छोटी-छोटी बातों को लेकर उनका मंथन करते रहना या रात भर दिमाग में कुछ न कुछ विचार चलते रहना ओवरथिंकिंग की निशानी है. यह स्थिति दिमागी सेहत के लिए हानिकारक होती है और व्यक्ति काफी डिस्टर्ब हो सकता है, क्योंकि यह इमोशनल डिस्ट्रेस का कारण भी होता है. इससे व्यक्ति की जीवन जीने की प्रक्रिया व प्रोडक्टिविटी पर असर पड़ सकता है. ऐसे में इस समस्या से उबरने के लिए अपने विचारों को लिख लें या दिमाग में आते विचारों से खुद को डिस्ट्रैक्ट करने से फायदा हो सकता है.
आज इस लेख में आप जानेंगे कि ओवरथिंकिंग क्या है और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है -
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