कोल्ड एग्लूटिनिन डिजीज (सीएडी) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली लाल रक्त कोशिकाओं पर हमला करती है और उन्हें नष्ट कर देती है। यह ठंडे तापमान में ट्रिगर होता है और इस स्थिति में चक्कर आने से लेकर हार्ट फेल तक की समस्या हो सकती है। इसे 'कोल्ड एंटीबॉडी हेमोलिटिक एनीमिया' भी कहा जाता है।

सीएडी 3,00,000 में से किसी एक व्यक्ति को होता है। यह समस्या ज्यादातर 60 से अधिक उम्र के लोगों में होती है और पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को प्रभावित करती है।

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कोल्ड एग्लूटिनिन डिजीज होता कैसे है? - How Cold Agglutinin Disease Happens in Hindi

शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीबॉडी नामक प्रोटीन बनाती है, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करती है। इनमें से कुछ एंटीबॉडी को 'कोल्ड एग्लूटीनिन' कहा जाता है, क्योंकि जब शरीर का तापमान सामान्य से कम होता है तब यह ट्रिगर हो जाते हैं।

सीएडी से ग्रस्त लोगों में यह एंटीबॉडी बैक्टीरिया या वायरस के बजाय लाल रक्त कोशिकाओं से जुड़ते हैं और इन्हें नष्ट करने लगते हैं। जब वे ऐसा तेजी से करते हैं तो शरीर लाल रक्त कोशिकाओं को प्रतिस्थापित कर सकता है, जो कि एनीमिया का कारण बन सकता है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाओं की मात्रा में कमी हो जाती है।

कोल्ड एग्लूटिनिन डिजीज के संकेत और लक्षण क्या हैं? - Cold Agglutinin Disease Symptoms in Hindi

सीएडी से ग्रस्त होने पर आप कमजोर और थका हुआ महसूस कर सकते हैं। इसके अन्य संकेतों में शामिल हैं :

कोल्ड एग्लूटिनिन डिजीज से जुड़े कुछ लोगों को हाथ या पैर की उंगलियों में ठंडी, सुन्न होने की समस्या और रंगहीन त्वचा हो सकती है, जिसे 'रेनॉड फिनोमिनन' के रूप में जाना जाता है।

आमतौर पर तापमान कम होने पर लक्षण बदतर हो जाते हैं।

कोल्ड एग्लूटिनिन डिजीज का कारण क्या है? - Cold Agglutinin Disease Causes in Hindi

कोल्ड एंटीबॉडी हेमोलिटिक एनीमिया को ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के रूप में जाना जाता है, इसका न ही तो सटीक अंतर्निहित कारण पता है और न ही तो वो प्रक्रिया स्पष्ट है, जिसकी वजह से यह ट्रिगर होता है। लेकिन एक ऑटोइम्यून विकार तब होता है, जब प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के स्वस्थ ऊतकों पर हमला करने लगती है।

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कोल्ड एग्लूटिनिन डिजीज का निदान कैसे होता है? - Cold Agglutinin Disease ka Diagnosis in Hindi

यदि डॉक्टर को लगता है कि आप सीएडी से ग्रसित हैं, तो वे ब्लड टेस्ट की सलाह दे सकते हैं। इस टेस्ट के लिए एक नर्स या लैब तकनीशियन खून का नमूना लेकर इसे माइक्रोस्कोप की मदद से जांचते हैं।

एनीमिया के संकेतों को पहचानने के लिए कम्प्लीट ब्लड काउंट 'सीबीसी' टेस्ट किया जाता है, जिसके जरिए किसी व्यक्ति के खून में कोशिकाओं के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।

डॉक्टर इस बात की भी जांच कर सकते हैं कि क्या लाल रक्त कोशिकाएं आपस में टकरा रही हैं, क्योंकि यदि ऐसा है तो यह सीएडी का एक अन्य संकेत हो सकता है।

कोल्ड एग्लूटिनिन डिजीज का इलाज कैसे होता है? - Cold Agglutinin Disease Treatment in Hindi

कोल्ड एग्लूटिनिन डिजीज का इलाज दो बातों पर निर्भर करता है :

  • लक्षण कितने गंभीर हैं
  • यह बीमारी अपने आप हुई है या किसी अन्य बीमारी के कारण

यदि सीएडी का कारण कोई अन्य चिकित्सकीय स्थिति है तो ऐसे में डॉक्टर सबसे पहले सीएडी को ट्रिगर करने वाली बीमारी को ठीक करने की कोशिश कर सकते हैं और साथ ही साथ वह मॉनिटर करेंगे कि क्या इससे लक्षणों को कम करने में मदद मिल रही है।

यदि सीएडी के लक्षण हल्के हैं, तो ऐसे में उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। आप गर्म वातावरण में रहकर इससे बच सकते हैं।

यदि लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या बहुत कम है, तो डॉक्टर आपके खून को फिल्टर करके उन एंटीबॉडीज को हटा सकते हैं जो इस स्थिति का कारण बन सकते हैं। हालांकि, यह एक अस्थाई उपचार है। इसके अलावा एनीमिया की स्थिति गंभीर होने पर आपको दवा लेने की आवश्यकता हो सकती है।

Dr. Farhan Shikoh

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