हर महिला अपने जीवन में कभी न कभी योनि में यीस्‍ट इंफेक्‍शन की समस्‍या से ग्रस्‍त जरूर होती है। वैसे तो इस समस्‍या का निदान आसानी से किया जा सकता है लेकिन फिर भी योनि में यीस्‍ट संक्रमण होने की वजह से महिलाओं को बहुत असहज महससू होने लगता है और इसके कारण उन्‍हें अपने दैनिक कार्यों को करने में भी दिक्‍कत आती है।

योनि में यीस्‍ट इंफेक्‍शन का कारण कैंडिण्‍डा एल्‍बीकैंस (एक प्रकार का कवक) है। मुंह, गले या योनि में पाया जाने वाला ये फंगस तेजी से वृद्धि करता है और योनि के ऊतकों को नुकसान पहुंचाता है। योनि में यीस्‍ट इंफेक्‍शन होने पर महिलाओं को खुजली, जलन और योनि में दर्द महसूस होने लगता है।

इस संक्रमण से ग्रस्‍त महिलाओं की योनि पर सफेद रंग के निशान पड़ जाते हैं और योनि से होने वाले डिस्‍चार्ज से बदबू आती है। योनि में यीस्‍ट संक्रमण के शुरुआती स्‍तर पर घरेलू नुस्‍खों की मदद से इसे ठीक किया जा सकता है लेकिन स्थिति गंभीर होने पर तुरंत चिकित्‍सक या स्‍त्री विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।

किसी भी घरेलू नुस्‍खे का प्रयोग करने से पहले ये सुनिश्चित कर लें कि आपको फंगल संक्रमण ही हुआ है। अगर आपको योनि में यीस्‍ट संक्रमण के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो नीचे बताए गए असरकारी घरेलू नुस्‍खों का इस्‍तेमाल करें।

(और पढ़ें - योनि के बारे में जानकारी)

  1. योनि में इन्फेक्शन के प्रकार - Types of Vaginal Infection in Hindi
  2. योनि में यीस्ट संक्रमण के घरेलू उपाए - Home remedies for vaginal yeast infection in Hindi
  3. बैक्टीरियल वेजिनोसिस के घरेलू उपाय - Bacterial vaginosis ka gharelu nuskha in Hindi

योनि में इन्फेक्शन (संक्रमण) मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं -

  1. योनि में यीस्ट संक्रमण (Vaginal Yeast Infection) - यह सबसे आम प्रकार का योनि संक्रमण है। यीस्ट संक्रमण कैंडिडा (Candida) नामक फंगस प्रजाति के कारण होता है। कैंडिडा आपकी योनि में कम संख्या में प्राकृतिक रूप से मौजूद रहते हैं जो आमतौर पर नुकसानदायक नहीं होते। लेकिन जब वे किसी वजह से संख्या में बढ़ जाते हैं तब योनि संक्रमण का कारण बनते हैं। (और पढ़ें - योनि में यीस्ट संक्रमण के लक्षण, कारण, उपचार, दवा)
  2. योनि में बैक्टीरियल संक्रमण या बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis) - यीस्ट के साथ ही लैक्टोबेसिलस (lactobacillus) बैक्टीरिया भी योनि में मौजूद रहते हैं। जब इनकी संख्या बहुत कम हो जाती है तो यह बैक्टीरियल वेजिनोसिस का कारण बनते हैं। (और पढ़ें - बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण, कारण, उपचार और बचाव)
  3. ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis) - तीनों योनि संक्रमणों में, ट्राइकोमोनिएसिस एकमात्र ऐसा संक्रमण है जो यौन संचारित संक्रमण [Sexually transmitted infection (STI)] है। सामान्यतः इसे ट्रिच (Trich) भी कहा जाता है। यह एककोशिकीय परजीवी ट्राइकोमोनास वैजिनैलिस (Trichomonas vaginalis) के कारण होता है। यह संक्रमण संभोग के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित होता है। (और पढ़ें - ट्राइकोमोनिएसिस के लक्षण, कारण, उपचार, दवा)

