Sadhana Fal ghrita 200 GM

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Sadhana Fal ghrita 100 GM
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  • उत्पादक: Sadhana Ayurvedics
  • रखने का तरीका: सामान्य तापमान में रखें
  • विक्रेता: SADHANA AYURVEDICS PVT LTD
    • मूल का देश: India

    Sadhana Fal ghrita 200 GM की जानकारी

    Sadhana Fal ghrita बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः कमजोर पाचन शक्ति, कमजोर इम्यूनिटी, थकान, पोषण की कमी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Sadhana Fal ghrita के मुख्य घटक हैं आंवला, हल्दी, हरीतकी (हरड़), जायफल, नगरामुस्ताका, मुलेठी, कुटकी जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Sadhana Fal ghrita की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।

    Sadhana Fal ghrita की सामग्री - Sadhana Fal ghrita Active Ingredients in Hindi

    आंवला
    • पौधे पर आधारित घटक जो कि विषाक्त नहीं होते हैं और शरीर के कार्य में मदद करते हैं
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • दवाएं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करके डायबिटीज का इलाज करती हैं।
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • ऐसा पदार्थ जो पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है और भूख बढ़ाने में फायदेमंद होता है।
    • दिल की मांसपेशियों को मजबूत व कार्यों में सुधार करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट पाचन में सुधार करते हैं और भोजन के अवशोषण में सहायता करते हैं।
    • पदार्थ या दवा जो लिवर के सामान्य कार्य की रक्षा करने में फायदेमंद है।
    • ये एजेंट प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव डालते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्यों को बदलने में मदद करते हैं।
    • कब्ज में मल त्याग की क्रिया को उत्तेजित और सुधार करने वाले एजेंटस।
    • पाचक एंजाइम का स्त्राव उत्तेजित करके पाचन क्रिया को बेहतर करने वाली दवाएं।
    • शरीर में लिपिड की मात्रा को कम करने के लिए और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने वाली दवाएं।
    • शरीर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए पर्याप्त रूप से मिनरल प्रदान करने वाले सप्लीमेंट्स।
    • शरीर के कार्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करने वाले विटामिन के समृद्ध स्रोत।
    • बढ़ती उम्र और उसके प्रभाव से बचाने वाले तत्व।
    • त्वचा को फिर से नमी युक्त बनाने वाले और पीएच स्तर को संतुलित करने वाले एजेंट्स।
    • स्कैल्प को पोषित करने वाले और बालों के झड़ने की प्रक्रिया को पलटने वाले तत्व।
    • बालों की बनावट व मजबूती को हमेशा जवां बनाए रखने में मदद करने वाले एजेंट्स।
    • स्कैल्प को पोषण देकर बालों को रूसी, खुजली व अन्य समस्याओं से बचाने वाले एजेंट्स।
    हल्दी
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • गठिया के लक्षणों को ठीक करने वाली दवाएं।
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • दिल की मांसपेशियों को मजबूत व कार्यों में सुधार करने वाली दवाएं।
    • लीवर के कार्यों और उसे खराब होने से रोकने वाले एजेंट।
    • ऐसे पदार्थ जो प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य को उत्तेजित करके या कम करके उसे ठीक करता है।
    • ये दवाएं बैक्टीरिया को मारती हैं या उनकी गतिविधियों को रोकती हैं।
    • सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट।
    • शरीर में फैट का स्तर कम करने वाली दवाएं, जिनका प्रयोग हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए भी किया जाता है।
    • ये दवा एलर्जी पैदा करने वाले हिस्टाइमाइन (जो धूल-मिटटी जैसे बाहरी तत्वों से शरीर की रक्षा करता है) के कार्य को रोक देती है।
    • वे एजेंट्स जो एलर्जी के लक्षणों को रोकते हैं।
    • त्वचा को फिर से नमी युक्त बनाने वाले और पीएच स्तर को संतुलित करने वाले एजेंट्स।
    हरीतकी (हरड़)
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • पेट में अल्सर का उपचार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एजेंट।
    • वे दवाएं जो वायरल संक्रमण के लक्षणों को रोकने में मददगार होती हैं।
    • वो दवा जो पेट और आंत के काम को आसान कर पाचन तंत्र को बेहतर करती है।
    • वे दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर काम कर इम्‍यून की प्रतिक्रिया में सुधार लाती हैं।
    • कब्ज में मल त्याग की क्रिया को उत्तेजित और सुधार करने वाले एजेंटस।
    • वे दवाएं जो उत्तेजित नसों को शांत करने के लिए तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती हैं।
    • बैक्‍टीरिया को बढ़ने से रोकने वाली दवाएं।
    जायफल
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • घटक जो पेट व आंत की गैस से राहत दिलाते हैं।
    • वे दवाएं जो लिवर को संक्रमण से बचाने और उसे बेहतर तरीके से कार्य करने में मदद करती हैं।
    • वे दवाएं जो वीर्य के संश्‍लेषण को उत्तेजित करती हैं और पुरुषों में यौन विकारों की एक श्रृंख्‍ला को नियंत्रित करने में असरकारी हैं।
    • फंगल को नष्ट करने या उसके विकास को रोकने वाली दवा।
    • बैक्‍टीरिया को बढ़ने से रोकने वाली दवाएं।
    नगरामुस्ताका
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • वो दवा जिससे बार-बार पेशाब आता है, इसका उपयोग रक्तचाप को कम करने या डिटाॅक्स (शरीर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालना) करने के लिए किया जाता है।
    • वे दवाएं जो लिवर को संक्रमण से बचाने और उसे बेहतर तरीके से कार्य करने में मदद करती हैं।
    • वो दवा या एजेंट जो बैक्टीरिया को नष्‍ट या उसे बढ़ने से रोकती है।
    मुलेठी
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • ये दवाएं मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करती हैं।
    • वे दवाएं जो वायरल संक्रमण के लक्षणों को रोकने में मददगार होती हैं।
    • पाचन क्रिया को सुधारने व खाने को ठीक से अवशोषित करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं।
    • लिवर के कार्य को बढ़ाने और उसे हुए नुकसान को कम करने वाले पदार्थ।
    • वे दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर काम कर इम्‍यून की प्रतिक्रिया में सुधार लाती हैं।
    • बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने या खत्म करने वाले पदार्थ।
    • वे एजेंट्स जो सूक्ष्‍म जीवों को नष्‍ट या उनके कार्य को रोक कर माइक्रोबियल रेप्लिका (सूक्ष्‍म जीवों की प्रतिकृति) और इसको बढ़ने से बचाते हैं।
    • वे दवाएं जो शरीर में लिपिड की मात्रा और कोलेस्‍ट्रोल के स्‍तर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। ये दवाएं कार्डिएक से संबंधित विकारों को रोकने के लिए ली जाती हैं।
    कुटकी
    • खून में ग्लूकोज़ के स्तर को कम करने वाली दवाएं जो डायबिटीज के इलाज में भी उपयोग होती हैं।
    • वे दवाएं या एजेंट जो जी मिचलाने और उल्टी को रोकने में उपयोगी हैं।
    • पाचन क्रिया को बेहतर करने वाले तत्‍व।
    • बुखार में शरीर का तापमान कम करने के लिए उपयोगी दवाएं।
    • लिवर के कार्य को बढ़ाने और उसे हुए नुकसान को कम करने वाले पदार्थ।
    • वे एजेंट्स जो मल त्‍याग की क्रिया को बेहतर करते हैं और मल को मुलायम कर शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं।
    • ऐसे घटक जो हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाते हैं और एनीमिया का इलाज करते हैं।
    • सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट।

