चिंतातनाव पढ़ने में छोटे शब्द हैं, लेकिन सेहत पर इनका नकारात्मक असर गहरा होता है. तनाव कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन इन्हीं स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. अब सवाल यह उठता है कि तनाव के चलते उच्च रक्तचाप की समस्या स्थाई होती है या फिर कुछ समय के लिए. साथ ही अगर तनाव के चलते हाई बीपी की समस्या होती है, तो इसे कैसे ठीक किया जा सकता है.

आज इस लेख में हम तनाव व उच्च रक्तचाप के बीच संबंध के बारे में विस्तार से जानेंगे -

यहां दिए लिंक पर क्लिक करें और तनाव व चिंता का इलाज विस्तार से जानें.

  1. तनाव व उच्च रक्तचाप के बीच संबंध
  2. उच्च रक्तचाप से बचाव या नियंत्रण का तरीका
  3. सारांश
तनाव व उच्च रक्तचाप के बीच संबंध व नियंत्रण का तरीका के डॉक्टर

जब कोई तनावग्रस्त होता है, तो शरीर कुछ हार्मोन का उत्पादन करता है. ये हार्मोन अस्थायी रूप से रक्तचाप को बढ़ा सकते हैं, जिससे दिल तेजी से धड़कना शुरू कर सकता है और रक्त वाहिकाएं सिकुड़ सकती हैं. वहीं, इस बात का भी कोई प्रमाण नहीं है, जिससे यह साबित हो सके कि तनाव के चलते उच्च रक्तचाप की समस्या लंबे समय तक रह सके. हां, इतना जरूर है कि तनाव को खत्म न करने पर आगे चलकर उच्च रक्तचाप, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा, धूम्रपान करना व शराब पीना और जंक फूड खाने से हाई ब्लड प्रेशर होने की आशंका बनी रहती है.

(और पढ़ें - हाई बीपी का आयुर्वेदिक इलाज)

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अब सवाल यह आता है कि व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम करने या उसे नियंत्रण करने के लिए क्या उपाय कर सकता है. ऐसे में लेख के इस विशेष भाग में हम उच्च रक्तचाप से बचाव के कुछ तरीके शेयर कर रहे हैं, जो इस प्रकार हैं -

नींद पूरी करें

तनाव व हाई ब्लड प्रेशर से बचाव के लिए नींद जरूरी है. कई बार नींद न पूरी होने के कारण भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. मूड में बदलाव और हाई बीपी भी उन्हीं में से एक है. इसलिए, यह जरूरी है कि व्यक्ति सही वक्त पर सोए और उठे व अपनी नींद पूरी करें. अच्छी नींद के लिए अपने कमरे और बेड को साफ-सुथरा रखें और अपने आसपास किसी तरह का गैजेट, जैसे - मोबाइल, लैपटॉप व टैब आदि न रखें. सोने से पहले मोबाइल न देखें. हो सके तो कोई किताब पढ़ें, ताकि आपको जल्दी नींद आ जाए.

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रिलैक्सिंग तकनीक आजमाएं

पूरे दिन अपने आपको फ्रेश रखने के लिए और तनावमुक्त रहने के लिए सुबह उठकर योग, ब्रीदिंग तकनीक या व्यायाम करें. आप चाहें तो सुबह वॉक पर भी जा सकते हैं या मध्यम संगीत सुनते-सुनते टहल भी सकते हैं. अगर आप पहली बार योग या व्यायाम कर रहे हैं, तो बेहतर है किसी विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें.

(और पढ़ें - हाई ब्लड प्रेशर में परहेज)

रूटीन सेट करें

किसी भी काम को करने के लिए प्लानिंग जरूरी है. सही रूटीन और प्लानिंग पूरे दिन को सही तरीके से चलाने के लिए आवश्यक है. हर दिन की प्लानिंग करें, अपने घर और ऑफिस के कार्य को सही तरीके से मैनेज करने के लिए एक दिन पहले ही अगले दिन का रूटीन तैयार कर लें और उसी के अनुसार सबकुछ प्लान करें. सही दिनचर्या कई स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम कर सकती है.

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लोगों से मिलें

अपने आपको स्ट्रेस फ्री रखने के लिए लोगों से मिलना भी जरूरी है. हफ्ते में कम से कम एक दिन अपने दोस्तों व प्रियजनों से मिलें. वहीं, हर रोज थोड़ी देर ही सही, लेकिन अपने परिवार के साथ बैठें व उनसे अपने पूरे दिन की बातें शेयर करें और उनके दिन के बारे में भी पूछें. इस तरह लोगों से बात करके आप अपने तनाव को कम कर सकते हैं.

(और पढ़ें - नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए)

स्वस्थ डाइट लें

डाइट का हमारे जीवन पर काफी असर पड़ता है. हम जो खाते हैं, शरीर पर उसी का असर दिखता है. ऐसे में स्ट्रेस कम करने के लिए भी डाइट की अहम भूमिका हो सकती है. कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो तनाव का कारण बन सकते हैं और वहीं कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो स्ट्रेस को कम कर सकते हैं. इसलिए, जंक फूड, तला-भूना या बाहर के खाद्य पदार्थों से दूर रहें. डाइट में हरी सब्जियांफलड्राई फ्रूट और अन्य स्वस्थ आहार शामिल करें. इससे मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद मिल सकती है.

यहां दिए लिंक पर क्लिक करके आप विस्तार से जान सकते हैं कि हाई बीपी का इलाज क्या है.

इस लेख से यह तो स्पष्ट होता है कि तनाव के चलते कुछ देर के लिए रक्तचाप अधिक हो सकता है, लेकिन लंबे समय तक यह समस्या बनी रहे, उसके प्रमाण नहीं मिलते हैं. हां, इतना जरूरी है कि अगर तनाव का समय रहते इलाज न किया जाए, तो विभिन्न प्रकार के हृदय रोग रहने की आशंका बनी रहती है. इसलिए, हेल्दी डाइट लेना, दोस्तों से मिलना व खुलकर बाते करने से तनाव से दूर रहा जा सकता है.

(और पढ़ें - हाई बीपी की दवा कब व कैसे लें)

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