योनि में कई अन्य इन्फेक्शन भी होते हैं, लेकिन उनके बारे में यहाँ बात नहीं की जा रही है।

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यीस्ट संक्रमण जिसे कैंडिडा (candida) के नाम से भी जाना जाता है। यह आमतौर पर बहुत छोटे कवक (fungi) और खमीर (yeast) के समूह के कारण होता है जिसे कैंडिडा अलबिशियन (Candida albicans) कहते हैं। यह आम तौर पर योनि क्षेत्र को प्रभावित करता है साथ ही स्तनों, निचले पेट, नाख़ून आदि को भी नुकसान पहुंचाता है। गर्भावस्था, तनाव, पुरानी स्वास्थ्य स्थिति, शुगर (मधुमेह), गर्भ निरोधक दवाइयां, स्टेरॉयड और एंटीबायोटिक दवाइयों जैसे कई कारण हैं जिनसे खमीर संक्रमण (yeast infection) होने का खतरा बढ़ सकता है। महिलाओं में एस्ट्रोजन का स्तर गिरने से रजोनिवृत्ति के बाद यीस्ट संक्रमण हो सकता है। अधिकांश पुरुष और महिलाओं को अपने जीवनकाल में एक बार यीस्ट संक्रमण का अनुभव हो सकता है।

(और पढ़ें - प्रेग्नेंट होने के लिए क्या करें और बच्चा गोरा होने के उपाय)

खुजली, जलन या सूजन ये सभी खमीर संक्रमण से जुड़े कुछ लक्षण है। अगर आपको योनि खमीर संक्रमण है तो सेक्स के दौरान योनि में दर्द या असुविधा महसूस होगी साथ ही पेशाब के दौरान जलन भी महसूस हो सकती है।

(और पढ़ें - sex karne ka tarika)

यहाँ हम आपको कुछ सरल घरेलू उपाय बताएंगे जिसके इस्तेमाल से आप कम समय में संक्रमण को समाप्त कर सकते हैं।

योनि संक्रमण से छुटकारा पाने का तरीका है बोरिक एसिड - Yoni ki khujli ko dur karta hai boric acid in Hindi

बोरिक एसिड में हल्के एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल गुण होते हैं और ये योनि के इन्फेक्शन के इलाज में कारगर है।

महिलाओं के स्वास्थ्य के जर्नल में प्रकाशित एक 2011 के अध्ययन का सुझाव है कि बोरिक एसिड महिलाओं के लिए योनिशोथ (vaginitis) के बारम्बार होने वाले और पुराने लक्षणों के इलाज के लिए एक सुरक्षित और आर्थिक विकल्प है।

2 कप गर्म पानी में 1 चम्मच बोरिक एसिड को मिलाएँ। कुछ मिनट के लिए योनि क्षेत्र पर यह पतला घोल लगाएँ, उसके बाद पानी से अच्छी तरह धो लें। 2 सप्ताह के लिए दिन में एक बार उपयोग करें।

नोट: बोरिक एसिड कभी कभी योनि में जलन का कारण बन सकता है,  जब आप गर्भवती हों तब यह बार बार उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।

योनि खमीर संक्रमण का उपाय करें नारियल तेल से - Yoni ki khujli ka upay kare coconut oil se in Hindi

नारियल तेल योनि संक्रमण के लिए प्राकृतिक उपचारों में से एक है। इसमें प्रभावी कवकरोधी गुण होते हैं जो कि संक्रमण के लिए जिम्मेदार खमीर को मार सकते हैं।

औषधीय खाद्य के जर्नल में प्रकाशित एक 2007 के अध्ययन में नारियल तेल की प्रभावशीलता का कवक जीवों के खिलाफ प्रयोग किया और पाया गया कि यह तेल 52 प्रकार की कॅंडिडा प्रजातियों (जो खमीर संक्रमण के लिए जिम्मेदार हैं) को मारने में प्रभावी है।

