कैंसर एक गंभीर बीमारी है. इसके कई प्रकार होते हैं, जिसमें हार्ट कैंसर भी शामिल है. हार्ट कैंसर तब होता है, जब रोगग्रस्त कोशिकाएं हृदय में नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं. ये कोशिकाएं एक ट्यूमर बनाती हैं, जिसे प्राथमिक हृदय कैंसर कहा जाता है. इसके अलावा, जब कैंसर की कोशिकाएं पास के अंगों में ट्यूमर से हृदय में फैलती हैं, तो इस स्थिति को सेकेंडरी हार्ट कैंसर कहा जाता है. हार्ट कैंसर होने पर व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत और छाती में दर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं.

आज इस लेख में आप हार्ट कैंसर के लक्षण, कारण व इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. हार्ट कैंसर के लक्षण
  2. हार्ट कैंसर के कारण
  3. हार्ट कैंसर का इलाज
  4. सारांश
  5. हार्ट कैंसर के लक्षण, कारण व इलाज के डॉक्टर

हार्ट कैंसर होने पर आपको कई तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं -

  1. रक्त प्रवाह में रुकावट
  2. हृदय की मांसपेशियों में शिथिलता
  3. अनियमित दिल की धड़कन

रक्त प्रवाह में रुकावट

जब ट्यूमर हार्ट चैंबर या हार्ट वाल्व में बढ़ता है, तो इस स्थिति में रक्त प्रवाह में रुकावट आ सकती है. इस स्थिति में मरीज को सांस लेने में तकलीफ और थकान महसूस हो सकती है. 

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हृदय की मांसपेशियों में शिथिलता

जब एक ट्यूमर हृदय की मांसपेशियों की दीवारों में बढ़ता है, तो वे कठोर हो सकते हैं. ऐसे में हृदय की मांसपेशियां रक्त को अच्छी तरह से पंप करने में असमर्थ हो सकती हैं. इस स्थिति में आपको सांस लेने में कठिनाई, सूजे हुए पैर, छाती में दर्द, कमजोरी और थकान महसूस हो सकती है.

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अनियमित दिल की धड़कन

अनियमित दिल की धड़कन हार्ट कैंसर का एक आम लक्षण होता है. इस स्थिति में दिल या तो धीरे-धीरे धड़कता है या फिर तेजी से धड़कता है. 

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अभी तक हार्ट कैंसर के कारणों के बारे में पूरी तरह से जानकारी नहीं मिल पाई है. फिर भी हार्ट कैंसर के कुछ जोखिम कारक माने गए हैं, जो इस प्रकार हैं -

  1. आयु
  2. आनुवंशिक
  3. खराब इम्यून सिस्टम

आयु

हार्ट कैंसर का जोखिम कारक उम्र हो सकता है. इस प्रकार का कैंसर वयस्कों में अधिक देखने को मिलता है. वहीं, कुछ मामलों में यह रोग शिशुओं व बच्चों को भी हो सकता है.

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आनुवंशिक

अगर घर व परिवार में किसी व्यक्ति को हार्ट कैंसर है, तो परिवार में किसी अन्य व्यक्ति को भी इसके होने की आशंका अधिक हो सकती है. आपको बता दें कि रबडोमायोमा वाले अधिकतर बच्चों में ट्यूबलर स्केलेरोसिस होता है, जो डीएनए में परिवर्तन के कारण होता है.

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खराब इम्यून सिस्टम

जिन लोगों का इम्यून सिस्टम खराब होता है, उनमें हार्ट कैंसर होने की आशंका अधिक होती है. इसलिए, इससे बचने के लिए सभी को अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना चाहिए.

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हार्ट कैंसर का इलाज इसके प्रकार पर निर्भर करता है. वैसे तो सर्जरी के माध्यम से ही इसका इलाज संभव हो पाता है, लेकिन जब हार्ट कैंसर शुरुआत में ही पकड़ में आ जाता है, तो इसे दवाइयों आदि की मदद से ठीक किया जा सकता है. हार्ट कैंसर का इलाज इस प्रकार है -

  1. बिनाइन ट्यूमर
  2. मैलिग्नेंट ट्यूमर
  3. सेकेंडरी हार्ट कैंसर

बिनाइन ट्यूमर

  • बिनाइन ट्यूमर के अधिकतर मामलों को ठीक किया जा सकता है. इस ट्यूमर को पूरी तरह से हटाया जा सकता है.
  • जब एक ट्यूमर बहुत बड़ा होता है या फिर कई ट्यूमर होते हैं, तो इसका जो हिस्सा हृदय की दीवारों के अंदर नहीं होता है, उसे हटाने से लक्षणों में सुधार हो सकता है.
  • इस मामले में तुंरत सर्जरी नहीं की जाती है, बल्कि इसके लिए इकोकार्डियोग्राम टेस्ट किया जा सकता है. इससे हार्ट कैंसर के लक्षणों की बढ़ती या घटती रफ्तार के बारे में पता चल सकता है. 

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मैलिग्नेंट ट्यूमर

  • यह कैंसर काफी गंभीर हो सकता है. यह तेजी से बढ़ता जाता है और हृदय को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर सकता है. इस प्रकार के कैंसर का इलाज मुश्किल होता है. इसका इलाज सर्जरी से ही किया जा सकता है.
  • इसके साथ ही कभी-कभी ट्यूमर के विकास को धीमा करने और हार्ट कैंसर के लक्षणों में सुधार करने के लिए कीमोथेरेपी और रेडिएशन चिकित्सा का उपयोग किया जाता है.

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सेकेंडरी हार्ट कैंसर

  • सेकेंडरी हार्ट कैंसर की स्थिति में कैंसर हृदय के अलावा अन्य अंगों में भी फैल चुका होता है. इसका इलाज संभव नहीं होता है.
  • इसका इलाज सर्जरी के द्वारा भी नहीं किया जाता है. इसके लिए कीमोथेरेपी और रेडिएशन चिकित्सा ही एकमात्रा विकल्प होता है. 

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हार्ट कैंसर एक गंभीर बीमारी हो सकती है. जब ट्यूमर हृदय के साथ ही दूसरे अंगों में भी फैलने लगता है, तो यह जानलेवा हो सकता है. इसलिए, अगर किसी को हार्ट कैंसर का कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. बिना देरी किए डॉक्टर से मिलना चाहिए और उचित इलाज करवाना चाहिए. अगर कैंसर को शुरुआत में ही पकड़ लिया जाए, तो इसका इलाज आसान और संभव होता है.

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