हम सभी अपनी त्‍वचा का बहुत ख्याल रखते हैं और इसके लिए तरह-तरह के ब्‍यूटी प्रॉडक्‍ट्स का भी इस्‍तेमाल करते हैं। अमूमन, भारत में लोग अपनी स्किन टाइप के बारे में जाने बिना ही स्किन प्रॉडक्‍ट्स खरीद लेते हैं जो कि बिलकुल गलत है। अगर आप सच में अपनी स्किन का ख्‍याल रखना चाहते हैं तो आपको पहले ये जान लेना चाहिए कि आपकी स्किन किस टाइप की है।

यहां हम आपको अपनी स्किन टाइप जानने का तरीका बता रहे हैं। इससे अपनी त्वचा का ख्याल रखना और भी आसान हो जाएगा।

सौंदर्य विशेषज्ञों के अनुसार स्किन निम्न 4 टाइप की होती हैः

  • नाॅर्मल
  • शुष्क
  • तैलीय
  • कॉम्बिनेशन

स्किन टाइप जानकर त्वचा की बेहतर देखभाल की जा सकती है। आइए जानते हैं कि किस तरह आप अपनी स्किन टाइप जान सकते हैं।

नाॅर्मल स्किन 

नाॅर्मल स्किन या सामान्य त्वचा को कभी-कभी यूडर्मिक स्किन भी कहा जाता है। सामान्य तौर पर युवाओं की त्वचा नाॅर्मल होती है जिसमें सीबम (सिबेशियस ग्रंथि से स्रावित होने वाला ऑयल) संतुलित होता है और स्किन मॉइस्चराइज होती है और स्किन मुलायम रहती है।

नाॅर्मल स्किन होने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आपको त्वचा संबंधी समस्याएं नहीं हो सकती हैं। नाॅर्मल स्किन वालों को भी अपनी त्वचा का उतना ही ख्याल रखने की जरूरत होती है, जितनी की अन्य स्किन टाइप के लोग रखते हैं।

नाॅर्मल स्किन कैसी होती है:

रूखी त्वचा

ड्राई स्किन में सिबेशियस ग्रंथि से सीबम का उत्पादन कम होता है। चूंकि, सीबम त्वचा में पानी की कमी की पूर्ति करता है इसलिए सीबम कम होने की वजह से त्वचा में बहुत जल्दी नमी की कमी हो जाती है और चेहरा मुरझाया हुआ लगता है।

हर स्किन टाइप में समय के साथ ऑयल की कमी होने लगती है, जिस वजह से त्वचा पर मुंहासे आने लगते हैं। गलत खानपान, आनुवांशिक कारक, दवाएं और काॅस्मेटिक्स इस प्रक्रिया को और भी ज्यादा बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। यहां तक कि सौंदर्य विशेषज्ञों के पास सबसे ज्यादा शुष्क त्वचा और सिरोसिस के मरीज ही आते हैं।

आपको जानकर हैरानी होगी कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं की त्वचा ज्यादा ड्राई होती है। हाथ, हथेली, पैर और बाजू की त्वचा ज्यादा रूखी रहती है।

रूखी त्वचा कैसी होती है:

  • चेहरा मुरझाया और बेजान नजर आता है
  • गालों के आसपास लालपन रहता है
  • गर्मी, हवा, ए.सी और ठंड की वजह से त्वचा पर खुजली हो सकती है (और पढ़ें - खुजली दूर करने के घरेलू उपाय)
  • निशान आसानी से नहीं जाते 
  • त्वचा समस्याओं को ठीक होने में समय लगता है

(और पढ़ें - रूखी त्वचा की देखभाल)

तैलीय त्वचा 

शुष्क त्वचा से बिल्कुल विपरीत तैलीय त्वचा पर बहुत ज्यादा सीबम निकलता है। परिणामस्वरूप जिनकी तैलीय त्वचा होती है उनमें मुहांसे, दाने, ब्लैकहेड्स और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं आसानी से हो जाती हैं। इसलिए ऑयली स्किन वालों को अपना चेहरा दिन में कई बार धोना चाहिए। महिलाओं से ज्यादा पुरूषों की त्वचा ऑयली होती है। किशोरावस्था में इस तरह की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।

तैलीय त्वचा कैसी होती है:

(और पढ़ें - तैलीय त्वचा से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय)

कॉम्बिनेशन स्किन

जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि कॉम्बिनेशन स्किन में चेहरे के किसी एक हिस्से पर ऑयल ज्यादा रहता है तो कहीं स्किन रूखी रहती है। इस तरह की स्किन की देखभाल करना थोड़ा मुश्किल होता है। इन्हें हर हिस्से की त्वचा का ध्यान अलग तरीके से रखना पड़ता है।

कॉम्बिनेशन स्किन में ठोड़ी, नाक और माथे पर ज्यादा तेल रहता है जबकि सीबम की कमी के कारण गाल रूखे रहते हैं।

कॉम्बिनेशन स्किन कैसी होती है:

  • चेहरे का कुछ हिस्सा ऑयली, कुछ हिस्सा ड्राई और कुछ हिस्सा नाॅर्मल होता है
  • आमतौर पर गाल ड्राई होते हैं और चेहरे का अन्य हिस्सा चमकदार तथा ऑयली होता है
  • ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स ज्यादा रहते हैं

उपरोक्त बताए गए तरीकों से आप खुद भी जान सकते हैं कि आपकी स्किन किस टाइप की है। हालांकि, यही सलाह दी जाती है कि स्किन टाइप जानने के लिए सौंदर्य विशेषज्ञ की मदद लें ताकि त्वचा संबंधी कोई समस्या होने पर उसका आसानी से निदान और स्किन का ख्याल रखा जा सके। पेशेवर सौंदर्य विशेषज्ञ आापकी स्किन टाइप को बेहतर करने के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव, दवाओं और स्किन केयर प्रोडक्ट के इस्तेमाल की सलाह दे सकते हैं।

(और पढ़ें - त्वचा की देखभाल कैसे करें)

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