नारियल तेल को प्रभावित क्षेत्र पर दिन में 2 या 3 बार लगाएँ, जब तक आपको सुधार दिखना शुरू ना हो जाए। आप नारियल तेल को अपने दैनिक आहार में भी शामिल कर सकते हैं। 1 चम्मच नारियल तेल को दैनिक रूप से लेना शुरू करें और धीरे-धीरे आप इसकी खुराक में वृद्धि कर सकते हैं।

(और पढ़ें – नारियल तेल के फायदे और नुकसान)

योनि में संक्रमण और खुजली से बचने का घरेलू तरीका है दही - Private part me fungal infection ka upay hai dahi in Hindi

दही में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं और इस प्रकार दही योनि में खमीर संक्रमण को बढ़ने से रोकती है और अच्छे बैक्टीरिया का उचित संतुलन बनाए रखने में मदद करती है।

आंतरिक चिकित्सा के इतिहास 1992 में प्रकाशित एक अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार दैनिक रूप से 25 ग्राम दही के सेवन से कवक के निर्माण(candidal colonization) और संक्रमण में कमी आती है।

दही में एक रुई के फाहे को डुबोएं और 2 घंटे के लिए योनि के उपर रखें। इसके बाद, गुनगुने पानी के साथ अच्छी तरह से साफ कर लें। दिन में दो बार यह उपाय करें।

इसके अलावा, अपने आहार में दही को शामिल करें।
नोट: एक खमीर संक्रमण के इलाज के लिए केवल सादी और बिना मीठे वाली दही का उपयोग करें। मीठी दही केवल हालत खराब करेगी।

(और पढ़ें – स्वास्थ्य के लिए दही के फायदे)

योनि संक्रमण को दूर करें जैतून के पत्ते से - Vaginal infection se bachne ka upay hai olive leaf in Hindi

जैतून के पत्ते यीस्ट संक्रमण को रोकने के लिए बहुत प्रभावी माने जाते हैं। इनमे एंटीवायरल, एंटिफंगल, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लैमेटरी गुण होते हैं जो खमीर संक्रमण से बचाते हैं। यह आपके शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को भी बनाये रखता है।

योनि यीस्ट संक्रमण में जैतून के पत्ते का कैसे करें इस्तेमाल -

  1. घर पर जैतून के पत्तों का जूस बनाने के लिए ताज़ा पत्तों को काट लें और एक गिलास में उन्हें डाल दें और उस गिलास को ढक दें। कुछ मिनट बाद ढक्कन को हटाएँ और उन पत्तियों के ऊपर वोदका (vodka) डालें। ध्यान रहे वोदका से आपकी सभी पत्तियां डूब जानी चाहिए। अब ढक्क्न से गिलास को बंद करें और लगभग 4 हफ्तों के लिए इसे किसी अँधेरी जगह पर रख दें।
  2. अब चार हफ़्तों के बाद उस मिश्रण को किसी बर्तन में छान लें।
  3. इस मिश्रण को योनि के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
  4. अच्छा परिणाम पाने के लिए इसका इस्तेमाल पूरे दिन में तीन बार ज़रूर करें। (और पढ़ें - जैतून के तेल के फायदे और नुकसान)

ये घरेलु उपचार खमीर संक्रमण और अन्य लक्षणों से छुटकारा दिलाने में मदद करेंगे। अगर आपको इन परेशानियों से निजात नहीं मिलता तो अपने डॉक्टर को इस बारे में जानकारी ज़रूर दें।

वैजिनल इन्फेक्शन का उपाय है गेंदा - Vaginal fungal infection ko dur karta hai calendula in Hindi

गेंदा एक प्रकार की जड़ी बूटी है जिसमें शक्तिशाली एंटिफंगल गुण होते हैं जो कि यीस्ट संक्रमण का इलाज करते हैं।

योनि यीस्ट संक्रमण में गेंदे का कैसे करें इस्तेमाल -

  1. गेंदे के पत्तों को सबसे पहले हल्के हाथ से क्रश करें। अब उन क्रश किये गए पत्तों को योनि के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। पूरे दिन में दो से तीन बार इन पत्तों का उपयोग ज़रूर करें।
  2. गेंदे के जूस से बनी चाय भी खमीर संक्रमण को दूर करने के लिए बेहद फायदेमंद है। गर्भवस्था के दौरान गेंदे के जूस से बनी चाय को नज़रअंदाज़ करें। 

