भूख न (कम) लगना - Loss of appetite in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

September 17, 2018

February 05, 2024

भूख न लगना
भूख न लगना

भूख न लगना क्या है?

जब आपके खाने की इच्छा कम होने लगती है तो इस स्थिति को भूख कम लगना कहा जाता है। इसके अलावा इस स्थिति को खराब भूख या भूख की कमी या फिर कम भूख महसूस होना आदि कई नामों से जाना जाता है। इसका मतलब होता है कि आपको भोजन की इच्छा या भूख उतनी नहीं लगती जितनी आपको पहले लगती थी।

कब्ज, पेट के वायरस, भोजन संबंधी विकार, कुछ प्रकार के रोग, गलत और अलग -अलग समय पर भोजन करना और यहां तक कि कैंसर भी भूख में कमी कर सकते हैं। भूख कम लगने की स्थिति के लक्षणों में भोजन की इच्छा ना होना, अचानक से वजन घटना और भूख महसूस ना होना आदि होते हैं। भोजन करने के विचार से आपका जी मिचलाने लग सकता है और आपको ऐसा लगने लगता है कि खाना खाने के बाद आपको उल्टी आ जाएगी।

लंबे समय से भूख कम लगने की स्थिति को एनोरेक्सिया कहा जाता है इसके मेडिकल या साइकोलॉजिकल (मनोवैज्ञानिक) कारण हो सकते हैं। यदि संभव हो तो भोजन करने से पहले ताजी हवा में थोड़ी एक्सरसाइज करने की कोशिश करें या थोड़ा चल लें। खाना खाने से ठीक पहले थोड़ी बहुत शारीरिक गतिविधियां करना और ताजी हवा लेना भी भूख को उत्तेजित करते हैं।

डॉक्टर इस समस्या की ठीक से जांच करने के लिए खून टेस्ट, छाती का एक्स-रे, पेट का अल्ट्रासाउंड और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन कर सकते हैं।

कुछ ऐसे स्टेप जो किसी व्यक्ति के खाने की इच्छा को बढ़ा सकते हैं, व्यक्ति का मनपसंद भोजन प्रदान करना और भोजन के लिए एक अनियमित शेड्यूल बनाना, यानि जब मन करें तब खाओ आदि है।

कुछ निश्चित स्थितियों में डॉक्टर मरीज़ की भूख बढ़ाने के लिए कुछ दवाओं का इस्तेमाल भी कर सकते हैं जैसे साइप्रोहेप्टाडिन (Cyproheptadine), मेजैस्ट्रोल (Megestrol) और ड्रोनाबिनोल (Dronabinol) आदि।

(और पढ़ें - बच्चों में भूख ना लगने के कारण)

भूख न (कम) लगने के लक्षण - Loss of appetite Symptoms in Hindi

भूख कम लगने के दौरान क्या लक्षण महसूस होते हैं?

भूख कम लगने के लक्षण इसके कारण व कारकों के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। भूख कम लगने की स्थिति यदि गंभीर है तो यह वजन घटने या कुपोषण जैसी स्थितियों का कारण बन सकती है। इसके कारण मांसपेशियों के घनत्व (Mass, मांसपेशियों के मास) में कमी होने लगती है इस स्थिति को मसल वेस्टिंग (मांसपेशियों में नुकसान) या कैचेक्सिया (Cachexia) कहा जाता है।

भूख में कमी की स्थिति अस्थायी (कुछ समय तक रहने वाली समस्या) हो सकती है। जब रेडिएशन थेरेपी या कीमोथेरेपी के उपचार पूरे हो जाएं तो अक्सर भूख सामान्य स्थिति में आ जाती है। उपचार पूरा होने के बाद भूख की स्थिति को पूरी तरह से ठीक होने के लिए कुछ हफ्तों का समय लग जाता है।

(और पढ़ें - रेडिएशन थैरेपी क्या है)

भूख में कमी की स्थिति में निम्न लक्षण शामिल हो सकते हैं:

  • भोजन के स्वाद को अस्पष्ट या अप्रिय बताना
  • भोजन की गंध लेने के बाद भोजन को दूर रखना
  • कोई ऐसा भोजन भी पसंद ना आना जो कभी मनपसंद भोजन हुआ करता था
  • चबाने या निगलने में कठिनाई
  • खाने से मन भर जाना या थक जाना और कुछ निवाले खाकर भोजन अधूरा छोड़ देना
  • बस एक या दो प्रकार के भोजन खाना
  • सामान्य से बहुत जल्दी पेट भर जाना

