छिपकली रेंगने वाले जंतुओं की श्रेणी में आने वाली एक ऐसी प्राणी है जो आमतौर पर घरों में पाई जाती है। ये ज्यादातर खाली और अंधेरी जगहों पर रहना पसंद करती हैं। हमें आमतौर पर छिपकली अपने घर में दीवारों पर रेंगती दिख जाती है। घर में पाई जाने वाली छिपकलियों को “गेको” (Gecko) छिपकली कहा जाता है। ये छिपकलियां छोटे-छोटे कीड़े मकोड़ों को खाती हैं।

हालांकि छिपकली के काटने और इसके काटने से कोई गंभीर नुकसान होने की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन अक्सर लोग इनसे डरते हैं। इसके अलावा छिपकली आमतौर से इंसानों को नहीं काटती, ये ज्यादातर खुद को बचाने के लिए काट सकती है।

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इस लेख में छिपकली के काटने से क्या होगा, क्या छिपकली में जहर होता है और छिपकली के काटने पर करना चाहिए के बारे में बताया गया है।

  1. छिपकली के काटने से क्या होता है - Chipkali ke katne par kya hota hai
  2. क्या छिपकली जहरीली होती है - Kya chipkali me jahar hota hai
  3. छिपकली के काटने पर क्या करना चाहिए - Chipkali ke katne par kya kare

घर में मौजूद छिपकलियों में न जहर होता है और न ही इसके काटने पर कोई गंभीर समस्या या लक्षण होते हैं। हालांकि, इनके दांतों के दबाव के कारण घाव हो सकता है।

इनके काटने से निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं -

जहरीली छिपकली के काटने से अधिक गंभीर लक्षण होते हैं, जैसे -

अधिकतर लोगों को छिपकलियां घिनौनी या डरावनी लगती हैं और वे ऐसा मानते हैं की छिपकली बहुत जहरीली होती है। दुनिया में छिपकलियों की 3000 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से केवल 2 प्रजातियां ही जहरीली होती हैं। भारत में ये दोनों ही प्रजातियां नहीं पाई जातीं।

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घरों में पाई जाने वाली छिपकलियां बिलकुल भी जहरीली नहीं होती है और इनके काटने पर कोई गंभीर समस्या नहीं होती। हालांकि, हर जंतु की तरह छिपकली के काटने से भी घाव में इन्फेक्शन होने का खतरा होता है, इसीलिए इसके लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।

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गौरतलब है कि अगर आपको छिपकली के काटने से कोई भी परेशानी हो या उसके जहरीले होने की ज़रा सी भी आशंका हो तो आपको तुरंत मेडिकल मदद लेनी चाहिए।

छिपकली के काटने पर कोई विशेष उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। इसके लिए सामान्य प्राथमिक उपचार पर्याप्त होता है। छिपकली के काटने के बाद आप निम्नलिखित तरीके से फर्स्ट ऐड कर सकते हैं -

  • सबसे पहले घाव को हाथ लगाने से पहले अपने हाथ अच्छे से धो लें।
  • अब घाव को पानी से साफ कर लें और अगर घाव में धूल-मिट्टी है, तो उसे पानी से अच्छे से साफ़ कर दें। आप गर्म पानी का उपयोग भी कर सकते हैं।
  • कभी कभी छिपकली का दांत घाव में रह जाता है। अगर ऐसा हुआ है, तो उस दांत को छोटी सी चिमटी की मदद से निकाल लें।
  • अगर घाव से खून निकल रहा है, तो खून को रोकने के लिए एक साफ पट्टी या कपडे से घाव पर दबाव बनाएं। (और पढ़ें - खून बहना कैसे रोकें)
  • इसके बाद घाव को डेटॉल या सेवलॉन जैसी डिसइंफेक्टेंट दवा से साफ कर लें ताकि संक्रमण न हो। (और पढ़ें - वायरल इन्फेक्शन के लक्षण)
  • घाव को अच्छे से साफ करने के बाद उसपर वैसलीन या कोई एंटीबायोटिक दवा लगा लें।
  • अब अगर आपको जरूरत महसूस होती है तो घाव पर बैंडेज या पट्टी बांध लें। ध्यान रहे कि पट्टी ज्यादा टाइट न हो।
  • अगर घाव के आस-पास सूजन है, तो वहां आइस पैक से या एक साफ तौलिये में बर्फ रखकर सिकाई कर लें।

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अगर आपको लक्षण बढ़ते हुए दिख रहे हैं, तो अपने डॉक्टर के पास जाएं।
 

नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल​ से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।

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