मुँह के छाले काफी आम और असहज होते हैं। यह दर्दनाक होते हैं साथ ही इनके खुले घावों का रंग सफ़ेद रहता है। इनके आसपास सूजन रहती है जिस वजह से कुछ भी खा पाना मुश्किल हो जाता है। छाले गालों के अंदर, होंठ, जीभ के नीचे और मुँह के तलवों के नीचे दिखाई देते हैं।

मुँह के छाले कई कारणों से होते है जैसे मसालेदार खाना, कब्ज, वंशानुगत कारक, हार्मोनल परिवर्तन, अतिरिक्त अम्लता, आकस्मिक गाल के काटने, तनाव और विटामिन बी, विटामिन सी, लोहा या अन्य पोषक तत्वों की कमी से आपको मुँह के छाले हो सकते हैं।

मुँह के छाले आम तौर पर गंभीर नहीं होते हैं और सात से 10 दिनों के भीतर ये समस्या ठीक भी हो जाती है। बड़े और हरपेटिफोर्म छाले हालांकि ठीक होने में काफी समय लेते हैं। मुख्य छाले आमतौर पर गहरे होते हैं और डायमीटर में 10 मिलीमीटर से अधिक होते हैं। हरपेटिफोर्म छाले बड़ी संख्या में छोटे छालों के समूह के रूप में दिखाई देते हैं। (ओट पढ़ें - बाबा रामदेव से सीखे मुँह के छालों का इलाज)

आज हम आपको मुँह के छालों को ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपाय बताएंगे जिनके इस्तेमाल से आप बिना किसी परेशानी के इन्हें ठीक कर सकते हैं।

  1. मुंह में छाले के उपाय है मुलेठी - Muh ke chalo ka gharelu upay hai licorice in Hindi
  2. मुंह के छाले को ठीक करें नारियल के दूध से - Muh ke chale ko thik kare coconut milk se in Hindi
  3. मुंह के छालों का घरेलू नुस्खा है समुंद्री नमक - Mouth ulcer ka gharelu nuskhe hai sea salt in Hindi
  4. माउथ अल्सर होम रेमेडीज है धनिया - Mouth ulcer home remedies hai coriander in Hindi
  5. मुँह के छालों का घरेलू उपाय है बेकिंग सोडा - Mouth ulcer ka gharelu upay hai baking soda in Hindi
  6. मुंह के छालों से छुटकारा दिलाता है शहद - Muh ke chalo se chutkara dilata hai honey in Hindi
  7. मुंह में छाले होने के घरेलू नुस्खे करे एलो वेरा से - Muh me chale hone ke gharelu neuske kare aloe vera se in Hindi
  8. मुंह में छाले होने पर करें अजमोद का इस्तेमाल - Muh me chale hone par kare celery ka upyog in Hindi
  9. मुंह के छाले को दूर करने का उपाय है तुलसी - Muh ke chalo ko dur karne ka upay hai basil in Hindi
  10. मुंह में छाले ठीक करने के लिए घरेलू नुस्खा है बर्फ - Muh ke chale thik karne ke liye gharelu nuskha hai Ice in Hindi

मुँह के छालों को मुलेठी की जड़ों से ठीक किया जा सकता है क्यूंकि यह जड़ी बूटी आपके छालों के दर्द और सूजन को कम करती है। इसके अलावा मुलेठी की जड़ें श्लेष्म झिल्ली पर एक सुरक्षात्मक परत बनाती हैं जिससे जलन कम होती है साथ ही घावों को खुलने से भी रोकती है। इसमें सूजनरोधी और रोगाणुरोधी के गुण पाए जाते हैं।

