चेहरा लाल होने (रोजेशिया) - Rosacea in Hindi

Dr. Ayush PandeyMBBS,PG Diploma

June 28, 2017

August 22, 2023

चेहरा लाल होने
चेहरा लाल होने

चेहरा लाल होना (रोजेशिया) क्या है ?

रोजेशिया एक बहुत ही सामान्य त्वचा का रोग है जो 30 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्रभावित करता है।

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यह आपके नाक, गाल, ठुड्डी और माथे पर लाली करता है। कुछ लोगों को उनके चेहरे पर हुए लाल भाग पर उभार और मुंहांसे भी होते हैं। 

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रोजेशिया, आपकी आंखों में जलन और आंखों में दर्द भी पैदा कर सकता है।

(और पढ़ें - आंखों में दर्द का उपाय)

ये लक्षण कुछ हफ्तों से महीनों तक रह सकते हैं और कुछ समय बाद कम हो सकते हैं। रोजेशिया को मुंहासे, एलर्जी प्रतिक्रिया या अन्य त्वचा की समस्याएँ समझा जा सकता है।
रोजेशिया किसी को भी प्रभावित कर सकता है लेकिन यह आमतौर पर मध्यम आयु वर्ग की गोरी महिलाओं को प्रभावित करता है।

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इसका कोई इलाज नहीं है लेकिन उपचार से इसके लक्षणों को नियंत्रित और कम किया जा सकता है। यदि आप अपने चेहरे पर लगातार लाली का अनुभव करते हैं, तो निदान और उचित उपचार के लिए अपने चिकित्सक से बात करें।

कुछ लोगों का कहना है कि रोजेशिया होने से उन्हें काम या सामाजिक स्थितियों में आत्मविश्वास की कमी महसूस होती है। इसका इलाज आपकी त्वचा को बेहतर कर सकता है और इसे बढ़ने से बचा सकता है।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के प्रकार - Types of Rosacea in Hindi

चेहरे की लाली (रोजेशिया) के कितने प्रकार होते हैं ?

रोजेशिया के निम्नलिखित चार प्रकार होते हैं -

एरीथेमैटोटेलांगेस्टाटिक रोजेशिया (Erythematotelangiectatic rosacea) - इस प्रकार में, चेहरे की लाली, फ्लशिंग (Flushing - चेहरे, कान, गर्दन और धड़ में गर्मी की भावना) और रक्त वाहिकाएं दिखती हैं।

पॉपुलोपोस्टलर रोजेशिया (Papulopustular rosacea) - इस प्रकार में, मुंहासे जैसी स्थिति होती है और अक्सर मध्यम आयु की महिलाओं को प्रभावित करती है।

राइनोफायमा रोजेशिया (Rhinophyma rosacea) - यह एक दुर्लभ प्रकार का रोजशिया है जिसमें नाक की त्वचा मोती हो जाती है। यह आमतौर पर पुरुषों को प्रभावित करता है और रोजेशिया के किसी एक अन्य प्रकार के साथ होता है।

ओक्यूलर रोजेशिया (Ocular rosacea) - इस प्रकार के रोजेशिया के लक्षण आंख के क्षेत्र पर केंद्रित होते हैं।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के चरण - Stages of Rosacea in Hindi

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के कितने चरण होते हैं ?

रोजेशिया के निम्नलिखित तीन चरण होते हैं -

पहला चरण
इस चरण में -

  1. गाल, नाक, माथे और ठुड्डी पर लाली होती है।
  2. त्वचा की सतह पर कुछ छोटी रक्त वाहिकाएं दिख सकती हैं।
  3. कुछ मामलों में, आँखों में किरकिराहट महसूस हो सकती है।

दूसरा चरण
इस चरण में -

  1. त्वचा की लाली और बढ़ सकती है व स्थिर हो सकती है।
  2. त्वचा पर उभार और मुंहासे हो सकते हैं।
  3. छोटी रक्त वाहिकाएं और दिखने लगती हैं।
  4. कुछ मामलों में, आँखों में रक्त दिख सकता है।

तीसरा चरण
इस चरण में -

  1. त्वचा की सूजन बढ़ सकती है।
  2. ज़्यादा ऊतकों के कारण नाक, लाल, उभरा हुआ और सूज सकता है।
  3. कुछ मामलों में, आँखों और आस-पास के हिस्सों में अधिक सूजन आ सकती है जिससे सम्भाव्यतः दृष्टि की हानि हो सकती है।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के लक्षण - Rosacea Symptoms in Hindi

चेहरे के लाल होने (रोजेशिया) के क्या लक्षण होते हैं ?

