ये संक्रमण अधिकतर यौन संचारित होते हैं। कुछ एसटीडी के लक्षण स्पष्ट होते हैं। एसटीडी के आम लक्षण इस प्रकार हैं:
- चकत्ते
- सेक्स या पेशाब के दौरान दर्द
- औरतों में योनि के आसपास खुजली / योनि से स्राव (और पढ़ें - योनि में खुजली के घरेलू उपाय)
- पुरूषों मे लिंग से स्राव (और पढ़ें - धातु रोग)
- सौम्य फोड़े या छाले
- असामान्य छूत रोग, न समझ आने वाली थकावट, रात को पसीना आना और वजन घटना।
हालांकि, कई लोगों को एसटीडी के कोई लक्षण अनुभव नहीं होते हैं। कुछ एसटीडी कई वर्षों तक निष्क्रिय रहते हैं। अमेरिका के मेयो क्लिनिक के अनुसार, बिना लक्षणों वाले एसटीडी अधिक समान्य हैं क्योंकि इनसे संक्रमित होने पर कई लोगों को पता ही नहीं चलता कि वे संक्रमित हैं। इस प्रकार एसटीडी आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे में स्थानांतरित हो जाते हैं। इनका उपचार न होने पर भी आंतरिक डैमेज भी हो सकता है।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के अनुसार, अगर सिफिलिस और एचआईवी का उपचार नहीं किया गया तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं। हालांकि गोनोरिया और क्लैमाइडिया जैसी सामान्य बीमारियों से भी समस्याएं हो सकती हैं यदि लंबे समय तक उनका पता ही नहीं लग पाता। लम्बे समय से संक्रमित एसटीडी का यदि उपचार नहीं किया गया तो इसके संभावित परिणाम इस प्रकार हैं:
- बांझपन
- विभिन्न कैंसर
- गंभीर बीमारियां
- मृत्यु
सबसे आम एसटीडी निम्नलिखित हैं -
जननांग दाद (Genital Herpes)
डब्लूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में 50 वर्ष की उम्र के आयुवर्ग वाले लोगों में लगभग दो तिहाई प्रतिशत लोग हर्पीस से ग्रस्त हैं। दरअसल इस संक्रमण के कोई लक्षण नहीं अनुभव होते। इस बीमारी का कोई इलाज भी नहीं है, हांलाकि अगर आपको इसकी जानकारी हो तो आप इससे बच सकते हैं और इसका इलाज जल्द से जल्द शुरु कर सकते हैं। हर्पीस एक यौन रोग है जो यौन संबंध द्वारा फैलता है। यह दो प्रकार का होता है, ओरल और दूसरा जेनिटल। इसे HSV 1 और HSV 2 वायरस भी कहते हैं। दुर्भाग्यवश इसके इलाज के लिये कोई दवा नहीं बनी है लकिन रिसर्च हो रही है।
(और पढ़ें - जननांग दाद)
गोनोरिया (Gonorrhea)
गोनोरिया एक यौन संचारित रोग है। इसे "द क्लैप (the clap)" भी कहा जाता है। इसके बैक्टीरिया महिलाओं व पुरुषों में तेजी से फैलते हैं। इस यौन संक्रमण से ग्रस्त होने के दो दिन से लेकर दो सप्ताह के अंदर पुरुषों को पेशाब में जलन और बाद में तरल या गाढ़ा मवाद या खूनी पेशाब आना इसका प्रमुख लक्षण है। स्त्रियों को पेशाब में जलन तथा सफेद डिस्चार्ज, पेडू (Pelvic) तथा कमर में दर्द, फैलोपियन ट्यूब्स में सूजन तथा बाँझपन होता है। सीडीसी के अनुसार, सुजाक का उपचार ना करने पर निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
- समय से पहले प्रसव (और पढ़ें - नॉर्मल डिलीवरी कैसे होती है)
- बांझपन
- नवजात शिशुओं में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं
गोनोरिया का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है।
क्लैमाइडिया (Chlamydia)
अमेरिका के सीडीसी के अनुसार, क्लैमाइडिया, बैक्टीरिया द्वारा फैलने वाला सबसे आम यौन संचारित संक्रमण है। बहुत से लोगों में क्लैमाइडिया के कोई लक्षण नहीं महसूस होते हैं। यदि होते हैं तो वो गोनोरिया की तरह ही होते हैं। इसका उपचार न करने पर निम्न परेशानियां हो सकती हैं:
- पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID- Pelvic inflammatory disease)
- बांझपन
- नवजात शिशुओं में अंधेपन आदि समस्या
इसका भी इलाज एंटीबायोटिक्स से किया जाता है:
सिफलिस (Syphilis)
सिफलिस भी एक बैक्टीरियल संक्रमण है जो आम तौर पर संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध रखने से होता है। सिफलिस को उपदंश भी कहा जाता है। यह प्रजनन अंगों से होने वाला संक्रमण है और यदि इसका जल्दी इलाज नहीं कराया जाता तो यह जटिलताओं का कारण बन सकता है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में बदल सकता है।
बाद में इसके निम्न लक्षण हो सकते हैं:
- थकान
- बुखार
- चकत्ते
- मांसपेशियों में दर्द
उपचार न करने पर निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
- पेरिफेरल तंत्रिका डैमेज
- ब्रेन डैमेज
- मृत्यु
नवजात शिशुओं के इससे ग्रस्त होने पर अक्सर उनकी मृत्यु हो जाती है।
ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) - Human papillomavirus (HPV)
एचपीवी निम्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है:
- जननांग मस्से (Genital warts)
- गर्भाशय ग्रीवा कैंसर (Cervical cancer)
- मुख कैंसर (Oral cancer)
- लिंग कैंसर (Penile cancer)
- मलाशय का कैंसर (Rectal cancer)
- योनि का कैंसर (Vulvar cancer)
एचपीवी का कोई इलाज नहीं है। हालांकि एक टीका उपलब्ध है, जो कुछ खतरनाक, एचपीवी के कारण होने वाले कैंसर से बचा सकता है।
ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) - Human immunodeficiency virus (HIV)
एचआईवी यानि ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस एक विषाणु है जो बॉडी के इम्यून सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव ड़ालता है और व्यक्ति के शरीर में उसकी प्रतिरोधक क्षमता को दिनोंदिन कमजोर कर देता है। हर दो तीन दिन में बुखार महसूस होना और कई बार तेजी से बुखार आना, एचआईवी का सबसे पहला लक्षण होता है। पिछले कुछ दिनों में पहले से ज्यादा थकान होना या हर समय थकावट महसूस करना एचआईवी का शुरूआती लक्षण होता है। एचआईवी में मरीज का वजन एकदम से नहीं घटता है। हर दिन धीरे-धीरे बॉडी के सिस्टम पर प्रभाव पड़ता है और वजन में कमी होती है।
अन्य एसटीडी (Other STDs)
अन्य, कम सामान्य एसटीडी इस प्रकार हैं:
- शैनक्रोइड (Chancroid)
- लिंफोग्रेन्युलोमा वेनेरियम (Lymphogranuloma venereum)
- मोलस्कम कंटागियोसम (Molluscum contagiosum)
- प्यूबिक जूँ (Pubic lice)
- खाज (Scabies)