थ्रोम्बोसाइटोपेनिया क्या होता है?
थ्रोम्बोसाइटोपेनिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपकी प्लेटलेट्स कम हो जाती हैं। प्लेटलेट खून में पाई जाने वाली रंगहीन रक्त कोशिका होती हैं, जो खून के थक्के बनने की प्रक्रिया में मदद करती हैं। प्लेटलेट चोट की जगह पर खून को जमा देती हैं, जिससे खून बहना बंद हो जाता है।
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थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के लक्षण क्या हैं?
आपको थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के लक्षण महसूस हो रहे हैं या नहीं यह इस पर निर्भर करता है कि आपकी प्लेटलेट्स कितनी कम हुई हैं।
रोग के कुछ हल्के मामले जैसे गर्भावस्था के कारण प्लेटलेट्स कम होना आदि से किसी प्रकार के लक्षण पैदा नहीं होते। कुछ गंभीर मामलो में अत्यधिक ब्लीडिंग होने लग जाती है, जिसके लिए तुरंत मेडिकल देखभाल की आवश्यकता पड़ती है। यदि आपकी प्लेटलेट्स कम हो गई हैं, तो आपको नाक से खून आना, मसूड़ों से खून आना, मासिक धर्म में अधिक खून आना या त्वचा पर ब्राउन, लाल या बैंगनी रंग का निशान पड़ जाना।
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थ्रोम्बोसाइटोपेनिया क्यों होता है?
प्लेटलेट्स अस्थि मज्जा (Bone marrow) में बनती हैं। अस्थि मज्जा स्पंजी ऊतक से बनी होती है, जो हड्डी के अंदर पाई जाती है। यदि आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स ना बना पाए या फिर यदि इनके बनने से अधिक मात्रा में ये नष्ट हो रही हैं, तो आपको थ्रोम्बोसाइटोपेनिया हो जाता है।
कुछ ऐसी समस्याएं भी हैं, जिनके कारण शरीर पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स बनाना बंद कर देता है, जैसे अस्थि मज्जा को प्रभावित करने वाले खून के विकार जिन्हें एप्लास्टिक एनीमिया कहा जाता है और कुछ प्रकार के कैंसर जैसे ल्यूकेमिया व लिम्फोमा।
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थ्रोम्बोसाइटोपेनिया की जांच कैसे की जाती है?
इस रोग का पता लगाने के लिए डॉक्टर आपका शारीरिक परीक्षण करते हैं और आपके स्वास्थ्य संबंधी पिछली स्थिति के बारे में पूछते हैं। थ्रोम्बोसाइटोपेनिया की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर आपका खून टेस्ट भी कर सकते हैं।
थ्रोम्बोसाइटोपेनिया का इलाज कैसे किया जाता है?
इसका इलाज प्लेटलेट्स कम होने के कारण और वे कितनी कम हुई हैं, इस पर निर्भर करता है। यदि स्थिति गंभीर नहीं है, तो डॉक्टर किसी प्रकार का इलाज शुरू नहीं करते और आपकी स्थिति को निगरानी में रखते हैं।
यदि आपकी प्लेटलेट्स गंभीर रूप से कम हो गई हैं, तो आपको इलाज की आवश्यकता पड़ सकती है, जिसमें शामिल हैं:
- खून व प्लेटलेट्स चढ़ाना
- प्लेटलेट्स को कम करने वाली दवाएं बदलना
- इम्युन ग्लोबुलिन
- प्लेटलेट्स एंटीबॉडीज़ को रोकने के लिए कोर्टिकोस्टेरॉयड्स
- प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाने वाली दवाएं (और पढ़ें - प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने के उपाय)
- प्लीहा को निकालने के लिए ऑपरेशन करना
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