जोड़ों में दर्द और बुखार दो आम स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती हैं. जोड़ों में बेचैनी या दर्द महसूस होने को जॉइंट पेन कहा जाता है, जबकि शरीर का तापमान बढ़ना बुखार कहलाता है. जब ये दो लक्षण एक साथ होते हैं, तो ऐसी स्वास्थ्य स्थिति की ओर इशारा करते हैं, जिसका तुरंत इलाज करवाने की जरूरत होती है. ये दोनों बीमारियां एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं. बुखार के कारण जोड़ों में दर्द हो सकता है, तो जोड़ों में दर्द के कारण बुखार हो सकता है.

आज इस लेख में आप जोड़ों के दर्द और बुखार के लक्षण, कारण व इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. जोड़ों में दर्द और बुखार के लक्षण
  2. जोड़ों में दर्द और बुखार के कारण
  3. जोड़ों में दर्द और बुखार का इलाज
  4. सारांश
जोड़ों में दर्द और बुखार - लक्षण, कारण व इलाज के डॉक्टर

जोड़ों में दर्द और बुखार के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन इन दोनों समस्याओं के एक साथ होने पर कुछ सामान्य लक्षण नजर आते हैं, लेकिन इस संबंध में कोई ठोस वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है -

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जोड़ों का दर्द और बुखार वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण, ऑटोइम्यून विकार और सूजन की स्थिति सहित विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है. जोड़ों के दर्द और बुखार के सबसे सामान्य कारण निम्न प्रकार से हो सकते हैं, लेकिन इस संबंध में वैज्ञानिक शोध की कमी है -

  • इन्फ्लुएंजा - इन्फ्लूएंजा एक वायरल संक्रमण है, जो जोड़ों में दर्द, बुखार और सिरदर्दखांसी और गले में खराश जैसे अन्य लक्षण पैदा कर सकता है.
  • रूमेटाइड अर्थराइटिस - रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून विकार है, जो जोड़ों में सूजन का कारण बनता है, जिससे जोड़ों में दर्द, जकड़न और बुखार होता है.
  • ऑस्टियोआर्थराइटिस - ऑस्टियोआर्थराइटिस भी जोड़ों से संबंधित बीमारी है, जो जोड़ों में दर्द, कठोरता और सूजन का कारण बन सकता है.
  • लाइम रोग - लाइम रोग एक जीवाणु संक्रमण है, जो एक कीट के काटने से फैलता है और बाद में जोड़ों में दर्द, बुखार व अन्य लक्षण जैसे थकान पैदा कर सकता है.
  • ल्यूपस - ल्यूपस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जो जोड़ों में दर्द, बुखार और थकान व किडनी की समस्या पैदा कर सकता है.
  • गाउट - गाउट एक प्रकार का गठिया है, जो जोड़ों में यूरिक एसिड के जमा होने से होता है, जिससे बुखार और जोड़ों में दर्द होता है.

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जोड़ों का दर्द और बुखार बहुत तकलीफदेह साबित हो सकता है. इससे पीड़ित व्यक्ति का आम दिनचर्या गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है. इस स्थिति में दवा लेने या फिर लाइफस्टाइल में बदलाव करने से जोड़ों में दर्द व बुखार की समस्या को ठीक किया जा सकता है. यहां हम स्पष्ट कर दें कि इन इलाज के संबंध में कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है -

दवाएं

जोड़ों के दर्द और बुखार के इलाज के सबसे आम तरीकों में से एक दवा है. एसिटामिनोफेन और नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) जैसी पेन किलर लेने से दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिल सकती. अगर किसी संक्रमण के कारण जोड़ों में दर्द हो रहा है, तो बैक्टीरिया या वायरस को खत्म करने के लिए एंटीबायोटिक्स दी जा सकती हैं. इसके अलावा, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स जैसी दवाओं का उपयोग जोड़ों के दर्द और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर जैसे रूमेटाइड अर्थराइटस के कारण होने वाली सूजन को ठीक करने के लिए किया जा सकता है.

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आराम और एक्सरसाइज

जॉइंट पेन और बुखार होने पर आराम करना सबसे बेहतर इलाज हो सकता है, खासकर अगर दर्द किसी चोट या संक्रमण के कारण हुआ हो. पर्याप्त आराम सूजन को कम करने में मदद करता है और शरीर को ठीक करने में मदद करता है. इसके अलावा, हल्का-फुल्का व्यायाम और फिजिकल थेरेपी शरीर में ब्लड फ्लो को बेहतर बना सकती है और जोड़ों व मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ता है. इससे मरीज की रिकवरी प्रक्रिया तेज हो सकती है.

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हॉट एंड कोल्ड थेरेपी

जोड़ों के दर्द और बुखार से राहत पाने के लिए हॉट एंड कोल्ड थेरेपी एक प्रभावी तरीका हो सकता है. गर्म सेंक लगाने या गर्म पानी से स्नान करने से जोड़ों में आई अकड़न को कम करने और प्रभावित क्षेत्र में रक्त प्रवाह को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है. दूसरी ओर, कोल्ड कंप्रेस या आइस पैक का उपयोग सूजन को कम करने में मदद कर सकता है. हॉट एंड कोल्ड थेरेपी करते समय सावधानी बरतना जरूरी है, क्योंकि थोड़ी-सी लापरवाही बरतने पर त्वचा को नुकसान हो सकती है.

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सर्जरी

कुछ गंभीर मामलों में जोड़ों के दर्द और बुखार के इलाज के लिए सर्जरी आवश्यक हो सकती है. अगर किसी भी इलाज से फायदा नहीं होता है या फिर लिगामेंट क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो इस स्थिति में सर्जरी की जाती है. सर्जरी को आमतौर पर अंतिम उपाय माना जाता है और केवल गंभीर मामलों में ही इसका उपयोग किया जाता है.

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जोड़ों में दर्द होने के साथ-साथ बुखार होना, स्थिति को कष्टकारी बना सकता है. इससे मरीज की रोज की दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है. इस स्थिति में लक्षणों को कम करने और मरीज को ठीक करने के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं. जोड़ों के दर्द और बुखार के इलाज के लिए दवाएं, आराम और व्यायाम व हॉट एंड कोल्ड थेरेपी फायदेमंद साबित हो सकती है. इसलिए, अगर कोई जोड़ों में दर्द के साथ-साथ बुखार का सामना कर रहा है, तो उसे बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

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