मुलेठी की जड़ों का इस्तेमाल कैसे करें –

  1. एक चम्मच पीसी हुई मुलेठी की जड़ों को दो कप पानी में दो से तीन घंटे तक डालें रखें।
  2. अब इस मिश्रण को मुँह में लें और उसे कुछ सेकेंड्स के लिए ऐसे ही रखें। आप चाहे तो उस पानी को धीरे धीरे अपने मुँह में कुल्ला करने की प्रक्रिया की तरह चला भी सकते हैं।
  3. फिर कुछ सेकेंड्स के बाद उस पानी को थूक दें और फिर से यही प्रक्रिया तब तक दोहराएं जब तक आपका मिश्रण खत्म नहीं हो जाता। 

(ओट पढ़ें - मुलेठी के फायदे और नुकसान)

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नारियल का दूध मुंह के छालों के दर्द को कम करने में बेहद फायदेमंद है।

नारियल के दूध का कैसे करें इस्तेमाल –

  1. एक चम्मच नारियल के दूध में थोड़ा शहद मिलाएं। अब इस मिश्रण से अपने प्रभावित क्षेत्रों पर हल्के हल्के मसाज करें।
  2. इस प्रक्रिया को पूरे दिन में तीन से चार बार दोहराएं।
  3. इसके अलावा आप सिर्फ नारियल के दूध का भी मुँह के छालों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। 

समुंद्री नमक और हाइड्रोजन पेरोक्साइड दोनों में ही सूजनरोधी, एंटीसेप्टिक और निस्संक्रामक के गुण पाए जाते हैं। इसलिए आप सामग्री को अलग से या मिलाकर मुँह के छालों के इलाज के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

समुंद्री नमक का कैसे करें इस्तेमाल –

  1. एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच समुंद्री नमक और 3% हाइड्रोजन पेरोक्साइड मिलाएं।
  2. इस मिश्रण को अच्छे से मिला लें।
  3. मिश्रण को कुल्ला करने के लिए इस्तेमाल करें।
  4. मिश्रण को पूरे दिन एक या दो बार ज़रूर दोहराएं। कोशिश करें कि ये मिश्रण कुल्ला करते समय अंदर न जाये।

 

धनिया बीज का मिश्रण एक आयुर्वेदिक उपाय है जो मुँह के छालों को काफी राहत देता है साथ ही सूजन को भी कम करता है।

धनिये का बीज का कैसे करें इस्तेमाल –

  1. एक कप गर्म पानी में एक चम्मच धनिये के बीज को डालें और उसे उबलने के लिए रख दें।
  2. उबलने के बाद उस मिश्रण को छान लें और ठंडा होने के लिए रख दें।
  3. अब इस मिश्रण को अपने मुँह में रखें और इससे कुल्ला करें। इस मिश्रण को पूरे दिन में तीन से चार बार ज़रूर दोहराएं।

(और पढ़ें - धनिये के फायदे और नुकसान)

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बेकिंग सोडा जिसे सोडियम बाइकार्बोनेट भी कहा जाता है। मुँह के छालों का इलाज करने में बेकिंग सोडा बेहद फायदेमंद घरेलू उपाय है। यह विशेष रूप से अम्लीय खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों के कारण होने वाले छालों के लिए बेकिंग सोडा बहुत उपयोगी है। यह एसिड को बेअसर करने में मदद करता है। इसके इस्तेमाल से आपकी सूजन, रोगाणु और बैक्टीरिया को दूर करने में मदद मिलेगी। ध्यान रखें कि बेकिंग सोडा से आपको जलन हो सकती है।

बेकिंग सोडा का कैसे करें इस्तेमाल –

  1. एक चम्मच बेकिंग सोडा को थोड़े से पानी में डालें और एक पतला पेस्ट तैयार कर लें। अब इस पतले पेस्ट को अपने छालों पर लगाएं।
  2. इस प्रक्रिया को पूरे दिन में कई बार दोहराने की कोशिश करें।
  3. इसके अलावा आप सिर्फ बेकिंग सोडा को भी सीधा अपने मुँह के छालों में लगा सकते हैं। 

(और पढ़ें - बेकिंग सोडा के फायदे और नुकसान)