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

यदि आपके शरीर से अनचाहे रूप से वजन कम हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करें।

यदि भूख में कमी के साथ अन्य लक्षण जैसे डिप्रेशन, नशे की लत या भोजन संबंधी विकार जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। यदि भूख में कमी की समस्या किसी प्रकार की दवा के कारण हुई है तो दवाओं या खुराक में बदलाव करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर से पूछे बिना कोई भी दवा लेना बंद ना करें।

(और पढ़ें - डिप्रेशन से बचने के उपाय)

 
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भूख न (कम) लगने के कारण और जोखिम कारक - Loss of appetite Causes & Risk Factors in Hindi

भूख में कमी होने के क्या कारण हो सकते हैं?

भूख में धीरे-धीरे या अचानक से कमी आना कई समस्याओं का संकेत हो सकता है और साथ में तनाव से संक्रमण तक कई प्रकार के लक्षणों को पैदा कर सकता है। अतिरिक्त संभावित कारणों में दवाएं और भावनात्मक तनाव आदि शामिल है। यदि कोई अन्य अंदरूनी समस्या है तो उसका इलाज किए जाने के बाद भूख में कमी से जुड़े लक्षण कम होने लगते हैं।

(और पढ़ें - बैक्टीरियल संक्रमण का इलाज)

संक्रमण: बहुत प्रकार के संक्रमण है जो अचानक से भूख में कमी की स्थिति का कारण बन सकते हैं। भूख में कमी से जुड़े कुछ लक्षण निम्न हैं:

रोग: कई प्रकार के रोग हैं जो अचानक से भूख में कमी की समस्या को विकसित कर सकते हैं।

पाचन संबंधी रोग जैसे कि:

भूख में कमी पाचन तंत्र में सूजन व लालिमा, आंतों में रुकावट और अन्य कई कारकों के कारण भी हो सकती है।

  • मानसिक रोग जिनमें तनाव, चिंता विकार और स्किजोफ्रेनिया (मनोविदलता) आदि शामिल है, भी अचानक से कम भूख लगने की स्थिति पैदा कर देते है। खासकर जब इसका कारण बनने वाले अंदरूनी रोग तेजी से विकसित होते हैं।

(और पढ़ें - चिंता दूर करने के घरेलू उपाय)

दवाएं: कुछ  प्रकार की दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण भी भूख में कमी हो सकती है। उदाहरणों में अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (Attention deficit hyperactivity disorder) के लिए और वजन घटाने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं आदि। अवैध ड्रग जैसे एम्फेटामाइन, हल्लुसीनोजेनिक्स, इनहेलेंट्स आदि दवाएं भी भूख कम लगने की स्थिति पैदा कर देती हैं। (और पढ़ें - दवाओं की जानकारी)

भावनात्मक तनाव:अत्यधिक भावनात्मक तनाव होने से भी भूख लगने में कमी होने लगती है। जैसे किसी अपने को खो देना, नौकरी छूट जाना, तलाक होना और अन्य कुछ सकारात्मक प्रकार के तनाव जैसे शादी व अन्य महत्वपूर्ण आयोजन आदि के कारण भी अचानक से भूख लगने में कमी की समस्या हो सकती है। भूख न लगने की यह स्थिति तनाव का प्रबंधन करने की व्यक्ति की क्षमता पर निर्भर होती है। एेसी स्थिती तब तक रह सकती है जब तक आप तनाव में है। या इसके तहत ऐसा हो सकता है कि थोड़े समय के लिए भूख न लगे या कम लगे। 

भूख न लगने का खतरा कब बढ़ जाता है? 

(और पढ़ें - खून की कमी को दूर करने का उपाय)

 

भूख न (कम) लगने से बचाव - Prevention of Loss of appetite in Hindi

भूख कम लगने पर उसकी रोकथाम कैसे करें?