(और पढ़ें - गेंदे के फूल के फायदे)

अगर ताज़ा गेंदे उपलब्ध नहीं हैं तो आप गेंदे का लोशन या मलहम का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

योनि के यीस्ट संक्रमण का घरेलू नुस्खा है ओरेगेनो तेल - Vaginal infection ka gharelu nuskha hai oregano oil in Hindi

ओरेगेनो तेल में प्रभावी एंटीफंगल गुण होते हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए भी ये बहुत अच्छा है।

योनि यीस्ट संक्रमण में ओरेगेनो तेल का कैसे करें इस्तेमाल -

  1. ओरेगेनो तेल का इस्तेमाल आप योनि के प्रभावित क्षेत्र पर इस्तेमाल करें। ओरेगेनो तेल वहां खुजली पैदा का सकता है इसलिए लगाने से पहले जैतून के तेल के साथ इसे मिला लें।
  2. वैकल्पिक रूप से, आप एक दिन में दो बार ओरेगेनो तेल के एक या दो कैप्सूल ले सकते हैं। खमीर संक्रमण को खत्म करने के लिए कुछ हफ्तों के लिए इन तरीकों में से किसी एक का पालन ज़रूर करें।

योनि के संक्रमण में टी ट्री तेल है लाभकरी - Yoni ke sankraman se bachne ka tarika hai tea tree oil in Hindi

टी ट्री तेल में शक्तिशाली और प्रभावी प्राकृतिक एंटिफंगल गुण होते हैं जो कि यीस्ट संक्रमण के घरेलू उपचार में मदद करते हैं। गर्भवती महिलाओं को इस उपाय का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि टी ट्री के तेल में मौजूद कुछ गुण बच्चे के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

योनि यीस्ट संक्रमण में टी ट्री तेल का कैसे करें इस्तेमाल -

  1. एक कप पानी में टी ट्री के तेल को मिलाएं। अब उसमे एक चम्मच जैतून का तेल या मीठा बादाम तेल मिलाएं। अब इस मिश्रण को योनि के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। पूरे दिन में इस मिश्रण का इस्तेमाल कई बार करने की कोशिश करें।
  2. योनि खमीर संक्रमण के लिए एक टैम्पोन को टी ट्री तेल में डुबोएं और इसे योनि के लिए इसे दो या तीन घंटे तक इस्तेमाल करें। इस प्रक्रिया को पूरे दिन में दो बार ज़रूर दोहराएं। 

(और पढ़ें - टी ट्री ऑयल के फायदे और नुकसान)

योनि में यीस्ट संक्रमण का घरेलू उपाए है लहसुन - Yoni me sankraman ka upay hai garlic in Hindi

लहसुन एक बहुत ही प्रसिद्ध जड़ी बूटी है जिसे विभिन्न बीमारियों का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन में मौजूद एंटिफंगल, जीवाणुरोधी और प्राकृतिक एंटीबायोटिक कारक किसी भी प्रकार के यीस्ट संक्रमण के इलाज में अत्यधिक प्रभावी होते हैं।

योनि यीस्ट संक्रमण में लहसुन का कैसे करें इस्तेमाल -

  1. कुछ लहसुन के फांके लें और उसे क्रश करके एक पेस्ट तैयार कर लें। अब लहसुन के पेस्ट को सीधा योनि के प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। अगर ताज़ा लहसुन आपके पास नहीं है, तो आप लहसुन का तेल, विटामिन ई का तेल और नारियल का तेल एक साथ मिलाकर योनि के प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं। 
  2. इसके अलावा आप लहसुन की गोलियां या कुछ ताज़े लहसुन के फांकें रोज़ाना खा सकते हैं। ताज़ा लहसुन को खाने से आपके मुँह से गंध आ सकती है लेकिन ये खमीर संक्रमण के इलाज के लिए बहुत प्रभावी है। 

(और पढ़ें - लहसुन के फायदे और नुकसान)

