हमेशा चुस्त रहने वाली सीमा कोटेश्वर का वजन तीन बच्चों को जन्म देने के बाद 108 किलो पहुँच गया था। अधिक वजन की वजह से उनके घुटनों में भी चोट आ गयी थी और इस तरह वो डिप्रेशन की तरफ बढ़ने लगी। एक दिन उन्होंने वर्कआउट करना शुरू किया और फिर पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा।

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आइये आपको आगे बताते हैं कि कैसे सीमा ने अपना वजन 40 किलो कम किया –

आपने वजन घटाने का फैसला कब लिया?

16 साल की उम्र से मैं रोजाना एक्सरसाइज करती थी। जब में प्रेग्नेंट हुई, तो मेरे गर्भ में तीन बच्चे थे। गर्भावस्था के दौरान मेरा वजन बेहद अधिक बढ़ गया, जो तीन बच्चों को जन्म देने के लिए बेहद जरूरी भी था।

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अधिक वजन की वजह से मुझे दो साल तक घुटनों में दर्द रहा था, जिसके लिए मैंने फिजियोथेरेपी भी करवाई। लेकिन मेरे फ़िज़ियोथेरेपिस्ट (physiotherapist) ने मेरी परेशानी का हल करने से पहले ही हाथ खड़े कर लिए और कहा कि मुझे वजन कम करने की सर्जरी करवानी पड़ेगी। इन सबकी वजह से मैं डिप्रेशन में रहने लगी। मैंने फिर फैसला लिया कि अब मुझे अपने वर्कआउट रूटीन में वापस चले जाना चाहिए। मैं एक साल तक हफ्ते में चार से पांच दिन, एक से डेड घंटा वर्कआउट करती थी और इस तरह मेरा 36 किलो वजन कम हुआ।

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आप क्या खाती थीं?

  • मेरा नाश्ता - एक केला और दो कप कॉफी या एक न्यूट्रिशन बार और दो कप कॉफी पीती थी। कभी-कभी, मैं गेहूं के ब्रेड का एक टुकड़ा और दो छोटे चम्मच कम वसा क्रीम लगाकर खाती थी और दो कप कॉफी (मुझे कॉफी पीना बहुत अच्छा लगता था इसलिए मैं इसे नहीं छोड़ सकती थी) पिया करती थी।
  • दोपहर का खाना - मुझे बहुत ही मुश्किल से रोटी बनाने का समय मिलता था। तो आमतौर पर मैं एक गेहूं का टोर्टिला (tortilla) खाती थी, एक कप सब्जी और एक कटोरी दाल व रायता।
  • दोपहर का नाश्ता - एक कटोरी फल। (और पढ़ें - वेट लॉस डाइट चार्ट)
  • शाम का नाश्ता - एक कप चाय या कॉफी के साथ एक या दो ड्राई फ्रूट्स
  • रात का खाना - आमतौर पर मैं अपने कार्यों में व्यस्त रहने की वजह से रात का खाना 9 से 10 के बीच खाती थी। इसके अलावा मैं रात का खाना हल्का खाना पसंद करती थी।
  • डाइट से हटकर आहार - मुझे मीठा बिल्कुल भी पसंद नहीं। मुझे मसाले वाले खाने से बेहद प्यार है, जो कि मैं शुक्रवार और शनिवार की रात में खाया करती थी।

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आप क्या वर्कआउट करती थीं?

मैं हफ्ते के चार से पांच दिन एक से डेड घंटा वर्कआउट करती थी। मेरी शुरुआत कार्डियो से होती थी, फिर 20 से 30 मिनट एलिप्टिकल एक्सरसाइज करती थी। जिसके बाद मैं वेट लिफ्टिंग, स्क्वाट्स, कोर स्ट्रेंथनिंग और पेट की एक्सरसाइज किया करती थी। वर्कआउट के बीच में 30 सेकेंड आराम भी जरूर किया करती थी, इससे मुझे अपने पूरे वर्कआउट में चुस्त रहने में मदद मिलती थी।

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आप इस दौरान कैसे प्रेरित रहीं?

हर वर्कआउट के बाद मैं मजबूत महसूस करती थी। जितना आप वर्कआउट करेंगे, उतना ही आप डिप्रेशन और कमजोरी से छुटकारा पा सकेंगे। तो वर्कआउट मेरे लिए एक प्रेरणा है। इसके साथ ही, कम साइज के कपड़े खरीदने से भी मैं हमेशा प्रेरित रहती थी। 

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वजन घटाने के बाद आपने क्या सीखा?

मेरे पिछले अनुभव से मैंने सीखा कि, व्यायाम न सिर्फ आपके वजन को कम करने में मदद करता है बल्कि आपके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। वजन को कम करने के लिए डायटिंग या दवाइयों जैसे आसान रास्तों को न अपनाएं। जब मैंने व्यायाम करना शुरू किया, तब मुझे बेहद खुशी मिलती थी और अब मैं समान्य जीवन जीती हूँ वो भी अधिक मजबूत पैरों के साथ।

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आशा करते हैं कि आपको सीमा के बारे पढ़ कर प्रेरणा मिली होगी और अब आप अपना वजन घटाने का सफर ज़रूर शुरू करेंगे।

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