रोजेशिया के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं -

  1. चेहरे की लाली -
    रोजेशिया से आमतौर पर आपके चेहरे के बीच के भाग में लाली हो जाती है। आपकी नाक और गालों की छोटी रक्त वाहिकाएं अक्सर फूल जाती हैं और दिखने लगती हैं।

  2. सूजे हुए लाल उभार -
    रोजेशिया से ग्रस्त बहुत से लोगों को सूजे हुए लाल उभार हो जाते हैं जो मुंहासों जैसे लगते हैं। इन उभार में कभी-कभी पस होती है। आपको आपकी त्वचा गर्म और नाज़ुक महसूस हो सकती है।

  3. नेत्र समस्याएं -
    रोजेशिया से ग्रस्त कुल लोगों में से आधे लोग आंखों का सूखापन, जलन, सूजन और लाली का अनुभव करते हैं। कुछ लोगों को आँख के लक्षण, त्वचा के लक्षणों से पहले होते हैं।

  4. नाक का बढ़ना -
    कुछ दुर्लभ मामलों में, रोजेशिया से नाक की त्वचा मोती हो सकती है, जिससे नाक बढ़ा हुआ दिखाई देता है। यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक होता है।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के कारण - Rosacea Causes in Hindi

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के क्या कारण होते हैं ?

रोजेशिया का कारण अभी तक अज्ञात है, लेकिन यह आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारकों के संयोजन के कारण हो सकता है। यह स्वच्छता की कमी के कारण नहीं होता है।

आपकी त्वचा की सतह पर रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर कई कारक रोजेशिया को बढ़ा या पैदा कर सकते हैं। इनमें से कुछ कारक हैं -

  1. गर्म पेय और मसालेदार भोजन।
  2. शराब। (और पढ़ें - शराब छोड़ने के उपाय)
  3. तापमान में बदलाव।
  4. धूप या हवा।
  5. भावनाएँ।
  6. व्यायाम। (और पढ़ें - व्यायाम के फायदे)
  7. कॉस्मेटिक सामग्री।
  8. कुछ ब्लड प्रेशर की दवाओं सहित रक्त वाहिकाओं को फैलाने वाली दवाएं।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के जोखिम कारक क्या हैं ?

कोई भी रोजेशिया से ग्रस्त हो सकता है लेकिन आपको रोजेशिया होने की संभावना अधिक हो सकती है यदि -

  1. आप एक महिला हैं।
  2. आपकी गोरी त्वचा है, खासकर अगर त्वचा को सूर्य से नुक्सान हुआ है।
  3. आपकी उम्र 30 साल से अधिक है।
  4. आप धूम्रपान करते हैं।
  5. आपके परिवार में रोजेशिया का इतिहास है।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) से बचाव - Prevention of Rosacea in Hindi

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) से कैसे बचा जा सकता है ?

हालांकि, रोजेशिया का इलाज संभव नहीं है लेकिन इसके होने की संभावनाओं को कम करना संभव है। इसके लिए रोजेशिया के मुख्य जोखिम कारकों से बचा जा सकता है। ऐसे कुछ कारक निम्नलिखित हैं -

  1. सूरज की रोशनी
    सूरज की रोशनी रोजेशिया का सबसे आम कारक है जो इसके लक्षणों को बढ़ाता है। रोजेशिया से पीड़ित लोगों को हमेशा बाहर जाते समय सनस्क्रीम का उपयोग करना चाहिए।
     
