दुनियाभर में कोरोना वायरस के कन्फर्म्ड मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कई देशों में तो मामले कम होने के बाद अब एक बार फिर संक्रमण की दूसरी लहर देखने को मिल रही है। इन सबके बीच जो एक सवाल ज्यादातर लोगों के मन में है वो ये है कि- आखिर इस नए कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए क्या किया जा सकता है?

भारत समेत ज्यादातर देशों में आधिकारिक रूप से लोगों को यही सलाह दी जा रही है कि वे अपने हाथों को नियमित रूप से धोते रहें, घर से बाहर निकलते वक्त दूसरों से हमेशा ही दो गज की सामाजिक दूरी बनाकर रखें और अपने साथ-साथ दूसरों की भी सुरक्षा के लिए मास्क पहनकर रखें। लेकिन अब कुछ विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि मौखिक स्वच्छता (ओरल हाइजीन) भी कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

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घर से बाहर निकलने से पहले करें ब्रश, दंत चिकित्सक का सुझाव
कुछ दंत चिकित्सकों का कहना है कि मौजूदा महामारी के समय में आप जब भी घर से बाहर निकलते हैं तो अपने दांतों को ब्रश करने के बाद ही बाहर निकलें क्योंकि ऐसा करने से कोविड-19 से बचने में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकांश टूथपेस्ट और माउथवॉश में एंटी वायरल गुणों के साथ वही डिटर्जेंट होता है जो हैंड सैनिटाइटर, साबुन या हैंडवॉश में पाया जाता है और इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह वायरस फैलने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। लेकिन, क्या सचमुच रोजाना दांत साफ करने या ब्रश करने की आवृत्ति (फ्रीक्वेंसी) को बढ़ाने से किसी तरह का कोई फायदा हो सकता है? यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के दंत चिकित्सक का क्या दावा है, इस बारे में यहां जानें।

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क्या सचमुच ब्रश करने से कोविड-19 को फैलने से रोका जा सकता है?

यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल में दंत चिकित्सा के प्रफेसर मार्टिन एडी के अनुसार, जब भी आप घर से बाहर निकलें तो अपने दांतों को ब्रश करके ही निकलें। ऐसा करने से कोविड-19 से बचने में मदद मिल सकती है। एडी ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उनका कहना है कि अधिकांश टूथपेस्ट में जीवाणुरोधी हैंड जेल के समान ही डिटर्जेंट होता है और, जैसा कि वायरस आमतौर पर लार (सलाइवा) और छींक या खांसी की बूंदों से फैलता है, लिहाजा इससे पहले की कीटाणु इधर-उधर फैलें उन्हें खत्म करने में मदद मिल सकती है।

एडी ने बताया, "टूथपेस्ट में वही डिटर्जेंट होते हैं जो हैंडवॉश जेल में पाए जाते हैं। दांत और मुंह को साफ करने के बाद मुंह में टूथपेस्ट की रोगाणुरोधी क्रिया 3 से 5 घंटे तक जारी रहती है और इससे न सिर्फ लार में वायरल लोड कम होगा बल्कि मुंह में प्रवेश करने वाले वायरस से फैलने वाला इंफेक्शन भी।" एडी ने आगे कहा, "बड़ी संख्या में लोगों के लिए, दांत ब्रश करने के समय पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए और इसलिए जब वे व्यायाम के लिए या शॉपिंग के लिए अपने घर से बाहर जाने वाले हों तो उन्हें ब्रश करना चाहिए। आदर्श रूप से देखा जाए तो दांत ब्रश करने की फ्रिक्वेंसी बढ़ाई जानी चाहिए।"

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माइकल लुईस, यूके स्थित कार्डिफ के ओरल मेडिसिन के एक प्रफेसर, मार्टिन एडी की बात से सहमति जताते हुए कहते हैं कि अपने दांतों की सफाई के लिए दिन में चार मिनट खर्च करना इससे पहले कभी भी इतना महत्वपूर्ण नहीं रहा। लुईस कहते हैं, "अनुसंधान ने दिखाया है कि खराब मौखिक स्वच्छता एक महत्वपूर्ण कारक है जो श्वसन संक्रमण की घटना को प्रभावित कर सकती है और इसलिए यह कोविड-19 महामारी के इस समय में विशेष रूप से प्रासंगिक है। लोगों को बेहतर मौखिक स्वच्छता के लाभ की सराहना करने की आवश्यकता है।"

क्या यह दावा साबित हो चुका है?
कई विशेषज्ञों द्वारा लगातार इस बारे में दावा किया जा रहा है कि टूथपेस्ट और माउथवॉश जैसी चीजों में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल एजेंट कोरोना वायरस को खत्म करने में मदद कर सकता है, यदि यह मुंह के रास्ते शरीर में प्रवेश करने की कोशिश करता है। बावजूद इसके विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO या दुनिया के किसी भी देश की स्वास्थ्य एजेंसियों द्वारा इन दावों को न तो साबित किया गया है और ना ही इन दावों का कभी समर्थन किया गया है।

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बाकी के एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय में मेडिसिन के प्रोफेसर, पॉल हंटर की मानें तो इस सिद्धांत को सत्यापित करना कठिन होगा। हंटर कहते हैं, "मुझे लगता है कि यह साबित करना कि दांतों को नियमित रूप से टूथपेस्ट और ब्रश से साफ करने से कोविड-19 से बचा जा सकता है या नहीं (और मुझे व्यक्तिगत रूप से संदेह है कि इसका कोई उपयोगी प्रभाव है) बहुत मुश्किल होगा।" हंटर आगे कहते हैं, "वैसे तो मैं निश्चित रूप से यह नहीं कह सकता कि इसका कोई प्रभाव नहीं होगा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि दांतों को ब्रश करने से बहुत ज्यादा अंतर आएगा। सबसे पहली बात ये कि वायरस से दूषित बूंदें नाक के माध्यम से शरीर के अंदर प्रवेश कर सकती हैं और इसे सीधे गले के पीछे और सांस की नली में गहराई तक खींचा जा सकता है। इसलिए दांतों के आसपास कोई भी अपशिष्ट संक्रमण के बहुत ज्यादा लाभ होने की संभावना नहीं है।"


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें क्या ब्रश करने से कोविड-19 का जोखिम हो सकता है कम? दंत चिकित्सा के प्रोफेसर का दावा है

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