स्ट्रोक या मस्तिष्क के दौरे के जितने भी प्रकार हैं, उनमें एक्यूट इस्कीमिक स्ट्रोक (एआईएस) सबसे ज्यादा जानलेवा माना जाता है। अगर यह समस्या कोविड-19 बीमारी के समय उभर कर आए तो मरीज के किसी प्रकार की अक्षमता का शिकार होने और मरने का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ जाता है। अमेरिकन स्ट्रोक एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित होने वाली पत्रिका 'स्ट्रोक' की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। इसके मुताबिक, कोविड-19 के चलते शरीर के ठीक से काम नहीं कर पाने और ज्यादातर मौतों का एआईएस से संबंध है। यानी अगर कोविड-19 से पीड़ित कोई व्यक्ति एआईएस का शिकार हो जाए तो उसके मरने का खतरा काफी बढ़ जाता है।

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शोधकर्ताओं ने 16 देशों के 28 हेल्थ केयर सेंटरों में भर्ती कोविड-19 के उन मरीजों के डेटा के आधार पर यह बात कही है, जिन्हें इस बीमारी के दौरान एआईएस की समस्या का भी सामना करना पड़ा था। वैज्ञानिकों ने इन मरीजों की तुलना एआईएस से पीड़ित उन मरीजों से की, जिन्हें कोविड-19 बीमारी नहीं थी। इसके लिए 2003 से लेकर 2019 तक के आंकड़े उठाए गए। इनकी मदद से शोधकर्ताओं ने कोविड-19 और एआईएस से एक साथ ग्रस्त हुए लोगों के क्लिनिकल लक्षणों और परिणामों में अंतर किया।

शोध के मुताबिक, 27 जनवरी, 2020 से 19 मई, 2020 के बीच 174 लोग एक ही अवधि में कोविड-19 और एआईएस के चलते अस्पताल में भर्ती हुए थे। ऐसे हरेक मरीज की तुलना नॉन-कोविड एआईएस मरीज से की गई। इसके लिए कई मानक पहले से तय किए गए, जिनमें आयु, लिंग, स्ट्रोक रिस्क फैक्टर (हाइपरटेंशन, डायबिटीज, हर्ट फेलियर, कैंसर, स्मोकिंग, मोटापा आदि) शामिल थे। अंतिम विश्लेषण के तहत कुल 330 मरीजों (कोविड-19 और नॉन-कोविड दोनों) का विश्लेषण किया गया।

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दोनों समूहों में स्ट्रोक की गंभीरता मापने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ स्ट्रोक स्केल (एनआईएचएसएस) का इस्तेमाल किया गया। वहीं, स्ट्रोक से होने वाले शारीरिक नुकसान का आंकलन करने के लिए मॉडिफाई रैनकिन स्कोर (एमआरएस) का उपयोग किया गया। इन दोनों मानकों के तहत जब एआईएस-कोविड-19 के मरीजों की तुलना नॉन-कोविड-19 एआईएस मरीजों से की गई तो निम्नलिखित तथ्य सामने आए:

  • कोविड-19 मरीजों को आया स्ट्रोक ज्यादा घातक था (छह नॉन-कोविड-19-एआईएस मरीज बनाम दस कोविड-19-एआईएस मरीज)
  • स्ट्रोक के कारण कोविड-19 मरीजों में किसी प्रकार की गंभीर विकलांगता होने का खतरा ज्यादा
  • कोविड-19 मरीजों के एआईएस से मरने की संभावना अधिक

उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19 के समय स्ट्रोक होने से अक्षमता का शिकार होने या मरने का खतरा अधिक: शोध है

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