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बैक्टीरियल वेजिनोसिस योनि संक्रमण का एक बहुत ही सामान्य प्रकार है। बहुत से 'अच्छे' बैक्टीरिया साथ ही कुछ 'खराब' बैक्टीरिया सामान्यतः योनि में मौजूद होते हैं। यह संक्रमण तब होता है जब अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के बीच का संतुलन डगमगाने लगता है। आम लक्षणों में अत्यधिक योनि स्राव, कभी कभी मछली जैसी गंध, खुजली और कभी-कभी पेशाब के दौरान दर्द होना। कुछ कारक आपके संक्रमण के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इस तरह के कारक जैसे एक से अधिक सेक्स पार्टनर, एक नया सेक्स पार्टनर, अत्यधिक धूम्रपान और डचिंग शामिल है।

(और पढ़ें - योनि की दुर्गन्ध)

बैक्टीरियल वेजिनोसिस आमतौर पर गंभीर नहीं है और अक्सर ये अपने आप भी चले जाता है। लेकिन जैसे-जैसे लक्षण दिखाई देते हैं उसका इलाज उसी वक़्त करना ज़्यादा अच्छा है। कुछ घरेलू उपचार आपको इन परेशानियों से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं।

आज हम आपको बैक्टीरियल वेजिनोसिस से जुड़े कुछ घरेलु उपचार बताने वाले हैं।

प्राइवेट पार्ट के बैक्टीरियल संक्रमण का उपाय है ओरेगेनो - Yoni bacterial infection me kare oregano oil ka upyog in Hindi

ओरेगेनो के तेल में जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुण होते हैं जिसकी मदद से रोगाणुओं को खत्म किया जा सकता है। यह प्रभावी ढंग से संक्रमण की पुनरावृत्ति को रोक सकता है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस के इलाज के लिए ओरेगेनो के तेल का उपयोग करें।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में ओरेगेनो इस्तेमाल कैसे करें –

  1. ओरेगेनो तेल की तीन बूँदें और जैतून के तेल का एक चम्मच को एक साथ मिलाएं। अब इस मिश्रण को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और फिर इसे दो घंटे के लिए ऐसे ही लगा छोड़ दें। इस मिश्रण को रोज़ाना एक बार ज़रूर लगाएं।
  2. वैकल्पिक रूप से, गुनगुने पानी के गिलास में ऑरगोनो तेल की तीन बूँदें डालें और इसे अच्छी तरह से मिलाकर पी जाएँ। इस मिश्रण को रोज़ाना पूरे दिन में दो बार ज़रूर पियें। इस उपचार को आप एक या दो महीने तक लगातार करते रहें तब तक जब तक आपकी स्थिति सुधर नहीं जाती।

इन सभी उपचारों के उपयोग से आप बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षणों को नियंत्रित कर पाएंगे और दुबारा पनपने से रोक पाएंगे। हालाँकि अगर आपको किसी भी प्रकार का कोई भी सुधार नज़र नहीं आता तो अपने डॉक्टर को इसकी जानकरी ज़रूर दें।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस को कम करने का उपाए है चाय बैग - Vaginal bacterial infection se bachne ka upay hai tea bag in Hindi

चाय में टैनिन होता है जिसमे एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में चाय का इस्तेमाल कैसे करें –

  1. 10 से 15 मिनट के लिए गर्म पानी में एक चाय बैग भिगोएँ।
  2. अब टी बैग को ठंडा करने के लिए कुछ मिनट इसे फ्रिज में रख दें।
  3. ठंडा होने के बाद टी बैग को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
  4. संक्रमण को पूरी तरह से खत्म करने के लिए कुछ हफ्तों तक इस उपाय को तीन या चार बार रोज़ाना करें। 

(और पढ़ें - टी बैग के उपयोग के बारे में जानिए कुछ दिलचस्प बातें)

योनि के बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर करने का तरीका है इंडियन लीलाक - Bacterial vaginosis ka nuskha hai Indian lilac in Hindi

