फैक्टर VII ऐसे क्या है?

फैक्टर VII को प्रोकनवर्टिन या स्टेबल फैक्टर भी कहा जाता है। प्रोकनवर्टिन या स्टेबल फैक्टर क्लॉटिंग की प्रक्रिया में मदद करने वाले प्रोटीन में से है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें चोट लगने के बाद शरीर का रक्त स्राव बंद होता है। यह विटामिन k की मदद से लिवर में बनाया जाता है। 

हर बार जब आपको चोट लगती है तो फैक्टर VII अन्य प्रोटीन के साथ सक्रिय हो जाता है, जिससे एक विशेष प्रक्रिया शुरु होती है, रक्तस्राव को रोकने का काम करती है।

हालांकि जिन लोगों में फैक्टर VII की कमी होती है, उनमें क्लॉटिंग प्रक्रिया गलत तरह से शुरु होती है जिसके कारण व्यक्ति को लंबे समय तक रक्त स्त्राव होता है।

फैक्टर VII ऐसे रक्त स्राव से संबंधित विकारों की जांच के लिए रक्त में फैक्टर VII के स्तर का पता लगाता है।

फैक्टर VII की दो तरह की डेफिशियेंसी होती हैं:

  • इनहेरिटेड डेफिशियेंसी/कंजेनिटल डेफिशियेंसी:
    जैसा कि नाम से पता चल रहा है कि फैक्टर VII की कमी अनुवांशिक होती है। जिन लोगों को फैक्टर VII कंजेनिटल डेफिशियेंसी है, उनके शरीर में फैक्टर VII या तो कम मात्रा में होगा या फिर होगा ही नहीं। हालांकि यह एक रिसेसिव जेनेटिक डिसऑर्डर है, जिसका मतलब है कि बच्चे को यह कमी तभी होगी जब उसके माता-पिता दोनों में ही यह जीन है। इसलिए फैक्टर VII की इनहेरिटेड डेफिशियेंसी के बहुत ही कम मामले देखे गए हैं और यह 300,000 से 500,000 व्यक्तियों में से एक या दो व्यक्तियों को ही प्रभावित करती है। 

  • अक्वायर्ड डेफिशियेंसी:
    इस तरह की डेफिशियेंसी व्यक्ति को उसके जीवन काल में कभी न कभी हो जाती है। ऐसा लिवर डिजीज, विटामिन K की कमी या सेप्सिस के कारण हो सकता है।

  1. फैक्टर VII ऐसे टेस्ट क्यों किया जाता है - Factor VII Assay Kyu Kiya Jata Hai
  2. फैक्टर VII ऐसे से पहले - Factor VII Assay Se Pahle
  3. फैक्टर VII ऐसे के दौरान - Factor VII Assay Ke Dauran
  4. फैक्टर VII ऐसे टेस्ट के परिणाम और नॉर्मल रेंज - Factor VII Assay Result and Normal Range

फैक्टर VII ऐसे क्यों किया जाता है?

यदि आपको लंबे समय तक रक्त स्त्राव हो रहा है, तो डॉक्टर इस टेस्ट की सलाह दे सकते हैं। क्लॉटिंग के लिए सामान्य समय आठ से पंद्रह मिनट का होता है। यदि किसी व्यक्ति में फैक्टर VII की डेफिशियेंसी का पता लगाया जा चुका है, तो ये टेस्ट डेफिशियेंसी की गंभीरता या ट्रीटमेंट के प्रभाव की जांच करने के लिए किया जा सकता है। इस डेफिशियेंसी के लक्षण रक्त में फैक्टर VII के स्तर के अनुसार हो सकते हैं। 

