माइग्रेन पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक पीड़ित करता है। आमतौर पर आंखों में दर्द, मतली, उल्टी के साथ साथ सिर के एक हिस्से में रूक रूक कर दर्द होना माइग्रेन के लक्षण होते हैं। माइग्रेन दर्द के लिए दवाओं की उच्च और लगातार खुराक लेना हानिकारक साबित हो सकता है। यह कुछ प्राकृतिक उपचार बताए गये हैं जो आप माइग्रेन से राहत पाने के लिए घर पर प्रयोग कर सकते हैं।

  1. माइग्रेन के घरेलू उपाय करें मालिश से - Massage for Migraine Headache in Hindi
  2. माइग्रेन से बचने का उपाय है सेब का सिरका - Apple Cider Vinegar for Migraine in Hindi
  3. माइग्रेन सिरदर्द के लिए कोल्ड कम्प्रेस - Compression for Migraine in Hindi
  4. माइग्रेन क्योर होम रेमेडीज है अदरक की चाय - Ginger Tea for Migraine Headaches in Hindi
  5. अधकपारी का घरेलू उपाय है लाल मिर्च - Cayenne Pepper for Migraine Headaches in Hindi
  6. माइग्रेन के दर्द से छुटकारा दिलाता है लैवेंडर तेल - Lavender Oil for Migraine in Hindi
  7. केसर है माइग्रेन से छुटकारा पाने का तरीका - Saffron for Migraines in Hindi
  8. ऑयल पुलिंग है माइग्रेन का आयुर्वेदिक उपाय - Oil Pulling for Migraines in Hindi
  9. माइग्रेन का आयुर्वेदिक रेमेडीज है अश्वगंधा - Ashwagandha for Migraine in Hindi
  10. ब्राहमी है माइग्रेन का आयुर्वेदिक इलाज - Brahmi for Migraine in Hindi
  11. शतावरी चूर्ण है माइग्रेन का आयुर्वेदिक उपचार - Shatavari for Migraine in Hindi
  12. तुलसी के फायदे करें माइग्रेन को कम - Basil for Migraine Relief in Hindi

मालिश सिरदर्द की समस्या को हल करने के लिए एक बहुत ही असरदार तरीका है और इसके परिणाम बहुत फायदेमंद होते हैं। यह मस्तिष्क में दर्द के संकेतों के रोक कर दर्द को दूर करने में मदद करता है। आप अपने सिर की तिल के तेल (थोड़ा गर्म) के साथ आधे घंटे के लिए मालिश कर सकते हैं। यह तनाव को कम करने में मदद करेगा और माइग्रेन के लिए एक उपचार के रूप में कार्य करेगा। इसके अलावा आप दिन में दो बार पुदीने की चाय में शहद मिलाकर पी सकते हैं या माइग्रेन में राहत के लिए पेपरमिंट ऑयल के साथ सिर की मालिश भी कर सकते हैं। (और पढ़ें - शहद खाने के फायदे)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।

सेब के सिरके में पोटेशियम है जो माइग्रेन सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। यह सिरदर्द के उपचार में प्रभावी होने वाले अन्य पोषक तत्वों के साथ भरा हुआ है। एक गिलास पानी में एक बड़ी स्पून सेब का सिरका, एक स्पून नींबू और एक स्पून शहद को मिलाकर पिएं।

सिरदर्द से राहत पाने के लिए कोल्ड कम्प्रेस का तरीका लंबे समय से उपयोग किया जाता रहा है। बर्फ की क्यूब्स लें और उन्हें एक तौलिए में लपेटें और 10 मिनट के लिए अपने माथे पर रखें, उसके बाद 10 मिनट के लिए गर्म पानी में तौलिए को डुबोकर हॉट कम्प्रेस करें। अपनी गर्दन के पीछे हॉट कम्प्रेस का उपयोग करें। यह दर्द कम करने में मदद करता है।

अदरक मांसपेशियों के दबाव और रक्त वाहिकाओं में सूजन कम करने के लिए जाना जाता है। यह आपके सिर में हो रहे भयानक दर्द से आराम दिलाने में मदद करता है। आप अपने सिरदर्द को शांत करने के लिए अदरक चाय में एक चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाकर पी सकते हैं।

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अधकपारी या माइग्रेन सिरदर्द के उपचार में लाल मिर्च भी काफी प्रभावी है। इसमें आंतरिक एनाल्जेसिक गुण होते हैं जो दर्द को दूर करते हैं। आप अपने आहार में लाल मिर्च को मसाले के रूप में भी शामिल कर सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, आप एक गिलास पानी में एक चम्मच लाल मिर्च और एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं। 

(और पढ़ें – मेटाबोलिज्म बढाने के उपाय करती है लाल मिर्च)

एक बहुत अच्छी खुशबू के साथ लैवेंडर तेल आपको अतिसंवेदनशील माइग्रेन से राहत देने में प्रभावी है। आप एक गिलास गर्म पानी में लैवेंडर तेल की 2-3 बूंदों को मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं। इससे दर्द का स्तर काफी कम होगा।

केसर का उपयोग माइग्रेन दर्द के इलाज के लिए भी किया जा सकता है। केसर का उपयोग करने के लिए, आप एक चम्मच घी में एक चुटकी केसर पाउडर को मिक्स करें। इस मिश्रण की एक-एक बूँद दोनों नाक में डालें। 20 मिनट के बाद धो लें। दिन में दो बार दोहराएं।

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यह एक आयुर्वेदिक तकनीक है, ऑयल पुलिंग का मतलब है कि अपने मुंह में एक बड़ी स्पून तेल लें और 15 से 20 मिनट के लिए मुँह में घुमाएँ। इस तकनीक का मुख्य उद्देश्य डेटॉक्सिफिकेशन है। आप नारियल के तेल या कच्चे तिल के तेल जैसे तेलों का उपयोग ऑयल पुलिंग के लिए कर सकते हैं। 

(और पढ़ें – दांतों का पीलापन दूर करने का उपाय है आयल पुलिंग)

अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो कि कई स्वास्थ्य विकारों के इलाज के लिए फायदेमंद है। यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है और विश्राम को बढ़ावा देती है। यह आपके दिमाग को शांत करती है और माइग्रेन कम करने में एक उपयोगी जड़ी बूटी है। यह जड़ी बूटी भी एक उत्कृष्ट तनाव बूस्टर के रूप में काम करती है। आप 5 मिनट के लिए एक गिलास गर्म दूध में इसकी रूट को उबाल कर उपयोग कर सकते हैं।

ब्राहमी आयुर्वेद में एक उत्कृष्ट जड़ी बूटी है जो मस्तिष्क के लिए कई लाभ प्रदान करती है। यह तनाव कम कर देती है और तंत्रिका तंत्र के कामकाज में सुधार करती है। ब्राह्मी भी माइग्रेन का सिरदर्द कम करने में इस्तेमाल की जानी वाली प्रमुख जड़ी बूटियों में से एक है। आप हर दिन पानी के साथ ब्राह्मी पाउडर (2-3 ग्रा) ले सकते हैं।

शतावरी एक बहुत ही उपयोगी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका माइग्रेन पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आप हर रोज एक गिलास पानी के साथ शतावरी पाउडर को लेकर अपने सिरदर्द के लिए शतावरी का लाभ ले सकते हैं।

तुलसी का तंत्रिका तंत्र पर बहुत शांत प्रभाव पड़ता है। यह आपके मस्तिष्क को आराम देती है। यह तनाव को कम करती है और माइग्रेन को कम करती है। दिन में दो बार तुलसी की चाय में एक स्पून शहद मिलाकर पिएं।

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