बच्चों के दांत निकलना आम बात है। ये दांत अक्सर 'दूध के दांत' के रूप में जाने जाते हैं। आम तौर पर, बच्चों के दांत निकलने की शुरूआत छह से आठ महीनों के बीच हो जाती है और दो साल तक लगभग सारे दांत निकल जाते हैं।

जब बच्चों के दांत निकलते हैं तब उन्हें बेहद परेशानी होती है और दांत निकलना बेचैनी और दर्द का कारण बन जाता है। अत्यधिक लार, मामूली बुखार, घबराहट, मुश्किल से सोना, अत्यधिक रोना और हल्के दस्त आदि दाँत निकलने के कुछ संकेत और लक्षण हैं। जिस कारण बच्चा कमज़ोर और चिड़चिड़ा हो जाता है।

शुरुआत में बच्चों को संभालना मुश्किल हो सकता है, लेकिन आप अपने बच्चे की परेशानी को कम करने में मदद कर सकते हैं। हम आपको ऐसे कुछ घरेलू तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आपके बच्चे के दाँत बिना किसी परेशानी के निकल सकते हैं।

(और पढ़ें - बच्चे के दांत निकलने के लक्षण)

  1. बच्चों के दांत निकलते समय उन्हें खिलाएँ गाजर - Carrot for teething baby in Hindi
  2. बच्चों को दाँत निकलने की परेशानी में मदद मिलेगी मसूड़ों की मालिश से - Massage gums for teething pain relief in Hindi
  3. शिशु के दांत निकलते वक्त काम आएगा बबूने का फूल - Chamomile for teething infants in Hindi
  4. दाँत निकलते समय बच्चे के दर्द का इलाज है सब्ज़ियों का रस - Vegetable Juice Pops for teething babies in Hindi
  5. बच्चे को दर्द से राहत देने के लिए करें पैर की मालिश - Baby foot massage for teething in Hindi

अगर आपके बच्चे ने ठोस खाद्य पदार्थ खाने शुरू कर दिए हैं, तो आप उसे ठंडी गाजर का एक टुकड़ा दे सकती हैं। इसके ठंडे तापमान से मसूड़ों के दर्द में राहत मिलेगी और बच्चे का पेट भी भर जाएगा।

एक लंबी गाजर को धो कर छीलें। 15 से 20 मिनट के लिए फ्रिज में रख कर ठंडा करें और उसके बाद अपने बच्चे को दें। गाजर के अलावा, आप अपने शिशु को ठंडा खीरा या सेब का टुकड़ा भी दे सकती हैं।

ध्यान दें: अपने बच्चे को कुछ भी अत्यधिक ठंडा या जमा हुआ ना दें क्योंकि यह उनके लिए हानिकारक हो सकता है।

(और पढ़ें - बच्चे को बुखार में क्या करें)

Dabur Gripe Water
₹47  ₹50  6% छूट
खरीदें

कभी कभी, मसूड़ों की मालिश से बच्चों को दाँत निकलने की परेशानी में बहुत मदद मिलती है। मसूड़ों पर हल्का दबाव दर्द को कम और बच्चो को शांत करने में मदद करता है।

अपनी अंगुली अच्छे से साफ करें या एक मुलायम सा कपड़ा लें और कुछ सेकंड के लिए अपने बच्चे के मसूड़ों को रगड़ें। आपके शिशु को शुरू में शायद अच्छा न लगे परंतु बाद में राहत महसूस होगी। इसके अलावा, एक सर्क्युलर मोशन में बच्चे के चेहरे और जबड़े क्षेत्र की मालिश करें।

(और पढ़ें - शिशु की मालिश कैसे करें)

बबूने का फूल (कैमोमाइल) 1 वर्ष से अधिक उम्र के शिशुओं में दाँत निकलने की परेशानी में बहुत मदद कर सकता है। इसमें सूजन को कम करने वाले गुण हैं जो कि दर्दनाक नसों को आराम देने में मदद करते हैं।

आधा चम्मच सूखे कैमोमाइल फूलों को 1 कप गर्म पानी में मिलाएँ। इसको छानें और इस चाय का 1 छोटा चम्मच अपने बच्चे को हर एक या दो घंटे बाद दें।

1 बड़े चम्मच अतिरिक्त शुद्ध जैतून के तेल को कैमोमाइल आवश्यक तेल की 4 या 5 बूँदो के साथ मिक्स करें। इस मिश्रण को गर्म करें और इसका इस्तेमाल अपने बच्चे के जबड़े और कान के आसपास मालिश करने के लिए करें। दैनिक रूप से कई बार दोहराएँ।

(और पढ़ें – बच्चे के जन्म के बाद माँ को क्या खाना चाहिए)

गाजर और चुकंदर जैसी सब्ज़ियाँ बच्चों के लिए अच्छी होती हैं। इन सब्ज़ियों में सूजन को कम करने वाले गुण होते हैं जो कि मसूड़ों के दर्द और जलन को कम करते हैं। इसके अलावा, गाजर और चुकंदर आपके बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं।

1 कप गाजर और 1 कप चुकंदर का रस निकालें। रस को एक साथ मिक्स करें और बर्फ के साँचे में डालें। इस रस को ठंडा करने के लिए फ्रिज में रखें। साँचे से सब्ज़ियों के रस को निकालें और अपने बच्चे को दें। सब्ज़ी के रस की मिठास और बर्फ का ठंडा तापमान आपके बच्चे को शांत करने में मदद करेगा।

(और पढ़ें - शिशु टीकाकरण चार्ट)

अपने बच्चे को शांत करने के लिए, उसके पैरों की मालिश करें। यह बच्चे को शांत करने और बेहतर नींद को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।

बच्चों के दाँत निकलते समय पैर के ऊपर मालिश करना, विशेष रूप से पैर की अंगुलियों पर मालिश, कुछ अस्थायी राहत प्रदान कर सकता है। अपने बच्चे के पैर पर कुछ गर्म तेल मलें। पैर की अंगुलियों के नीचे अपने अंगूठे की मदद से हल्का दबाव डालें। अंत में, पूरे पैर की अच्छे से मालिश करें। 5 मिनट से अधिक समय के लिए यह ना करें। दिन में एक या दो बार दोहराएँ। 

(और पढ़ें – अरण्डी तेल के फायदे बच्चों के लिए)

ऐप पर पढ़ें