भूख कम महसूस होने के हालात का बचाव करने या इन हालात को कम करने के लिए निम्न कुछ प्रकार के कदम उठाए जा सकते हैं:

  • जो भोजन आपको पसंद हो वह खाएं।
  • दिन में जूस, सोफ्ट ड्रिंक और स्पोर्ट्स ड्रिंक आदि पिएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें।
  • भोजन के समय को जितना हो सके उतना सुहावना बनाने की कोशिश करें जैसे खाने के दौरान संगीत बजाना, मोमबत्तियां जलाना या दोस्तों के साथ खाना।
  • ऐसे भोजन का चुनाव करें जो आपको बहुत पसंद हो और जितना हो सके उसे आकर्षक बनाने की कोशिश करें।
  • किसी समय आपको कोई विशिष्ट खाद्य पदार्थ खाने का मन करे उसी समय खा लें।
  • नरम खाद्य पदार्थ खाएं। उनको अधिक चबाने की आवश्यकता नहीं होती है। खासकर यदि आपके मुंह में छाले या आपको निगलने में कठिनाई हो रही है तो आपको इससे काफी मदद मिल सकती है।
  • सूप, खिचड़ी, हलवा, दही, आइसक्रीम, पोषक तत्वों युक्त पेय और स्नैक्स आदि का सेवन करें।
  • यदि गर्म खाद्य पदार्थों से आने वाली गंध आपको पसंद नहीं आ रही है, तो ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की कोशिश करें। आप सैंडविच, सलाद और चीज आदि खाद्य पदार्थों को एक पोषक तत्व की तरह ले सकते हैं।
  • खाना खाने से पहले हल्की एक्सरसाइज कर लें - उदाहरण के लिए खुली हवा में घूमना आदि आपकी भूख को उत्तेजित कर सकता है। (और पढ़ें - एक्सरसाइज करने का सही टाइम)
  • मीठे और गैस मिश्रित पेय पदार्थों का सेवन करना, जैसे मिनरल वॉटर या नींबू पानी आदि आपके सूखे गले से आराम प्रदान करता है और यदि आपको बीमार जैसा महसूस हो रहा है तो यह काफी लाभकारी हो सकता है।
  • नींबू, जड़ी-बूटियों और मसालों आदि की मदद से अपने भोजन में अतिरिक्त स्वाद शामिल करें। 
  • कैलोरी और अन्य पोषक तत्वों को बढ़ाने के लिए फलों के साथ आइसक्रीम या क्रीम आदि शामिल करें।
  • उसी समय खाएं जब आपको खाने का मन करें - ऐसा महसूस ना करें कि आपको रोज़ाना एक ही समय के अनुसार भोजन करना  है।
  • छोटी प्लेट (थाली) का उपयोग करें - भोजन से भरी हुई बड़ी प्लेट आपकी खाने की इच्छा को कम कर सकती है।
  • आहार संबंधी प्रतिबंधों से आराम लें - उपचार के दौरान वसायुक्त भोजन को छोड़ने से जरूरी अपने वजन को बनाए रखना होता है।
  • थोड़ा-थोड़ा करके खाएं - सिर्फ उतना ही खाएं जितना आप मैनेज कर सकते हैं, ऐसा करके आप सामान्य से अधिक बार खा सकते हैं।

(और पढ़ें - पौष्टिक आहार के लाभ)

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भूख कम महसूस होने में सुधार लाने के लिए कुछ अन्य स्टेप्स:

 (और पढ़ें - पानी कितना और कैसे पीना चाहिए)

भूख न (कम) लगने का निदान - Diagnosis of Loss of appetite in Hindi

भूख कम महसूस होने की समस्या का परीक्षण कैसे किया जाता है?

अपॉइंटमेंट के दौरान डॉक्टर आपके सभी लक्षणों के बारे में जानकर उनकी पूरी सूची तैयार करते हैं। डॉक्टर आपका वजन और लंबाई मापते हैं और उसकी औसत के साथ तुलना करते हैं।

डॉक्टर आपसे आपकी पिछली मेडिकल स्थिति, किसी भी प्रकार की दवा यदि आप खा रहे हैं और आपके आहार से जुड़े कुछ सवाल पूछ सकते हैं। इसके अलावा डॉक्टर निम्न के बारे में भी पूछ सकते हैं:

