) की एक बड़ी मात्रा होती है। वास्तव में, यह दिल के लिए फायदेमंद है। इसमें 50% लौरिक एसिड होता है, जो सक्रिय रूप से विभिन्न हृदय की समस्याओं को रोकने में मदद करता है। कई अध्ययनों के अनुसार, आहार में नारियल तेल का उपयोग अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है और खून में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है। इस तरह यह धमनियों के चोट और नुकसान के जोखिम को कम कर देता है और धमनियों को सख्त होने (atherosclerosis) से रोकता है। इससे रक्तचाप (blood pressure) क़ा स्तर कम होता है और लंबे समय तक दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाता है।

(और पढ़ें- कोलेस्ट्रॉल कम करने के घरेलू उपाय)

जिन लोगों के परिवार में हृदय रोग का इतिहास है, वह अपने दैनिक आहार में नारियल तेल को शामिल करें, इससे उन्हें फ़ायदा होगा।

हड्डियों को मजबूत बनाता है नारियल का तेल - Coconut oil for bone health in Hindi

नारियल तेल कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन डी और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों को शरीर में अवशोषित करने में मदद करता है। कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह पाया गया है कि मध्यम आयु वर्ग की महिलाएं जिनको ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा होता है, नारियल के तेल के नियमित सेवन से इस जोखिम को काफी कम कर सकती हैं।

(और पढ़ें- हड्डी मजबूत करने के घरेलू उपाय)

स्वास्थ्य विशेषज्ञ हड्डी की शक्ति में सुधार करने के लिए छोटे बच्चों को शुद्ध नारियल तेल देने की सलाह देते हैं।

नारियल तेल से मालिश बालों के लिए - Coconut oil for hair in Hindi

नारियल तेल सुंदर, स्वस्थ और चमकदार बाल बनाए रखने में मदद करता है। यह आपके बालों के लिए सबसे अच्छे प्राकृतिक पोषक तत्वों में से एक माना जाता है। मध्यम श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स में समृद्ध होने के नाते, यह तेल आसानी से बालों की गहराई में प्रवेश करता है और बालों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व पहुँचाता है। इसके अलावा, नारियल तेल की अनूठी रसायनिक संरचना आपको रूसी और सिर में जूँ से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।

(और पढ़ें- सिर में जूँ के घरेलू उपाय)

क्षतिग्रस्त बालों के पोषण और उपचार के लिए, हफ्ते में बस दो या तीन बार गर्म नारियल तेल से अपने सिर की मालिश करें।

(और पढ़ें - बाल झरने का उपाय)

नारियल का तेल से हटाए स्ट्रेच मार्क्स - Coconut oil removes stretch marks in Hindi

नारियल तेल प्रभावी ढंग से अपने मॉइस्चराइजिंग और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण स्ट्रेच मार्क्स या खिंचाव के निशानों को कम करता है। प्रभावित क्षेत्र में इससे मालिश करने पर यह गहरी त्वचा में अवशोषित हो जाता है। खिंचाव के निशान के साथ साथ, नारियल का तेल सोरायसिस, त्वचा की सूजन, एक्जिमा और अन्य त्वचा संक्रमण सहित विभिन्न त्वचा की समस्याओं के इलाज में सहायक है।

(और पढ़ें: स्ट्रेच मार्क्स हटाने के घरेलू उपाय)

स्ट्रेच मार्क्स या खिंचाव के निशान को कम करने के लिए, आप नारियल तेल का उपयोग आंतरिक और बाहरी दोनों रूप में कर सकते हैं।

(और पढ़ें - स्ट्रेच मार्क्स हटाने के उपाय)

नारियल का तेल है मधुमेह में उपयोगी - Coconut oil for diabetes in Hindi

नारियल का तेल इंसुलिन के स्राव में सुधार करता है और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। हाल ही में एक मेडिकल रिसर्च में पाया गया है कि मध्यम श्रृंखला फैटी एसिड नारियल के तेल में मौजूद टाइप 2 मधुमेह का खतरा कम कर देते हैं। ये वसा कोशिकाओं में आसानी से अवशोषित होकर जल्दी से ऊर्जा में परिवर्तित हो जाते हैं। इस प्रक्रिया से इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता (Sensitivity) में सुधार आता है। नारियल का तेल रक्त ग्लूकोज के प्रभावी उपयोग को भी बढ़ाता है जो मधुमेह (diabetes) के उपचार और उसे रोकने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