  2. तनाव
    तनाव के कारण भी रोजेशिया हो सकता है और रोजेशिया से पीड़ित लोगों को सलाह दी जाती है कि वे विश्राम करने के तरीके जैसे योग और व्यायाम अपनाएं लेकिन व्यायाम एक उचित स्तर में ही करें क्योंकि ज़्यादा व्यायाम कुछ व्यक्तियों में लक्षणों को बढ़ाता है। (और पढ़ें - तनाव दूर करने के उपाय)

  3. खाद्य और पेय पदार्थ
    शराब पीना और मसालेदार भोजन करना रोजेशिया का कारण बन सकता है। रोजेशिया से पीड़ित लोगों को इनका सेवन नहीं करना चाहिए।
     
  4. ठंडा मौसम
    ठंडा मौसम भी रोजेशिया का कारण बन सकता है। इससे ग्रस्त लोगों को सर्दी में बाहर जाते समय अपने चेहरे को ढक लेना चाहिए।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) का परीक्षण - Diagnosis of Rosacea in Hindi

त्वचा के लाल होने (रोजेशिया) का निदान कैसे होता है ?

रोजेशिया के निदान के लिए कोई विशिष्ट परीक्षण नहीं है। निदान के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों के इतिहास और आपकी त्वचा की जांच करते हैं।

  1. कुछ मामलों में, आपके चिकित्सक अन्य परिस्थितियों जैसे मुंहासे, सोरायसिस (छाल रोग), एक्जिमा या लुपस के लिए करने के लिए आपका परीक्षण कर सकते हैं। यह स्थितियां कभी-कभी रोजेशिया के समान लक्षण पैदा कर सकती हैं।
  2. यदि आपको आँखों की समस्याएँ भी हो रही हैं, तो आपके डॉक्टर आपको एक आंख के विशेषज्ञ के पास भेज सकते हैं।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) का इलाज - Rosacea Treatment in Hindi

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) का उपचार कैसे होता है ?

रोजेशिया का कोई उपचार नहीं है लेकिन कुछ दवाओं से इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है और इसे बढ़ने से भी रोका जा सकता है।

  1. त्वचा की लाली के उपचार के लिए कुछ कम खुराक वाली एंटीबायोटिक्स जैसे डॉक्सीसाइक्लिन (Doxycycline), त्वचा की क्रीम जिसमें जिसमें एज़ेलिक एसिड, ब्रिमोनिडीन या मेट्रोनिडाजोल होते हैं का प्रयोग किया जाता है।
  2. छोटी रक्त वाहिकाओं से हुई त्वचा की लाली का उपचार लेज़र से किया जा सकता है।
  3. संवेदनशील या रूखी त्वचा को मॉइस्चराइज़र और सनस्क्रीन से सुरक्षित किया जा सकता है।
  4. सूखी और लाल आंखों का इलाज डॉक्टर द्वारा बतायी गयी आँखों में डालने वाली दवाओं से किया जा सकता है।
  5. नाक या चेहरे पर उभार को कॉस्मेटिक सर्जरी से ठीक किया जा सकता है।

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के जोखिम और जटिलताएं - Rosacea Risks & Complications in Hindi

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) की क्या जटिलताएं हैं ?

कुछ गंभीर और दुर्लभ मामलों में, नाक या कभी-कभी गालों की तेल की ग्रंथियां बड़ी हो जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप नाक पर और आस-पास ऊतकों का निर्माण होता है। यह समस्या पुरुषों में अधिक आम है और धीरे-धीरे कुछ वर्षों में विकसित होती है।



संदर्भ

  1. American Academy of Dermatology. Rosemont (IL), US; Rosacea
  2. National Rosacea Society [Internet] St. Barrington, IL; All About Rosacea
  3. National Health Service [Internet]. UK; Rosacea.
  4. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Rosacea
  5. Canadian Dermatology Association [Internet]; Rosacea
  6. American Osteopathic College of Dermatology [Internet] Kirksville, Missouri; ROSACEA

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Rosacea in Hindi

चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

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