कार्योटाइपिंग टेस्ट क्या है?
कार्योटाइपिंग टेस्ट क्रोमोजोम (गुणसूत्र) के आकार और संरचना का पता लगाने में मदद करता है। एक स्टैंडर्ड कार्योटाइपिंग टेस्ट जेनेटिक काउन्सलिंग में मदद करता है। जेनेटिक काउन्सलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें व्यक्ति को जेनेटिक विकारों की जानकारी दी जाती है। क्रोमोजोम शरीर की कोशिकाओं में मौजूद होते हैं और इनमें डीएनए होता है। ये डीएनए माता-पिता से बच्चे में कुछ विशेष गुण या लक्षण लेकर जाता है, जैसे बालों का रंग, आंखों का रंग और लंबाई।
क्रोमोजोम की संख्या 46 होती है, जो हर कोशिका में 23 जोड़े बनकर बंटे होते हैं। एक जोड़े में महिला और एक में पुरुष के गुण शामिल होते हैं। यदि इन जोड़ों की संख्या कम या ज्यादा है तो ये किसी आनुवंशिक विकार होने का संकेत देता है। कार्योटाइपिंग टेस्ट गर्भावस्था के दौरान भ्रूण में आनुवंशिक विकारों का पता लगाने में मदद करता है। कार्योटाइपिंग टेस्ट को जेनेटिक टेस्टिंग, क्रोमोसोमल एनालिसिस या साइटोजेनेटिक एनालिसिस भी कहते हैं।