विटामिन K हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी विटामिन है। यह हमारी हड्डियों और दिल को स्वस्थ रखता है, साथ ही यह चोट लगने से होने वाले रक्तस्राव को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा विटामिन K हमारे शरीर को अनेक प्रकार के रोगों से लड़ने में मदद करता है।
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विटामिन K हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी विटामिन है। यह हमारी हड्डियों और दिल को स्वस्थ रखता है, साथ ही यह चोट लगने से होने वाले रक्तस्राव को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा विटामिन K हमारे शरीर को अनेक प्रकार के रोगों से लड़ने में मदद करता है।
विटामिन k रक्त को जमने से रोकने के लिए और आंतरिक रक्तस्राव, बिलियरी अब्स्ट्रक्शन (biliary obstruction), ऑस्टियोपोरोसिस, अत्यधिक मासिक धर्म प्रवाह और मासिक धर्म में दर्द को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण विटामिन है। यह हड्डियों के चयापचय, धमनियों के सख़्त होने (एथेरोस्क्लेरोसिस) को रोकने, नर्वस सिगनलिंग में सुधार करने और गुर्दे की पथरी के लिए भी बहुत जरूरी विटामिन है।
विटामिन k रक्त के जमने को नियंत्रित करता है। इसके अलावा विटामिन k पूरे शरीर में कैल्शियम को फैलाने में मदद करता है जो रक्त के जमने को नियमित करने के लिए आवश्यक है। यह विटामिन मैलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम नामक रक्त विकार को बेहतर बनाने में मदद करता है।
विटामिन k हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार और हड्डियों के फ्रैक्चर के खतरे को कम करने में मदद करता है। हड्डियों को बनाने के लिए हमारा शरीर कैल्शियम का उपयोग करता है और कैल्शियम को हड्डियों तक पहुंचाने में शरीर को विटामिन k की आवश्यकता होती है।
विटामिन k दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। यह धमनियों में खनिजों के निर्माण को रोकने और निम्न रक्तचाप में मदद करता है। इससे हृदय को पूरी तरह से पूरे शरीर में रक्त के परिसंचरण में मदद मिलती है।
विटामिन k पेट, कोलोन (colon), लिवर, मुँह, प्रोस्टेट और नाक के कैंसर के खिलाफ लड़ने में मदद करता है।
विटामिन k लेने से शरीर में इंन्सुलिन की प्रक्रिया में मदद मिलती है जो रक्त में ग्लूकोज के स्तर को ठीक रखता है और डायबिटीज होने के ख़तरे को कम करता है।
यह विटामिन आपके मस्तिष्क को फ्री रेडिकल्स की क्षति के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है। ऑक्सीडेटिव तनाव मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और अल्जाइमर रोग, पार्किंसंस रोग जैसी बीमारियों का कारन बन सकता है।
विटामिन k के मुख्य रुप से दो प्रकार होते हैं विटामिन k1 व विटामिन k2।
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विटामिन k की कमी से रक्त स्राव की समस्या हो सकती है जैसे मासिक धर्म , मसूड़ों से व नाक से रक्त आना आदि। आंखों की समस्या भी हो सकती है।
विटामिन k की कमी से रक्त धमनियाँ सख़्त हो जाती हैं।
विटामिन k की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।
अनुशंसित आहार भत्ता (आरडीए) के अनुसार 14 वर्ष की आयु से अधिक लोगों को विटामिन ई 3.6 ग्राम (120 UG) के करीब लेना चाहिए। जो महिलायें स्तनपान करा रही हैं, उनको अधिक आवश्यकता हो सकती है इसलिए ऐसी महिलायें 2.7 ग्राम (90 UG) तक ले सकती हैं| सुरक्षा के लिए ऊपरी सीमा 2.7 ग्राम (90 UG) है।