शहद मुँह के छालों के दर्द को कम करता है। शहद नमी बनाने में मदद करता है साथ ही उपचार प्रक्रिया को भी एक गति प्रदान करता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबायोटिक के गुण भी पाए जाते हैं।

शहद का कैसे करें इस्तेमाल –

  1. शहद में एक रूई डुबोये और इसे अपने प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
  2. आप शहद की जगह पर ग्लिसरीन या विटामिन ई तेल का भी उपयोग कर सकते हैं।
  3. मुँह के घावों के लिए यह एक विकिरण चिकित्सा है और उसके लिए मनुका शहद का उपयोग करें। 

(और पढ़ें - शहद के फायदे और नुकसान)

एलो वेरा जेल या उसके जूस को अपने प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। इसके इस्तेमाल से आपके छालों में होने वाला दर्द कम होगा साथ ही यह प्राकृतिक एंटीसेप्टिक के रूप में भी काम करेगा। इसमें जीवाणुरोधी, एंटिफंगल और एंटीवायरल के गुण पाए जाते हैं। रिसर्च से पता चला है कि यह मुँह की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए बेहद लाभदायक है जैसे मुँह के छाले, घाव, मसूड़े की सूजन और लाइकेन प्लेनुस आदि। 

(और पढ़ें - एलोवेरा के फायदे और नुकसान)

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मुँह के छालों से छुटकारा पाने के लिए ताज़ा अजमोद की डंठल को चबाएं। इसके एनाल्जेसिक और सूजनरोधी गुण आपको मुँह के छालों से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं।

इसके अलावा, इसमें फोलिक एसिड और विटामिन बी 1, बी 2, बी 6, विटामिन सी और अन्य गुण शामिल होते हैं। अच्छा परिणाम पाने के लिए अजमोद की डंठल को चबाने के बाद उसके गूदे को लगभग 10 मिनट के लिए अपने प्रभावित क्षेत्रों पर लगाकर रखें। मुँह के छालों के अलावा यह सांस से आने वाली गंध को भी दूर करता है। 

(और पढ़ें - अजमोद के फायदे और नुकसान)

मुँह के छालों के इलाज के लिए तुलसी बेहद गुणकारी होती है। इसके अलावा इसमें जीवाणुरोधी, एंटिफंगल और एंटीवायरल के गुण भी शामिल होते हैं।

तुलसी के पत्ते का कैसे करें इस्तेमाल –

  1. चार या पांच तुलसी के पत्तों को अच्छी तरह से धो लें।
  2. अब उन पत्तों को चबाएं और चबाने के बाद थोड़ा पानी के साथ उन्हें निगल लें।
  3. इस प्रक्रिया को पूरे दिन में सुबह और शाम को ज़रूर दोहराएं। 

(और पढ़ें - तुलसी के फायदे और नुकसान)

मुंह के छालों के दर्द को सुन्न करने के लिए बर्फ एक प्रभावी उपाय है। जब आप बर्फ को प्रभावित क्षेत्रों पर लगाते हैं तो ये आपके छालों को ठीक करने के लिए बेहद फायदेमंद होता है। बर्फ को अपने प्रभावित क्षेत्रों पर लगाने से झुनझुनी और जलन जैसे लक्षणों का अनुभव होता है।

इन घरेलू उपचारों के अलावा कोशिश करें कि आप मसालेदार या अम्लीय खाद्य पदार्थ न खाएं। इसके अलावा, अपने दांतों को ब्रश करने के लिए नरम टूथब्रश का उपयोग करें। अगर आपके मुँह के छाले आपकी रोज़ की आदतों को प्रभावित कर रहें हैं तो उपचार के लिए अपने चिकित्सक से इस बारे में बात करें।

(और पढ़ें - त्वचा पर बर्फ लगाने के फायदे)

संदर्भ

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  2. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Mouth ulcers
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