इंडियन लीलाक जिसे नीम या मार्गोस के रूप में भी जाना जाता है। इसमें जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुण होते हैं जो खुजली और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में इंडियन लीलाक का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. सबसे पहले एक पैन लें और मुट्ठीभर मार्गोस के पत्ते लें। अब पैन में पत्तों को डाल दें। इसमें पानी या किसी भी प्रकार का तरल पदार्थ न डालें।
  2. जब पत्ते ब्राउन हो जाएँ तो उन्हें ठंडा होने लिए रख दें ।
  3. ठंडा होने के बाद इन पत्तों को मिक्सी में पीस लें और एक पाउडर तैयार कर लें।
  4. अब दो चम्मच पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाएं जिससे आपका पेस्ट तैयार हो सके।
  5. पेस्ट को योनि के बाहर और अंदर लगाएं। आधे घंटे के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें फिर गुनगुने पानी से योनि को धो लें।
  6. इस पेस्ट को पूरे दिन में दो बार ज़रूर लगाएं।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस को कम करता है नारियल का तेल - Private parts me bacterial infection ka upay hai coconut oil in Hindi

नारियल तेल में प्राकृतिक एंटीवायरल, जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुण होते हैं जो कि रोगाणुओं को खत्म करने में मदद करते हैं और उसे दुबारा पनपने के लिए भी रोकते हैं।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में नारियल के तेल का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. जब तक आपकी स्थिति सुधर न जाये तब तक आर्गेनिक नारियल तेल का इस्तेमाल करें। कम से कम इस तेल का प्रयोग पूरे दिन में तीन बार करें।
  2. वैकल्पिक रूप से, आर्गेनिक नारियल तेल में टैम्पोन को डुबोये और अपनी योनि के लिए उसका इस्तेमाल करें। इसे कुछ घंटों के लिए ऐसे ही छोड़ दें। टैम्पोन हटाने के बाद गुनगुने पानी से अपनी योनि को धो लें। इसे रोज़ाना कई दिनों तक करें।
  3. इसके अलावा अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और उपचार प्रक्रिया को गति देने के लिए जितना संभव हो खाना पकाने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करें। 

(और पढ़ें - नारियल तेल के फायदे और नुकसान)

बैक्टीरियल वेजिनोसिस होने पर करें दूध का इस्तेमाल - Vaginal bacterial infection hone par kare milk ka upyog in Hindi

दूध में लैक्टोबैसिली बैक्टीरिया होता है जो बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लिए एक उत्कृष्ट प्राकृतिक इलाज के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा, दूध प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में दूध का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एकदम ठंडे दूध में टैम्पोन को डुबोएं और इसे अपनी योनि के लिए इस्तेमाल कर लें। टैम्पन को एक से दो घंटे तक रखें और फिर इसे हटा दें। आप इसका इस्तेमाल रोज़ाना करें।
  2. वैकल्पिक रूप से, एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं और पी लें। इस मिश्रण को आप रोज़ पियें, तब तक जब तक आपकी स्थिति ठीक नहीं हो जाती। 

(और पढ़ें - दूध के फायदे और नुकसान)

वैजिनल बैक्टीरियल इन्फेक्शन का उपाय है मेथी - Bacterial vaginosis se chutkara dilata hai fenugreek in Hindi

मेथी के बीज बैक्टीरियल वेजिनोसिस के उपचार के लिए बेहद फायदेमंद हैं। यह योनि में पीएच स्तर को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में मेथी के बीज का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. रात भर के लिए मेथी के बीज के दो बड़े चम्मच पानी में सोखने के लिए रख दें। सुबह में इस मिश्रण को खाली पेट पियें। इस मिश्रण का प्रयोग रोज़ करें, तब तक जब तक कि आपको किसी भी प्रकार का असर न दिख जाये।
  2. मेथी के बीज के पाउडर को दही में मिलाएं। इस मिश्रण का प्रयोग कुछ दिन तक रोज़ाना करे तब तक जब तक असर खत्म नहीं हो जाता। गर्म पानी में मेथी के बीज को पांच मिनट के लिए डुबोएं रखें। अब इसे छान लें और इसमें शहद को मिलाकर पी लें। इस मिश्रण का प्रयोग रोज़ाना दो से तीन बार ज़रूर करें। 