    Sadhana Fal ghrita के लाभ - Sadhana Fal ghrita Benefits in Hindi

    Sadhana Fal ghrita इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -


    Sadhana Fal ghrita की खुराक - Sadhana Fal ghrita Dosage in Hindi

    यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Sadhana Fal ghrita की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Sadhana Fal ghrita की खुराक अलग हो सकती है।

    आयु वर्ग खुराक
    व्यस्क(महिला)
    • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
    • खाने के बाद या पहले: खाने के बाद
    • अधिकतम मात्रा: 2 Tablespoon
    • लेने का तरीका: दूध
    • दवा का प्रकार: घृत
    • दवा लेने का माध्यम: मुँह
    • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार

    Sadhana Fal ghrita 200 GM के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Sadhana Fal ghrita 200 GM Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Sadhana Fal ghrita के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Sadhana Fal ghrita का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।


    Sadhana Fal ghrita से सम्बंधित चेतावनी - Sadhana Fal ghrita Related Warnings in Hindi

    • क्या Sadhana Fal ghrita का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?


      प्रेग्नेंट महिला पर Sadhana Fal ghrita के अच्छे या बुरे प्रभाव के बारे में चिकित्सा जगत में कोई रिसर्च न हो पाने के चलते पूरी जानकारी मौजूद नहीं हैं। इसको जब भी लें डॉक्टर से पूछने के बाद ही लें।

      अज्ञात
    • क्या Sadhana Fal ghrita का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?


      Sadhana Fal ghrita का स्तनपान कराने वाली औरतों के शरीर पर किस तरह का प्रभाव होगा रिसर्च न हो पाने की वजह से कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसलिए दवा लेने से पूर्व डॉक्टर से मिलें।

      अज्ञात
    • Sadhana Fal ghrita का पेट पर क्या असर होता है?


      बिना किसी डर के आप Sadhana Fal ghrita ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।

      सुरक्षित
    • क्या Sadhana Fal ghrita का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?


      इस विषय में वैज्ञानिक शोध मौजूद न होने की वजह से Sadhana Fal ghrita का बच्चों पर क्या दुष्प्रभाव होता है, इसकी जानकारी नहीं है।

      अज्ञात
    • क्या Sadhana Fal ghrita का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है


      इसके बारे में फिलहाल कोई शोध कार्य नहीं किया गया है। सही जानकारी मौजूद न होने की वजह से Sadhana Fal ghrita का क्या असर होगा इस विषय पर अनुमान लगा पाना मुश्किल होगा।

      अज्ञात
    • क्या Sadhana Fal ghrita शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?


      Sadhana Fal ghrita के सेवन के बाद चक्कर आना या झपकी आना जैसी दिक्कतें नहीं होती हैं। इसलिए आप वाहन चला सकते हैं या मशीनरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

      नहीं
    • क्या Sadhana Fal ghrita का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?


      नहीं, Sadhana Fal ghrita लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही Sadhana Fal ghrita का इस्तेमाल करें।

      नहीं

    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव


    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 60-61

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 62-63

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 69-70

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 168 - 169


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