किडनी में पथरी को सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं में से एक माना गया है. इसे नेफ्रोलिथिआरीस भी कहा जाता है. यह एक प्रकार का क्रिस्टलीय मिनरल पदार्थ होता है, जो किडनी, मूत्र मार्ग, पित्ताशय, प्रोस्टेट, पैंक्रियास या पाचन तंत्र के रास्ते में कही भी हो सकती है. पथरी का आकार छोटे दाने से लेकर गेंद जितना बड़ा हो सकता है.

पथरी, कभी-कभी प्रभावित क्षेत्र के आसपास गंभीर दर्द पैदा कर सकती है और मूत्र मार्ग को भी बाधित कर सकती है. ऐसे में कुछ प्राकृतिक उपचारों से पथरी का आसानी से इलाज किया जा सकता है. इसमें नींबू बहुत मददगार साबित हो सकता है. माना जाता है कि नींबू के इस्तेमाल से पथरी का इलाज संभव है.

आज हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे कि नींबू की मदद से पथरी का इलाज संभव है या नहीं -

(और पढ़ें - पथरी के घरेलू उपाय)

  1. क्या नींबू से पथरी का इलाज हो सकता है?
  2. पथरी के लिए नींबू का उपयोग कैसे करें?
  3. सारांश
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पथरी कठोर होती है और ये एक या दोनों किडनी में बन सकती है. जब यूरिन में मिनरल का स्तर उच्च होता है, तब पथरी का निर्माण होता है. पथरी शरीर के कई हिस्सों में हो सकती है जैसे कि पित्त के रास्ते में या फिर पुरुषों में प्रोस्टेट पथरी की समस्या होना आम है. वहीं, पेट में भी पथरी की समस्या हो सकती है. पथरी चिकनी या दांतेदार हो सकती है और आमतौर पर पीले या भूरे रंग की होती है. 

कोरियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी के एक अध्ययन में पाया गया कि साइट्रिक एसिड (खट्टे फलों में एक प्रमुख तत्व) पथरी के निर्माण को रोक सकता है. शोध से पता चला है कि नींबू का उपयोग कैल्शियम ऑक्सिलेट के क्रिस्टल के निर्माण को रोक सकता है. इन क्रिस्टल को स्टोन के रूप में भी जाना जाता है. इसलिए, पथरी को होने से रोकने के लिए आहार में खट्टे फलों को शामिल करने की सलाह दी जाती है.

इसके अलावा, विटामिन-सी पथरी की समस्या को पनपने से रोक सकता है और नींबू को विटामिन-सी का अच्छा स्रोत माना जाता है. लिहाजा कहा जा सकता है कि पथरी से निजात दिलाने में नींबू का रस मददगार हो सकता है. माना जाता है कि साइट्रस फल जैसे नींबू में पथरी बनने की प्रक्रिया को रोकने का गुण पाया जाता है.

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नींबू पानी में आवश्यक साइट्रिक एसिड, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो पथरी को बनने से रोकने और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. आइए, जानते हैं कि पथरी के इलाज के लिए नींबू के रस का इस्तेमाल किस-किस तरीके से किया जा सकता है -

नींबू का रस

इसे इस्तेमाल करने का तरीका नीचे बताया गया है -

  • कुछ ताजे नींबू लें और रस निकाल लें.
  • इसे 2 लीटर पानी में डालें और अच्छी तरह से मिलाएं.
  • पथरी और दर्द से जुड़े लक्षणों से राहत पाने के लिए इसका सेवन करें.
  • इसे दिन में दो बार यानी एक बार सुबह और एक बार शाम को पिएं.
  • नींबू पानी, नींबू का रस या सिर्फ नींबू के कुछ स्लाइस के साथ पानी भी पी सकते हैं.

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नींबू का रस, व्हीटग्रास व तुलसी

इन तीनों सामग्रियों को कुछ इस तरह इस्तेमाल किया जा सकता है -

  • एक गिलास व्हीटग्रास जूस लें और उसमें एक-एक चम्मच नींबू का रस व तुलसी का रस मिलाएं.
  • इसे अच्छी तरह मिलाएं और इसे पीने से किडनी स्टोन से बचाव होता है.
  • इस मिश्रण को नियमित रूप से दिन में लगभग 2-3 बार पीने से पथरी से राहत मिलेगी.

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नींबू का रस व सेब का सिरका

इसे घर में बनाने का तरीका नीचे बताया गया है -

  • एक-एक चम्मच सेब का सिरका और नींबू का रस लें.
  • इसे अच्छी तरह से मिलाएं और इसका सेवन स्टोन से राहत पाने के लिए करें.
  • इसे जितनी बार चाहें दोहराएं.
  • सेब के सिरके में पाए जाने वाले एसिटिक एसिड को पथरी को नरम करने, घुलने और नष्ट करने में प्रभावी माना जाता है. इसकी मदद से पथरी के आकार को छोटा किया जा सकता है, ताकि वो यूरिन के माध्यम से बाहर आ जाए.

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नींबू का रस व जैतून का तेल

ये घरेलू नुस्खा भी पथरी से ग्रस्त मरीजों के काम आ सकता है -

  • 1/4 कप नींबू का रस और जैतून का तेल लें.
  • इन दोनों को अच्छी तरह से मिलाएं.
  • इसका सेवन करने के बाद खूब सारा पानी पिएं.
  • इस प्रक्रिया को दिन में 2-3 बार 3 दिन तक जारी रखें या जब तक पथरी साफ नहीं हो जाती.
  • जैतून का तेल स्वस्थ खाद्य पदार्थों में से एक है, जिसे आहार में शामिल कर सकते हैं. यह घरेलू उपचार पथरी को घोलने में मदद करता है.

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स्टोन के हल्के मामलों में नींबू का रस और अन्य उपाय शीघ्र परिणाम दिखाते हैं. नींबू के रस में साइट्रिक एसिड होता है, जो यूरिन की एसिडिटी को बढ़ाकर किडनी स्टोन को रोकता है. इसका कारण यह है कि अधिक एसिड पीएच कैल्शियम को जमा होने और पथरी को बनने से रोकता है. अगर किसी में पथरी के लक्षण गंभीर हैं, तो यह आवश्यक है कि पहले डॉक्टर से उचित सलाह ली जाए और डॉक्टर के कहे अनुसार उपचार करवाया जाए.

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