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Racy 10 Sachet डॉक्टर के द्वारा निर्धारित की जाने वाली दवा है, जो मेडिकल स्टोर से सैशे दवाओं के रूप में मिलती है। इस दवा का उपयोग विशेष रूप से दस्त का इलाज करने के लिए किया जाता है।
मरीज की उम्र, लिंग व स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी के आधार पर ही Racy 10 Sachet की खुराक निर्धारित की जाती है। इसकी खुराक मरीज की समस्या और दवा देने के तरीके पर भी आधारित की जाती है। नीचे दिए गए खुराक के खंड में इस बारे में पूरी जानकारी के साथ बताया गया है।
Racy 10 Sachet के साथ आमतौर पर कुछ साइड इफेक्ट देखे जाते हैं, जैसे मतली या उलटी, बुखार। इनके अलावा Racy 10 Sachet के कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जो नीचे दिए गए हैं। Racy 10 Sachet के ये दुष्प्रभाव आमतौर पर अस्थायी होते हैं और इलाज के पूरा होने के साथ ही समाप्त हो जाते हैं। अगर ये दुष्प्रभाव और बिगड़ जाते हैं या लंबे समय तक बने रहते हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
यह भी जानना जरूरी है कि Racy 10 Sachet का प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर गंभीर है और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए गंभीर है। इसके अतिरिक्त Racy 10 Sachet का लिवर, हृदय और किडनी पर क्या असर होता है इस बारे में नीचे Racy 10 Sachet से जुड़ी चेतावनी के सेक्शन में चर्चा की गई है।
अगर आपको पहले से गुर्दे की बीमारी, लिवर रोग जैसी कोई समस्या है, तो Racy 10 Sachet देने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इसके दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं।
Racy 10 Sachet के साथ कुछ अन्य दवाएं लेने से शरीर में गंभीर प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। नीचे ऐसी दवाओं की पूरी लिस्ट दी गई है।
ऊपर बताई गई सावधानियों के अलावा यह भी ध्यान में रखें कि वाहन चलाते वक्त Racy 10 Sachet लेना असुरक्षित है, साथ ही इसकी लत नहीं पड़ सकती है।
Racy 10 Sachet इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Racy 10 Sachet की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Racy 10 Sachet की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
बच्चे(2 से 12 वर्ष) |
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क्या Racy 10 Sachet का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
प्रेेग्नेंट स्त्रियों को Racy लेने से कई परेशानियां होती हैं। इसलिए कभी भी इसका सेवन अपनी इच्छा से ना करें। इसको केवल और केवल डॉक्टर के बताएं जानें पर ही लें।
क्या Racy 10 Sachet का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को Racy लेने के बाद कई तरह के विपरीत प्रभावों का भी सामना करना पड़ता है। इसीलिए डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही आपको इसका सेवन करना चाहिए।
Racy 10 Sachet का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
किडनी पर Racy के खराब प्रभावों को जाने बिना भी आप इसका सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इसका हानिकारक प्रभाव बेहद कम है।
Racy 10 Sachet का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Racy आप ले सकते हैं। इसका विपरीत असर आपके लीवर पर बहुत कम पड़ता है।
क्या ह्रदय पर Racy 10 Sachet का प्रभाव पड़ता है?
हृदय पर Racy का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Racy 10 Sachet को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Racy 10 Sachet ले सकते हैं -
क्या Racy 10 Sachet आदत या लत बन सकती है?
नहीं, लेकिन फिर भी आप Racy 10 Sachet को लेने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछें।
क्या Racy 10 Sachet को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
नहीं, आप ऐसा कोई भी काम न करें, जिसमें दिमाग के सक्रिय होने की आवश्यकता होती हो। Racy 10 Sachet लेने के बाद किसी मशीन पर काम करने या वाहन चलाने से आपको दूरी बनानी होगी।
क्या Racy 10 Sachet को लेना सुरखित है?
हां, लेकिन डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Racy 10 Sachet इस्तेमाल की जा सकती है?
नहीं, मस्तिष्क विकार में Racy 10 Sachet का उपयोग कारगर नहीं है।
क्या Racy 10 Sachet को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
Racy 10 Sachet व खाने को साथ में लेने से क्या प्रभाव होंगे इस बारे में शोध न हो पाने के कारण आंकड़े मौजूद नहीं हैं।
जब Racy 10 Sachet ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
Racy 10 Sachet के बुरे प्रभावों के बारे में जानकारी मौजूद नहीं है। क्योंकि इस विषय पर अभी रिसर्च नहीं हो पाई है। अतः डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इस दवा को लें।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 685-686