नवजात शिशु के लिए मां के दूध से बेहतर और कोई पौष्टिक चीज नहीं हो सकती. मां के दूध में वो सभी पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी होते हैं. यही वजह है कि जन्म के बाद से ही बच्चे को मां का दूध पिलाना शुरू कर दिया जाता है.
वैज्ञानिक शोध भी कहते हैं कि जन्म से लेकर 6 माह तक शिशु को सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए. वहीं, कुछ महिलाएं 6 माह के बाद से लेकर शिशु के 2-3 वर्ष का होने तक स्तनपान करवाती हैं. ऐसे में पहली बार मां बनी महिला के मन में अक्सर ये सवाल आता है कि शिशु को कब तक स्तनपान करवाना चाहिए.
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