नारियल तेल को मधुमेह के रोगी बिना किसी डर के ले सकते हैं और खाना पकाते समय इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

(और पढ़ें- डायबिटीज के लिए नाश्ता)

डायबिटीज का इलाज:निरंतर जाँच करे,myUpchar Ayurveda Madhurodh डायबिटीज टैबलेट का उपयोग करे,स्वस्थ आहार ले, नियमित व्यायाम करे और  स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और सही दिशा में बढ़ें।

नारियल तेल का प्रतिरक्षा प्रणाली में उपयोग - Coconut oil for immune system in Hindi

नारियल तेल स्वस्थ वसा से बना है जिनमें जीवाणुरोधी, एंटीवायरल और रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली का मतलब है की शरीर वायरस और बैक्टीरिया जैसे- दादइन्फ्लूएंजा, कैंडिडा और यहां तक कि एचआईवी जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए सक्षम है।

अपने आहार में नारियल तेल को शामिल करके आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बना सकते हैं, विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में।

(और पढ़ें- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के घरेलू उपाय)

नारियल तेल का लाभ पाचन तंत्र के लिए - Coconut oil for digestive system in Hindi

अध्ययनों से पता चला है कि नारियल तेल पाचन तंत्र (digestive system) के लिए बहुत अच्छा है। यह पाचन प्रक्रिया को सुधारता है और अपच, इर्रिटेबल आंत्र सिंड्रोम (Irritable Bowel Syndrome), बवासीर और कब्ज़ जैसे विभिन्न पेट और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं से बचाता है। नारियल का तेल आसानी से पचता है और अवशोषित होता है जो पाचन समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, नारियल तेल विटामिन, खनिज और एमिनो एसिड जैसे पोषक तत्वों के अवशोषण में भी मदद करता है जो पाचन प्रक्रिया के लिए आवश्यक हैं।

यदि आप किसी भी प्रकार की पाचन समस्याओं से पीड़ित हैं, तो अपने आहार में नारियल तेल को शामिल करें। कुछ ही दिनों के भीतर आप अपनी हालत में एक बड़ा सुधार देख पाएँगे।

(और पढ़ें- पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय)

नारियल तेल की तासीर ठंडी होती है।

नारियल तेल का उपयोग आप किसी भी समय कर सकते हैं। पर ऐसा माना जाता है कि सुबह के समय नारियल तेल का उपयोग करना आपकी सेहत पर एक प्रभावशाली असर डालता है। सुबह के वक़्त इसका सेवन करने से आपका पाचन अच्छा रहता है।

  • नारियल के तेल को खाने पकने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • नारियल के तेल की कुछ बूंदों को अपने किसी भी मनपसंदीदा शेक में मिलाकर उसका सेवन करें। यह शेक में एक अच्छा फ्लेवर जोड़ता है। 
  • आप नारियल के तेल को अपनी कॉफी या चाय में मिलाकर उसका सेवन कर सकते हैं।
  • नारियल का तेल चॉकलेट बनाने में भी उपयोग किया जाता है। 
  • नारियल और नारियल का तेल किसी भी खाद्य पदार्थ में मिलाकर खाया जा सकता है।

नारियल तेल संभवतः एक एलर्जी की प्रतिक्रिया और गंभीर तीव्रग्राहिता (anaphylaxis) पैदा कर सकता है। इस तरह का प्रभाव उन्हीं पर हो सकता है जो इस फल को लेकर अतिसंवेदनशील हैं। परंतु यह होना काफी दुर्लभ है।

नारियल तेल का अधिक सेवन दस्त (डायरिया) का कारण बन सकता है। इस तेल का पाचन हमारे आंत के भीतर बाधित हो सकता है जो अक्सर गंभीर दस्त की ओर ले जाता है।

जब नारियल तेल का फंगल संक्रमण के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है, रक्त प्रवाह विषाक्त पदार्थों से युक्त हो जाता है। इन विषाक्त पदार्थों से फ्लू जैसे लक्षण हो सकते हैं। परंतु यह कुछ ही दिनों के बाद गायब भी हो जाते हैं।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें नारियल तेल है

संदर्भ

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