  • फैक्टर VII की सामान्य कमी: इसमें लक्षण दिख भी सकते हैं और नहीं भी। लंबे समय तक रक्त स्त्राव ट्रॉमा या सर्जरी के बाद देखा जा सकता है। सामान्य कमी से जुड़े लक्षण निम्न हैं:
  • फैक्टर VII की गंभीर कमी: फैक्टर VII की गंभीर रूप से कमी होना जीवन के लिए घातक स्थिति हो सकती है और इससे हीमोफिलिया हो सकता है जिसके कारण लगातार लंबे समय तक ब्लीडिंग हो सकती है। फैक्टर VII की गंभीर कमी के कुछ लक्षण निम्न हैं:
    • पेट और आंत में रक्त स्त्राव जिसके कारण काले रंग का मल या मल में खून आने लगता है 
    • मूत्र पथ में रक्त स्त्राव जिससे पेशाब में खून आ सकता है
    • नरम ऊतकों में रक्त स्त्राव जिससे गहरे नील पड़ सकते हैं
    • जोड़ों में खून आना जिससे जोड़ों की मूवमेंट प्रभावित हो सकती है। 
    • मस्तिष्क में रक्त स्त्राव (इंट्राक्रेनियल हेमरेज)
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फैक्टर VII ऐसे टेस्ट की तैयारी कैसे करें?

इस टेस्ट के लिए कोई विशेष तैयारी करने की जरूरत नहीं होती, यदि आप डॉक्टर की सलाह पर कोई दवा या बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा या सप्लीमेंट ले रहे हैं तो इसके बारे में डॉक्टर को बता दें क्योंकि कुछ दवाएं टेस्ट के परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं। यदि आपको खून को पतला करने वाली दवाएं या एंटीकॉग्युलेंट थेरेपी दी गई हैं तो आपको विशेष निर्देश दिए जाएंगे। उदाहरण के लिए आपसे टेस्ट से दो दिन पहले हेपरिन और वारफेरिन लेने से मना किया जाता है। 

फैक्टर VII ऐसे टेस्ट कैसे किया जाता है?

डॉक्टर आपकी बांह की नस में सुई लगाकर रक्त की थोड़ी सी मात्रा सैंपल के लिए ले लेंगे। इस प्रक्रिया में तीन मिनट से भी कम का समय लगता है। सुई लगने से आपको हल्का सा दर्द हो सकता है। ब्लड सैंपल लेने से जुड़े अन्य खतरे निम्न हैं:

जिन लोगों को ब्लीडिंग समस्याएं होती हैं, उन्हें टेस्ट के बाद अत्यधिक रक्तस्राव होने का खतरा स्वस्थ लोगों की तुलना में अधिक होता है।

(और पढ़ें- ब्लड टेस्ट (खून की जांच) क्या है)

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फैक्टर VII ऐसे टेस्ट के परिणाम और नॉर्मल रेंज

सामान्य परिणाम : 
फैक्टर VII के सामान्य स्तर की रेंज 0.35-0.60 mg/L के लगभग होती है। इसका मतलब है कि सामान्य क्लॉटिंग के लिए रक्त में पर्याप्त फैक्टर VII है।

असामान्य परिणाम :
असामान्य परिणाम का मतलब है कि रक्त में या तो इसके स्तर अधिक हैं या फिर कम हैं। जब तक किसी व्यक्ति के शरीर में फैक्टर VII के स्तर सामान्य से 10 प्रतिशत से कम नहीं होते तब तक उसके शरीर में असामान्य रक्त स्त्राव नहीं होगा। हालांकि 5प्र तिशत से कम स्तर होने पर भी रक्त स्त्राव हो सकता है, स्तर 1 प्रतिशत से कम होने पर गंभीर रूप से रक्त स्त्राव हो सकता है। फैक्टर VII के असामान्य रूप से कम स्तर के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे:

रक्त में फैक्टर VII के अधिक स्तर निम्न करने से हो सकते हैं:

  • हाइपरलिपिडेमिया (रक्त में वसा का अधिक स्तर)
  • गर्भावस्था  
  • ओटीसी 
  • बढ़ती उम्र 

संदर्भ

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  2. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Factor VII deficiency
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