डॉक्टर से परामर्श के दौरान आपके डॉक्टर आपके गठिया के इलाज के लिए पहले ये देखते हैं कि क्या आप में गठिया से सम्बंधित लक्षण दिख रहे हैं। अगर हां, तो वह कैसे विकसित हुए है, फिर वह आप की जांच कर आपको कुछ टेस्ट करवाने के लिए कहते हैं।
डॉक्टर गठिया की जांच कैसे करते हैं - How do doctors check for arthritis in Hindi
इलाज के दौरान डॉक्टर आपसे इस तरह के सवाल पूछ सकते हैं
- आपको किस जगह दर्द हो रहा है (जोड़ों में या जोड़ों के बीच में) और कौनसा जोड़ दर्द से ग्रस्त है।
- आपके जोड़ों में या जोड़ों के आस-पास सूजन, गर्मी, लालपन और छूने पर दर्द तो नहीं है। यह सूजन-संबंधी गठिया के संकेत हो सकते हैं।
- डॉक्टर आपके स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं के बारे में पूछ सकते हैं क्योंकि गठिया आपके शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है।
- इसके बाद आपके डॉक्टर आप की जांच कर इन संकेतों को ढूंढेंगे -
- जोड़ों में सूजन इनफ्लेमेटरी आर्थराइटिस का कारण हो सकता है।
- दर्द और सीमित मूवमेंट, साथ में एक झनझनाहट महसूस करना (crepitus), जो अपक्षयी (degenerative) गठिया जैसे कि ऑस्टियो आर्थराइटिस का संकेत हो सकता है ।
- नरम ऊतकों (Tissues) को छूने पर पीड़ा होना और दर्द महसूस करना।
- मुंह में दाने या अल्सर होना भी गठिये के होने का संकेत है।
गठिया निदान के लिए टेस्ट - Tests for arthritis diagnosis in Hindi
- गठिया के लिए प्रयोगशाला परीक्षण - Lab tests for arthritis in hindi
- गठिया के लिए इमेजिंग टेस्ट - Imaging tests for arthritis in hindi
(1) गठिया के लिए प्रयोगशाला परीक्षण - Lab tests for arthritis in hindi
कई प्रकार के शारीरिक तरल पदार्थों की जांच से गठिया के बारे में बताया जा सकता है।
आम तौर पर ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट और जोड़ों के तरल पदार्थ की जांच होती है।
आपके जोड़ों से तरल पदार्थ का एक सैंपल लेने के लिए चिकित्सक सबसे पहले आपके जोड़ों को साफ करेंगे, फिर उस जगह को सुन्न कर देंगे। उसके बाद एक सुई डाल कर जांच के लिए तरल पदार्थ निकालेंगे।
(2) गठिया के लिए इमेजिंग टेस्ट - Imaging tests for arthritis in hindi
कुछ ऐसे परीक्षण हैं जिनसे आपके जोड़ों के अंदर की समस्याओं का पता लगाया जा सकता है, जिनके कारण आपके लक्षण दिख रहे हैं। जैसे –
- गठिया के लिए एक्स रे - X ray for arthritis in hindi
- गठिया के लिए चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई) - CT scan for arthritis in hindi
- आर्थराइटिस के लिए एमआरआई - MRI for arthritis in hindi
- आर्थराइटिस के लिए अल्ट्रासाउंड - Ultrasound for arthritis in hindi
1. गठिया के लिए एक्स रे - X ray for arthritis in hindi
इसमें हड्डी को देखने के लिए रेडिएशन (विकिरण) के कई स्तर का प्रयोग किया जाता है। एक्स-रे से कार्टिलेज को हुए नुकसान, हड्डी की क्षति और हड्डी का प्रवाह देखा जा सकता है। एक्स-रे से शुरुआती गठिया के नुकसान को नहीं देखा जा सकता है, हालांकि यह रोग की गति को जानने में मदद करता है।
2. गठिया के लिए सीटी स्कैन - CT scan for arthritis in hindi
सीटी स्कैनर कई अलग अलग कोनों से एक्स-रे लेते हैं जिससे आंतरिक संरचनाओं की पूरी जानकारी मिलती है। सीटी स्कैनर दोनों हड्डियों और आसपास के नरम ऊतकों को ज्यादा अच्छी तरह दिखा पाते हैं। (और पढ़ें - सीटी स्कैन क्या है)
3. आर्थराइटिस के लिए एमआरआई - MRI for arthritis in hindi
एक मजबूत चुंबकीय क्षेत्र के साथ रेडियो तरंगों के संयोजन को मेग्नेटिक रेज़नन्स इमेजिंग (एमआरआई; MRI) नरम हड्डी, पट्टा और स्नायुबंधन जैसे नरम ऊतकों (tissue) का बेहतर क्रॉस-सेक्शनल चित्र लेता है। एमआरआई स्कैन से शरीर के आंतरिक संरचनाओं की बेहतर तस्वीर मिलती है, जिनसे नरम ऊतकों के रोगों का पता आसानी से लगाया जा सकता है।
4. आर्थराइटिस के लिए अल्ट्रासाउंड - Ultrasound for arthritis in hindi
एमआरआई और अल्ट्रासाउंड दोनों एक्स-रे के मुकाबले हड्डियों में आए कटाव या घिसाव को पता लगाने में ज्यादा कारगर साबित होते है । साथ ही इससे हड्डी में आई सूजन को भी साफ देखा जा सकता जिसके लिए आमतौर पर हमें खून की जांच (blood test) या जोड़ों को महसूस करने के लिए उंगलियों का उपयोग करना पड़ता है । अल्ट्रासाउंड का उपयोग जोड़ों में से तरल को निकालने और इंजेक्शन के लिए सुई को लगाने के लिए भी किया जाता है।