  • आपके लक्षण कब शुरू हुए थे
  • लक्षण गंभीर हैं या कम
  • अभी तक आपका कितना वजन घटा है
  • क्या कोई एेसी स्थिति भी है जब यह लक्षण बढ़ जाते हैं
  • क्या आपको कोई अन्य लक्षण भी महसूस होते हैं

(और पढ़ें - लैब टेस्ट लिस्ट)

भूख कम लगने के कारण का पता लगाने के लिए कुछ प्रकार के टेस्ट करने की आवश्यकता भी पड़ सकती है। निम्न टेस्ट किये जा सकते हैं:

  • लीवर, थायराइड और किडनी आदि के कार्यों का टेस्ट (इन टेस्टों के लिए आमतौर पर सिर्फ खून के सैंपल की ही आवश्यकता पड़ती है) (और पढ़ें - थायराइड में क्या खाना चाहिए)
  • छाती का एक्स-रे (क्लिनिकल संकेत मिलने पर)
  • तनाव पर नजर रखने वाले परीक्षण (और पढ़ें - तनाव के लिए योगासन)
  • शराब के सेवन से संबंधित सवाल पूछना
  • पेट का अल्ट्रासाउंड
  • कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी)
  • ऊपरी जीआई सीरीज़, जिसमें एक्स-रे शामिल है इसकी मदद से आपके इसोफेगस, पेट और छोटी आंत की जांच की जाती है।
  • सिर, छाती, पेट या पेल्विस का सीटी स्कैन

(और पढ़ें - मैमोग्राफी क्या है)

कुछ मामलों में गर्भावस्था और एचआईवी की जांच करने के लिए आपका टेस्ट किया जा सकता है। वैध और अवैध प्रकार की दवाओं के उपयोग का पता लगाने के लिए आपके पेशाब की जांच भी की जा सकती है।

रिफ्लक्स से संबंधित रोग भी भूख कम लगने की समस्या से जुड़े हो सकते हैं और यदि किसी 55 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति में इस समस्या की शुरूआत हो रही है तो तत्काल एंडोस्कोपी की आवश्यकता पड़ सकती है।

(और पढ़ें - क्रिएटिनिन टेस्ट क्या होता है)

भूख न (कम) लगने का इलाज - Loss of appetite Treatment in Hindi

भूख कम लगने की समस्या का इलाज कैसे किया जाता है?

भूख कम लगने का उपचार उसके कारणों पर निर्भर करता है। यदि इस समस्या का कारण बैक्टीरियल संक्रमण या वायरल संक्रमण है तो इस समस्या के लिए आमतौर पर किसी विशिष्ट उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ती। जितना जल्दी आपके संक्रमण का इलाज होता है उतनी ही जल्दी भूख लगने की प्रक्रिया भी सामान्य अवस्था में आ जाती है।

भूख कम लगने की समस्या का उपचार करने का सबसे पहला कदम इस समस्या के अंदरूनी कारण का पता लगाना और उसका इलाज करना होता है। भूख में कमी की गंभीरता व उसके कारण पैदा होने वाली जटिलताओं पर निर्भर करते हुए डॉक्टर, भूख के स्तर को सामान्य स्तर पर लाने के लिए कई प्रकार की दवाओं व उपचार प्रकारों का उपयोग कर सकते हैं। कभी-कभी भूख में कमी को ठीक करने के लिए उपयोग किए गए उपचारों के प्रभाव निम्न हो सकते हैं:

  • मतली रोकने वाली दवाएं जिनमें वे दवाएं भी शामिल होती है जिनका उपयोग गर्भावस्था में मतली रोकने के लिए किया जाता है, जिनमें डोक्सिलामिन और बी6, पाइरीडोक्सेन (विटामिन बी6), प्रोमेथाजिन (Promethazine ) और साइक्लिजिन (Cyclizine) आदि शामिल हैं।
  • जो सप्लीमेंट्स इलेक्ट्रोलाइट प्रदान करते हैं और कब्ज, पेट में ऐंठन और थकान आदि से राहत दिलाते हैं। (और पढ़ें - थकान कम करने के उपाय)
  • प्रोजेस्टेरोन वाली दवाएं, जो भूख और वजन बढ़ा देते हैं। उदाहरण के लिए मेजेस्ट्रोल एसेटेट (Megestrol acetate) या मेड्रोक्सिप्रोजेस्टेरोन (Medroxyprogesterone) आदि।
  • स्टेरॉयड दवाएं जो सूजन, मतली, कमज़ोरी या किसी अंदरूनी बीमारी से जुड़े दर्द से राहत पाने में मदद करती है।
  • मेटोक्लोपैरामाइड (Metoclopramide), जो भोजन को पेट से बाहर आसानी से निकलने में मदद करती है।
  • एंटीडिप्रैसेंट्स या चिंता-निवारक दवाएँ
  • एक्सरसाइज के प्रोग्राम, जो भूख हार्मोन के स्त्राव को उत्तेजित करता है। (और पढ़ें - कीगल एक्सरसाइज क्या है)
  • कुछ गंभीर मामलों में वजन घटने और पोषक तत्वों की कमी का इलाज करने के लिए कैलोरी और अन्य पोषक तत्वों को सीधे शरीर तक पहुंचाने के लिए फीडिंग ट्यूब का इस्तेमाल किया जा सकता है।

घरेलू देखभाल -

यदि भूख में कमी कैंसर जैसे किसी रोग या किसी दीर्घकालिक मेडिकल स्थिति के कारण हो रही है, तो इससे आपकी भूख को उत्तेजित करना कठिन हो सकता है। हालांकि परिवार के साथ खाना, मनपसंद भोजन बनाना या खाने के लिए बाहर किसी रेस्टोरेंट आदि में जाने से भोजन खाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।

भोजन को थोड़ा-थोड़ा करके बार-बार खाने की प्रक्रिया भी मदद कर सकती है और अधिक भोजन की बजाय थोड़े-थोड़े भोजन को मैनेज करने में पेट के लिए आसानी रहती है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको भोजन से पर्याप्त पोषक तत्व मिल रहे हैं, भोजन में कैलोरी और प्रोटीन उच्च होना चाहिए। आप तरल प्रोटीन ड्रिंक्स का सेवन भी कर सकते हैं।

(और पढ़ें - फूड पाइजनिंग के घरेलू उपाय)

 
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भूख न (कम) लगने की जटिलताएं - Loss of appetite Complications in Hindi

भूख में कमी होने से कौन सी समस्याएं पैदा हो सकती हैं?

यदि भूख में कमी किसी थोड़ी समय की बीमारी या समस्या के कारण हुई है तो आपमें स्वाभाविक रूप से कम समय में ही ठीक होने की संभावना होती हैं।

हालांकि यदि आपकी भूख में कमी किसी गंभीर मेडिकल समस्या के कारण हुई है तो यह बिना उपचार के और अधिक बदतर स्थिति बन सकती है। यदि भूख में कमी को बिना उपचार किये छोड़ दिया जाए तो इसके साथ कई गंभीर लक्षण विकसित हो जाते हैं, जैसे:

यदि आपकी भूख में कमी की समस्या स्थिर रहती है और आपको कुपोषण हो गया है या विटामिन और इलेक्ट्रोलाइट में कमी हो गई है तो यह आपके जीवन के लिए हानिकारक स्थिति बन सकती हैं। इसलिए यदि आपको एनोरेक्सिया है जो उसका कारण बनने वाली किसी गंभीर बीमारी के ठीक होने के बाद भी ठीक नहीं हो रहा या यदि यह लगातार एक हफ्ते से हो रहा है तो डॉक्टर की मदद लेना बहुत जरूरी होता है।

(और पढ़ें - कमजोरी दूर करने के घरेलू उपाय)

 


संदर्भ

  1. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Myalgic Encephalomyelitis/Chronic Fatigue Syndrome
  2. National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases [internet]: US Department of Health and Human Services; Celiac Disease
  3. Anna Pilgrim et al. An overview of appetite decline in older people. Nurs Older People. Author manuscript; available in PMC 2015 Dec 1. PMID: 26018489
  4. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Appetite - decreased
  5. W. Kyle Simmons et al. Depression-related increases and decreases in appetite reveal dissociable patterns of aberrant activity in reward and interoceptive neurocircuitry. Am J Psychiatry. Author manuscript; available in PMC 2017 Apr 1. PMID: 26806872

भूख न (कम) लगना की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Loss of appetite in Hindi

भूख न (कम) लगना के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।