(और पढ़ें - मेथी के फायदे और नुकसान)

बैक्टीरियल वेजिनोसिस का घरेलू उपाय है लहसुन - Yoni bacterial sankraman ko dur kare garlic se in Hindi

लहसुन एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो जीवाणु योनि का इलाज करने में मदद करता है। इसके अलावा, इसके एंटिफंगल गुण खराब बैक्टीरिया को दूर रखते हैं।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में लहसुन का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. तीन से चार लहसुन क्रश करें। अब प्रभावित क्षेत्र पर क्रश लहसुन को वहां लगायें। 20 मिनट के लिए उसे ऐसे ही लगा छोड़ दें और फिर उस क्षेत्र को गुनगुने पानी से साफ़ करें। जब तक प्रभाव कम नहीं हो जाता तब तक इस उपाए को रोज़ाना करें।
  2. लहसुन को कच्चा या पका हुआ भी खा सकते हैं। अगर आप लहसुन को नहीं खा सकते तो डॉक्टर से पूछने के बाद आप लहसुन के कैप्सूल्स का भी प्रयोग कर सकते हैं। 

(और पढ़ें - लहसुन के फायदे और नुकसान)

बैक्टीरियल वेजिनोसिस से बचने का तरीका है टी ट्री आयल - Bacterial vaginosis se bachne ka tarika hai tea tree oil in Hindi

टी ट्री तेल में प्राकृतिक जीवाणुरोधी और साथ ही एंटिफंगल यौगिक शामिल होते हैं जिनसे बैक्टीरिया को मारने में मदद मिलती है। यह गंध को भी दूर रखता है जो बैक्टीरियल वेजिनोसिस में होना बहुत आम है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में टी ट्री आयल का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. गर्म पानी में कुछ बूँदें टी ट्री तेल की डालें और अच्छी तरह से मिला लें। अब इस मिश्रण का इस्तेमाल अपनी योनि साफ़ करने के लिए करें। तीन से चार हफ्तों तक इसका प्रयोग रोज़ाना करें।
  2. इसके अलावा टी ट्री तेल की तीन बूँदें और तीन कप सफ़ेद सिरका को एक साथ गुनगुने पानी में मिलाएं। अब इस मिश्रण से अपनी योनि साफ़ करें और आधे घंटे के लिए इसे ऐसी ही छोड़ दें। इन उपायों को एक या दो महीने तक हर दूसरे दिन प्रयोग में लाएं। 

(और पढ़ें - टी ट्री ऑयल के फायदे और नुकसान)

योनि बैक्टीरियल संक्रमण को दूर करे दही से - Bacterial vaginosis ka gharelu upay hai yogurt in Hindi

बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लिए दही सबसे आम घरेलू उपायों में से एक है। दही एक बहुत ही फायदेमंद बैक्टीरिया को बनाता है जिसे लैक्टोबैसिलस कहते हैं। ये बेकार बैक्टीरिया से लड़ता है और योनि का PH संतुलन बनाये रखने में मदद करता है।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में दही का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. रूई को दही में डुबोएं और उसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसे आधे घंटे के लिए लगा हुआ छोड़ दें और फिर उस जगह को अच्छी तरह ताजा पानी से धो लें। जब तक प्रभाव चला नहीं जाता तब तक पूरे दिन में इसे तीन बार ज़रूर लगाएं।
  2. दही में टैम्पोन को डालें इसे एक या दो घंटे के लिए योनि में रहने दें। जब तक प्रभाव चला नहीं जाता तब तक पूरे दिन में आप इसका इस्तेमाल दो बार ज़रूर करें।
  3. इसके अलावा योनि का सामान्य PH संतुलन बनाये रखने के लिए रोज़ाना आप दो कप दही खाएं। 

(और पढ़ें - स्वास्थ्य के लिए दही के फायदे)

बैक्टीरियल वेजिनोसिस का घरेलू नुस्खा है सेब का सिरका - Vaginal bacterial infection ka upay hai apple vinegar in Hindi

बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लिए एक उत्कृष्ट घरेलु उपाए है सेब का सिरका। इसकी अम्लीय प्रकृति के कारण सेब साइडर सिरका योनि अम्लता को बढ़ाने में मदद करता है। यह बेकार बैक्टीरिया को मार देता है और अच्छे जीवाणुओं के लिए बेहतर वातावरण बनाता है। 

बैक्टीरियल वेजिनोसिस में सेब के सिरके का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. नहाने के टब में एक से दो कप सेब सिरका डालें।
  2. लगभग 20 मिनट के लिए नहाने के टब में बैठे रहें।
  3. 20 मिनट के बाद योनि क्षेत्र को धीरे धीरे सुखाएं।
  4. जब तक हालत सुधार न जाए तब तक इसे बार बार दोहराते रहें। 

(और पढ़ें - सेब के सिरके के फायदे और नुकसान)


योनि में इंफ़ेक्शन और खुजली के ज़बदस्त घरेलू उपाय सम्बंधित चित्र

योनि में इन्फेक्शन के घरेलू उपाय से जुड़े सवाल और जवाब

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मेरी योनि में खुजली होती है, दवा लेने पर खुजली बंद हो जाती है लेकिन दवा बंद करने पर खुजली फिर होने लगती है?

Dr. Haleema Yezdani MBBS , सामान्य चिकित्सा

आपको संक्रमण की वजह से योनि में खुजली हो सकती है। आपको इसका इलाज करवा लेना चाहिए। इसके इलाज के दौरान सेक्स बिलकुल न करें, संक्रमण का इलाज आपको और आपके पति दोनों को करवाना होगा। योनि में खुजली के लिए आप ये दवाई लें

1) टैबलेट डॉक्सी-1 100 एमजी दिन में 2 बार 10 दिन के लिए लें।

2) टैबलेट मेट्रोजील 400 एमजी दिन में 2 बार 5 दिन के लिए लें। इस दवा को लेने से घबराहट भी हो सकती है। इसलिए अगर ये दवाईयां लेने से आपको घबराहट होती है तो खाना खाने से आधा घंटा पहले टैबलेट एमसेंट 4 एमजी की एक गोली लें। आप  सरफाज़-एसएन क्रीम दिन में 2 से 3 बार योनि के अंदर और आसपास 5 दिन तक लगाएं।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

क्या योनि में खुजली के लिए Ulbiz plus क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं?

Dr. Amit Singh MBBS , सामान्य चिकित्सा

नॉर्मली Ulbiz plus क्रीम को योनि के अंदर नहीं लगाते हैं। आपको सिर्फ सरफाज़-एसएन क्रीम दिन में 2 से 3 बार लगानी है। इससे आपको खुजली से आराम मिलेगा।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मैं जानना चाहती हूं कि योनि में खुजली क्यों होती है?

Dr. Uday Nath Sahoo MBBS , आंतरिक चिकित्सा

योनि में खुजली का कारण बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण या फंगल संक्रमण हो सकता है।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

क्या योनि में खुजली के लिए कैंडिड वी जैल लगा सकते हैं या नहीं?

Dr. Tarun kumar MBBS , अन्य

योनि की खुजली की समस्या के लिए कैंडिड वी जैल भी लगा सकते हैं लेकिन कैंडिड क्रीम इसके लिए ज्यादा फायदेमंद है।

संदर्भ

  1. Falagas ME, Betsi GI, Athanasiou S. Probiotics for prevention of recurrent vulvovaginal candidiasis: a review. J Antimicrob Chemother. 2006 Aug;58(2):266-72. Epub 2006 Jun 21. PMID: 16790461
  2. Abdelmonem AM, Rasheed SM, Mohamed ASh. Bee-honey and yogurt: a novel mixture for treating patients with vulvovaginal candidiasis during pregnancy. Arch Gynecol Obstet. 2012 Jul;286(1):109-14. PMID: 22314434
  3. Office on Women's Health [Internet] U.S. Department of Health and Human Services; Vaginal yeast infections.
  4. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Vaginal Candidiasis
  5. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Vaginal yeast infection
  6. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Vaginal thrush
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